दाल रोटी चावल सदियों से नारी ने इसे पका पका कर राज्य किया हैं , दिलो पर , घरो पर। आज नारी बहुत आगे जा रही हैं सब विधाओं मे पर इसका मतलब ये नहीं हैं कि वो अपना राज पाट त्याग कर कुछ हासिल करना चाहती हैं। रसोई की मिलकियत पर से हम अपना हक़ तो नहीं छोडेगे पर इस राज पाट का कुछ हिस्सा पुरुषो ने होटल और कुछ घरो मे भी ले लिया हैं।

हम जहाँ जहाँ ये वहाँ वहाँ

Wednesday, December 31, 2008

आप सब को नया साल शुभ हो ।

२००९ का आगमन हो रहा हैं
आप सब को नया साल शुभ हो
हमारे देश मे सदा शान्ति रहे और हम हमेशा हर जरुरत पर एक दूसरे के लिये खडे हो
हर आने वाला साल नई उम्मीदे लाता हैं
पर
बीते साल की यादे भी उतनी ही महत्वपूर्ण हैं
यादो को याद रखेगे तो उम्मीदे भी पूरी होगी
क्युकी
आज जो उम्मीद हैं कल वह ही याद होगी
२००८ को याद करते हुए चलिये चलते हैं २००९ मे
सफर यादो से उम्मीदों का

Saturday, December 13, 2008

लिखिये अपनी पंसदीदा विधि

freelancetextiledesigner.daalrotichaawal@blogger.com

ऊपर दिये गए ईमेल आईडी पर अपनी पसंद की रेसेपी पोस्ट करे . पोस्ट आप को अगले दिन दाल रोटी चावल ब्लॉग पर दिखने लगेगी । सदस्यों ने काफ़ी विधियां डाली हैं पर बहुत से भारतीये व्यंजन और भी होगे जिनको हम नेट पर एक दुसरे से बाँट सकते हैं । भारतीये व्यंजनों के अलावा भी विधियों को जानने की उत्सुकता हैं और वो विधियां जो कम समय मे बनती हो ।
लिखिये अपनी पंसदीदा विधि और ईमेल करिये
freelancetextiledesigner.daalrotichaawal@blogger.com

विधि के नीचे अपना और अपने ब्लॉग का नाम जरुर दे

Wednesday, December 10, 2008

अलग स्वाद में आलू!

आलू सब्जियों का राजा है और इसके बिना सब्जी कम ही बनती हैं। मैं भी आपको वही आलू और टमाटर के नए स्वाद से परिचित करती हूँ। इसको वैसे भी बना कर खा सकते हैं और अगर व्रत के लिए बनाना हो तो देशी घी का प्रयोग करके बना कर देखिये और फिर बताइए इसको और इसके स्वाद को।

सामग्री:
लाल टमाटर एक पाव
उबले हुए आलू एक पाव
हरी धनिया
आधा चम्मच जीरा
हरी मिर्च स्वादानुसार
नमक स्वादानुसार

विधि:
पैन में तेल डालकर गर्म करें और गरम होने पर उसमें जीरा और हरीमिर्च काटकर दाल दें। जब जीरा स्याह हो जाए तो उसमें थोडी सी हल्दी और टमाटर काट कर डाल दें। इन टमाटरों को अच्छी तरह से भूनना है , जबतक की उसका रंग एकदम से ब्राउन न हो जाए। रंग बदलने पर इसमें हरी धनिया की पट्टी पीस कर डालें और थोडी देर और भून लें। अबा इसमें उबले हुए आलू तोड़कर डालें उनको चाकू से काटकर न डालें। अच्छी तरह से भून लें। अगर पसंद हो तो इसमें हल्का सा पानी डालकर पका लें तो गाढी सी करी भी तैयार हो जायेगी। इसको रोटी , पराठा या फिर चावल के साथ खाएं। फिर अच्छी लगे तो मुझे खुशी होगी और पसंद न आए तो गालियाँ मत दीजिये।
इसको व्रत के लिए भी प्रयोग कर सकते हैं , बस नमक की जगह सेंध नमक का प्रोयोग करे और तेल के स्थान पर देशी घी का प्रयोग करें।

बैंगन के काप

सामग्री
२ बडे भरते वाले बैंगन (बीजों वाले न हों)
२ से ३ बडे चम्मच बेसन अगर हो तो १ चम्मच चांवल का पाउडर
आधा चम्मच धनिया पाउडर
आधा चम्मच लाल मिर्च
चौथाई चम्मच जीरा पाउडर
नमक स्वादानुसार
३-४ ब़डे चम्मच तेल
बेसन में चाँवल का पाउडर, जीरा, धनिया, नमक तथा मिर्च मिला लें ।
बैंगन को आधे इंच की गोल गोल चकतियों में काट लें ।
चकतियों को नमक मिर्च लगा कर रख दें ।
अब फ्राय पैन में तेल गरम करें और चकतियों को दोनो तरफ से बेसन के सूखे मिश्रण में लपेट कर
फ्राय पैन में सुनहरा कर लें ।
गरमा गरम सर्व करें

Tuesday, December 9, 2008

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Wednesday, December 3, 2008

सेहतमंद बेबी कार्न पीनट सूप



सर्दी का मौसम और सूप... क्या कहने!! खाने की शुरूआत में सूप एपिटाइजर यानी "भूख को जगाने वाले" के रूप में परोसे जाते हैं। सूप में रंग और परोसने का ढंग दोनो ही महत्वपूर्ण होते हैं। सूप दिखने में और स्वाद में शानदार होने चाहिये की घर के लोगो को आपकी पाक-कला का दिवाना बना दें...


आईये आज आपको एक सेहतमन्द सूप बनाने की विधि बताते हैं,जिसे बड़े ही नही बच्चे भी अवश्य पसंद करेंगे---


बेबी कार्न पीनट सूप बनाने की विधि:--


सामग्री:--
बेबी कार्न--- ५० ग्राम
छिली मूँगफ़ली--- ५० ग्राम
कुटी दाल चीनी--- एक छोटा चम्मच
मक्खन--- ५० ग्राम
नमक--- स्वादानुसार
दालचीनी--- १/४ चम्मच
लौंग--- तीन साबुत
दो बड़े चम्मच मिक्स वेज सूप पाउडर या वेजिटेबल
विधि:----
सबसे पहले दो कप पानी में सूप पाउडर घोल कर गाड़ा सूप तैयार कर लें, यदि सूप बनाने के लिये पर्याप्त समय है तो आप वेजिटेबल स्टॉक के द्वारा ही सूप तैयार करें अन्यथा तैयार सूप पाउडर का इस्तेमाल कर सकते हैं, बेबी कार्न को छोटे टुकड़ों मे काट कर थोड़े से मक्खन में भून लें।इसी के साथ कुटी मूंगफ़ली को भी हल्की सी सुनहरी भून लें।
उबलते हुए सूप में ही बेबी कार्न, मूँगफ़ली, लौंग, दालचीनी, नमक और बाकी बचा मक्खन मिला दे।
गाढा़ मलाईदार सूप सर्व करने के लिये तैयार है... देखा मुँह में पानी आ गया न!
आईये अब जो लोग सूप पाउडर पसंद नही करते उन्हे वेजिटेबल स्टॉक बनाने की विधि बता दी जाये---- :)
वेजिटेबल्स स्टॉक
सामग्री:--
कटा प्याज १/२ कप
कटी हरी फलियां १/२ कप
कटी गाजर १/२ कप
आलू के टुकड़े १/२ कप
कटी पत्ता गोभी १/२ कप
लहसुन पिसा हुआ १ छोटा चम्मच
अदरक पीसी हुई १ छोटा चम्मच
काली मिर्च १/२ छोटा चम्मच
चाट मसाला १/२ छोटा चम्मच
वेजिटेबल स्टॉक बनाने की विधी:---
सारी सब्जियों को मसाले सहित पानी डाल कर प्रेशर कुकर में डाल दें। एक सीटी आने तक गैस तेज़ रखें। फ़िर धीमी आँच पर दस मिनिट पकायें। दस मिनिट बाद कुकर का ढ़कन खोल कर ठंडा होने दें। और छलनी से छान लें। निथरा हुआ पानी ही वेजिटेबल स्टॉक है जिसे आप सूप पाउडर की जगह इस्तेमाल कर सकते हैं...
तो लीजिये जल्दी से जाईये रसोई में और तैयार कीजिये...जायकेदार, शानदार, सेहतमन्द सूप...
और मुझे बताईये कैसा बना!!


सुनीता शानू

Friday, November 28, 2008

आज टिपण्णी नहीं साथ चाहिये ।


आज टिपण्णी नहीं साथ चाहिये । इस चित्र को अपने ब्लॉग पोस्ट मे डाले और साथ दे । एक दिन हम सब सिर्फ़ और सिर्फ़ हिन्दी ब्लॉग पर अपना सम्मिलित आक्रोश व्यक्त करे । चित्र आभार

Sunday, November 23, 2008

जो काम हम सब शौकिया कर रहे हैं उस से वेब दुनिया वाले पैसा कमा रहे हैं ।

हमारे ब्लॉग की आर एस एस फीड खुली हैं इसलिये इस ब्लॉग पर आई सभी पोस्ट बिना आभार या लिंक के
India
Webdunia.com (India) Pvt. Ltd"Labh Ganga", 582 - M.G. RoadIndore - 452003, Madhya PradeshIndiaTel : +91 731 243 6611
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की वेब साईट http://khanakhajana.mywebdunia.com/2008/10/06/1223282400000.html

पर आप को मिल जायेगी ।

हमारी ओरिजनल पोस्ट का लिंक हैं http://daalrotichaawal.blogspot.com/2008/07/blog-post_23.html

एक दम हुबहू चित्र के साथ कॉपी किया हैं

इस वेबसाइट पर आप को एडवरटीजमेंट भी मिल जाएगे । यानी जो काम हम सब शौकिया कर रहे हैं उस से वेब दुनिया वाले पैसा कमा रहे हैं । शायद नैतिकता नाम की किसी भी बात से इनलोगों को कोई सरोकार नहीं हैं ।

क्या किया जा सकता कोई उपाय हो तो बताये क्युकी लम्बे चौड़े कारोबार के मालिक लगते हैं कहा वो और कहा हम और हमारे सीधे साधे सदस्य जो अपने शौक के लिये ब्लॉग लेखन करते हैं

jhttp://www।webdunia.net/wd/contact.htm

पर कई सारे ईमेल दिये हैं । सब पर मेल भेज दी हैं । और क्या करे ?

और लोगो के ब्लॉग भी हैं देखे जा सकते हैं

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We write blog for our pleasure . The RSS feed is open and the blog is being copied by www।webdunia.net without acknowledgment or permission . They are earing money out of it because there are advertisements on the said site .

The link http://khanakhajana.mywebdunia.com/2008/10/06/1223282400000.html is copied directly from http://daalrotichaawal.blogspot.com/2008/07/blog-post_23.html .

It looks like its a big company !!! which is making money thru writings of hindi blog community. Their address is

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I have sent email to them and have requested them let us see what happens. Not only our blog many other blogs are also there

Saturday, November 22, 2008

दाल रोटी चावल नव भारत टाईम्स मे भी पहुँच गयी हैं ।

दाल रोटी चावल नव भारत टाईम्स मे भी पहुँच गयी हैं । आज लिंक देख रही थी तो इस लिंक पर http://navbharattimes.indiatimes.com/rssarticleshow/3535044.cms

अनुराग अन्वेषी जी ने लिखा हैं

चलिए आज चलते हैं एक ऐसी ही रसोई में, जहां पुरुष भी खाना पकाते मिलेंगे। सिर्फ मिलेंगे ही नहीं, वह आपको सिखाएंगे भी। इस रसोई का नाम है daalrotichaawal।blogspot.com । फिलहाल 26 रसोइये हैं यहां। निजी रसोई में सीखी रेसेपी बताने को आतुर। तो एक दफे यहां घूम आएं आप और फिर हमें लिख कर आमंत्रित करें कि यहां से सीखी चीज आप बना कर किस दिन खिला रहे हैं।

लिंक कुछ देर से मिला तो सभी रसोई के कर्णधारो को बधाई और अनुराग अन्वेषी जी को धन्यवाद .

Friday, November 21, 2008

चौरीठा की रेसिपी

रेखा ने अपनी पोस्ट पकौड़े कटहल के नए स्वाद में! चौरीठा का जिक्र किया हैं । यू पी मे रहने वाले ज्यादा तर लोग चौरीठा से जरुर परिचित होगे । लेकिन प्रबुद्ध ब्लॉगर रेसिपी का ब्लॉग नहीं पढ़ते है । ये भी भला कोई ब्लोगिंग हुई !! ख़ैर आम ब्लॉगर के लिये चौरीठा बनाने की विधि

एक कटोरी चावल सेला या जो भी चावल आप लेना चाहे , रात भर पानी मे भिगो दे । सुबह इसको पीस ले । अगर सख्त और कुरकुरी पकोड़ी पसंद हैं तो इसको मोटा और दरदरा पीसे { जिनके दांत मजबूत हो उनके लिये !!} और अगर मुलायम पकोड़ी पसंद हो तो इसको महीन पीसे । अगर ये सिल बट्टे पर पीसा जाता हैं तो बहुत बढिया बनता हैं पर मिक्सी मे भी सही पिसता हैं बस पानी नहीं के बराबर डालना होगा ।

लीजिये चौरीठा तैयार हैं , पहले जिमीकंद की पकोड़ी भी बनाई हैं इस मे और आगे मटर के छिलकों की बहुत ही स्वादिष्ट पकोड़ी बनाएगे

कब ??? ज़रा मटर का भाव नीचे आजाये आज कल ६० रुपए किलो हैं सो कटहल की बनाये क्युकी कटहल सिर्फ़ २० रुपए किलो हैं ।

Thursday, November 20, 2008

पकौड़े कटहल के नए स्वाद में!

सर्दी की शाम हो और चाय के साथ गरम गरम पकौड़े हो जाए, मजा आ जाता है न। तो चलिए आज की शाम कुछ नए स्वाद में पकौड़े तलने की तैयारी कर लेते हैं फिर देखते हैं की किसको पसंद आते हैं और किसको नहीं।

सामग्री:

कटहल
चौरेठा
गरम मसाला
नमक
मिर्च
खटाई
हरी धनियाँ की पत्ती
तलने के लिए तेल।
विधि:
कटहल के बीच के आकार में टुकड़े करके उबाल लें ।
अब चौरेठा में नमक अपने स्वाद के अनुसार, बाकि सभी मसाले मिलकर पकौड़े के लिए घोल तैयार कर ले।
कढाई चढा कर उसमें तेल डालकर पर्याप्त गरम करे और फिर कटहल के टुकड़े घोल में डुबो कर भूरे भूरे तलकर निकाल लें ।
फिर उसको चटनी या केचप के साथ चटखारे लेकर खाएं और फिर हमें बताएं की कैसे लगी हमारी रेसिपी।

Tuesday, November 18, 2008

नारियल के लड्डू

चलिए कुछ मीठा हो जाए , वह भी मिनटों में। अगर अचानक मेहमान आ गए और घर में कुछ भी ऐसा नहीं है कि उनके सामने रखा जा सके। तब तो मैं आपको बस इतनी देर में बना कर दे सकती हूँ जितनी देर में आप उनको पानी देने में देर लगाती हैं।

सामग्री:
नारियल का बुरादा
बूरा शक्कर
मलाई

विधि:
जितने लड्डू बनाने हों उस हिसाब से नारियल का बुरादा एक प्लेट में डालें । उसमें इतना बूरा या पिसी हुई शक्कर मिलाएं जितने में मीठा हो जाए, अगर कम मीठा पसंद हो तो कम ही मिलाएं। दोनों को अच्छी तरह से मिलाने के बाद, उसमें गाढ़ी मलाई डालें । इसमें मलाई कि मात्रा कम ही डालें क्योंकि यह बहुत जल्दी ही गीला हो जाता है। अगर गीला हो ही जाए तो उसमें नारियल का बुरादा और मिला लें। बस सबको मिलकर उसके गोल-गोल लड्डू बना लें और प्लेट में सजा कर पेश करें।

बचे हुए लड्डुओं को फ्रिज में रख दें , जब चाहे निकाल कर खाएं.

Monday, November 17, 2008

लौकी एक नए रूप में...

लौकी कहते हैं कि मरीजों कि सब्जी है, पर इसको अगर अलग तरीके से बनाया जाय तो इसका स्वाद ही नहीं स्वरूप भी बहुत अच्छा लगता है. चलिए फिर इसको आजमा कर देखा ही जाय कि चोखी लौकी कैसे बने....

सामग्री:
१ लौकी अगर में पतली हो तो अच्छा होगा.
५ चम्मच बड़ा वाला बेसन
१ चम्मच पिसी धनियाँ
१/२ चम्मच हल्दी
१/२ चम्मच लाल मिर्च कुटा हुआ
१/२ चम्मच पिसी खटाई
४ चम्मच तेल जो भी आप प्रयोग करती हों.
नमक स्वाद के अनुसार

विधि:
लौकी का छिलका उतर कर उसके गोल - गोल पतले पटेल टुकड़े कर लें. अच्छी तरह से धोकर पानी निकल दें. अब लौकी को एक थाली में फैला ले और उसके ऊपर उपरोक्त सामग्री बुरकते जाएँ और मिलाते चलें , जब तक कि पेस्ट लौकी में अच्छी तरह से लिपट न जाए.
अब नॉन-स्टिंग कढाई में तेल डालकर लौकी डालें और उसको इस तरह से चलायें कि तेल पूरी तरह से मिल जाए इसके बाद ढक कर १० मिनट तक पकाएं. इसके बाद खोल कर उसको हलकी आंच पर धीरे-धीरे भूनती रहे जिसके कि पेस्ट का चिपचिपापन बिलकुल खत्म हो जायेगा और लौकी पेस्ट के साथ भुनकर ब्राउन रंग कि हो जायेगी. इसके ऊपर हरा धनियाँ डालकर सर्व करें और फिर हमें भी बताएं कि हमारी यह रेसिपी पसंद आई या नहीं.

Friday, November 14, 2008

रेसिपी पोस्ट करे

इस ब्लॉग पर काफी दिन से कोई रेसिपी नहीं आयी हैं । कुछ विधियां पोस्ट करे सदस्य भी और जो जुड़ना चाहे वो मेल करे या कमेन्ट मे अपना ईमेल दे

Saturday, November 1, 2008

अरहर की दाल एक व्यंजन अनेक

दाल अरहर यूपी स्टाइल जाडे मे
एक कटोरी अरहर की दाल को कुकर मे डाल कर इतना पानी डाले की डाल पूरी तरह भीग जाए और एक अंगुल पानी ऊपर रहे । इसमे हल्दी एक चुटकी और नमक स्वाद अनुसार डाले । अब इसको तक़रीबन ५ मिनट तक प्रेशर कुक करे । इसके बाद कुकर का ढक्कन और प्रेशर हटा दे और इस दाल को धीमे आंच पर गाढा होने दे । अगर पानी कम हो तो बढ़ा दे पर दाल गाढ़ी होनी जरुरी हैं । गाढी होने की निशानी हैं की रखने के बाद उपरी सतह पर पानी नहीं आना चाहीये । करीब १० मिनट मे एक कटोरी दाल गाढ़ी हो जाती हैं ।
दाल का छौक
आधी कटोरी देसी घी तेज गरम करे और इसमे एक प्याज बारीक कटा हुआ डाले । प्याज गोल्डन हो जाए तो उसमे अंदाज से कला जीरा डाले । अब इसमे २ - ३ साबुत सूखी लाल मिर्च डाले और पकाए । लाल मिर्च के ऊपर की डंडी मत तोडे । लाल मिर्च एक दम फूल जायेगी ।
अब गाढ़ी की हुई गरम गरम दाल मे ये छोंक लगाए और गरम गरम परोस कर खाए ।

दाल अरहर यूपी स्टाइल गर्मी मे
लखनऊ मे गर्मी मे जब अरहर की दाल बनाई जाती हैं तो उसमे कैरी यानि कच्चे आम की गुठली जरुर डाली जाती हैं । ऊपर दी गयी विधि मे जब आप दाल को प्रेशर कुक करने के लिये चढाते हैं तो उसी समय एक कच्चे आम की गुठली उसमे डाल दे । पानी की मात्रा बढ़ा दे क्युकी खट्टा आम डाल देने की वजह से डाल को पकने मे ज्यादा समय लगेगा ।
बाकी पूरी विधि ऊपर की तरह ही होगी । खाते समय इस गुठली को चूस चूस कर खाने का अपना अलग मज़ा हैं ।

दाल अरहर ढाबा स्टाइल या दाल फ्राई
आधा कटोरी अरहर की दाल और आधा कटोरी चने की दाल को कढाई मे हल्के घी मे भुन ले दो से तीन मिनट तक । अरहर कर चने की दाल को कुकर मे डाल कर इतना पानी डाले की दाल पुरी तरह भीग जाए और अंगुल पानी ऊपर रहे । इसमे हल्दी एक चुटकी और नमक स्वाद अनुसार डाले । अब इसको तक़रीबन ३ मिनट तक प्रेशर कुक करे । कुकर की स्टीम तुंरत निकाल दे ।
दाल का छौक
आधी कटोरी देसी घी तेज गरम करे और इसमे एक बारीक कटा हुआ टमाटर और एक बारीक कटा हुआ प्याज और दो तीन हरीमिर्च बारीक कटी डाल कर पकाए । अब इसमे पानी का छीटा दे बहुत सावधानी से क्योकि कभी कभी लपट उठ जाती हैं { कभी ऐसा हो जाए तो तुंरत गैस बंद कर दे और कच्चा प्याज डाल दे लपट बंद हो जाएगी } फिर इसमे एक चुटकी खाने वाला सोडा डाले ।
एक मिनट के बाद पकी हुई दाल इस छौक मे डाल दे और धीमे आंच पर ७-८ मिनट तक खोलने दे .और फिर दो चम्मच देसी घी तेज गर्म कर के उसमे १/२ चम्मच पीसी लाल मिर्च डाले और तुंरत दाल मे डाल कर परोसे ।
क्यूटी की दाल
१/२ कटोरी अरहर दाल और १/२ कटोरी छिलका उर्द की दाल कुकर मे डाल कर इतना पानी डाले की दाल पूरी तरह भीग जाए और 3 अंगुल पानी ऊपर रहे । इसमे हल्दी एक चुटकी और नमक स्वाद अनुसार डाले । अब इसको तक़रीबन ५ मिनट तक प्रेशर कुक करे . कुकर खोल कर दाल को मथानी से मैथ ले
दाल का छौक
घी तेज गरम कर के उसमे लहसन २ जवा , प्याज बारीक कटा हुआ , हिंग एक चुटकी , साबुत लाल मिर्च डाले और इस छौक को दाल मे डाले

Monday, October 27, 2008

आशा हैं मिठाई पसंद आएगी



सब को दिवाली की शुभकामना , आशा हैं मिठाई पसंद आएगी कैसी लगी जरुर बताये और पूजा करके भोग लगा कर ही खाये

Friday, October 24, 2008

ज़िम्मिकंद की पकोड़ी

आज कल ज़िम्मिकंद खूब आता हैं और हमारे याहाँ दिवाली पर इसकी पकोड़ी जरुर बनती हैं । सोचा इस बार आप सब भी बनाए इस लिये ये छोटी रेसिपी दे रही हूँ ।

ज़िम्मिकंद उबाल ले । और उबालने के बाद उसका मोटा छिलका चाकू से छिल कर अलग कर दे और ज़िम्मिकंद के छोटे छोटे टुकडे { १/४ इंच मोटे और २ इंच चकोर अंदाज से } कर ले ।

एक बड़ी कटोरी चावल सेला रात को भिगो कर रख दे और पीस ले मोटा मोटा । इसको गाढा रखे ।

इसमे नमक , हल्दी , पीसी लाल मिर्च डाले और फेट ले ।

कढाई मे सरसों का तैल गरम करे और जब धुआं निकालने लगे तो गैस कम कर दे ।

अब ज़िम्मिकंद के टुकडो को चावल के मिक्स मे डाले और ज़िम्मिकंद मे चावल लपेट कर कढाई मे डाले ।

ये टुकडे आपस मे चिपक जाते हैं तलते समय सो कोई बात नहीं है जब पक जाए तो एक प्लेट मे टिशु पेपर पर इनको निकाल कर अलग अलग करे ।

हर्रे धनिये की चटनी के साथ बहुत मज़ा आता हैं खाने मे ।

टिप

अगर ये पकोड़ी आप किसी ऐसे व्यक्ति को खिलाना चाहते हैं जिसको दांतों मे प्रॉब्लम होते हैं तो चावल को बारीक पीस कर बनाए वरना ये बहुत कडे बनते हैं {और वही असली मज़ा भी देते हैं} पर घर के बुजुर्गो के लिये खाना बहुत मुश्किल होता हैं ।

Tuesday, October 21, 2008

बनाना नट्स -----कुछ मीठा हो जाए



सामग्री:


पका केला--------------------१


पिस्ता बादाम-----------------१००ग्राम
दूध-------------------------१००ग्राम(या अपनी स्वादानुसार)


घी या तेल-------------------२-३ चम्मच


इलायची--------------------३-४


किसमिस-------------------सजाने के लिए थोडी सी


विधि:


पिस्ता बादाम को कुछ देर पानी मे भिगो दे अब उसके छिलके निकाल कर कद्दूकस कर ले थोडी सी मेहनत तो लगेगी लेकिन यकीं मानिए मेहनत का फल बहुत ही स्वादिस्ट होगा.....


हाँ तो आगे बढ़ते है अब एक पेन मे घी या तेल गरम करे और उसमे कद्दूकस किए हुए बादाम को धीमी आंच पर भुने १० मिनट तक अब इसमे पके केले को छोटे छोटे टुकडों मे डाले जैसे की केला aउर बादाम बिल्कुल अच्छी तरह से मिल जाए इसके बाद आई दूध और इलायची मिलाने की बारी थोडी देर पकाने के बाद चीनी डाले और कुछ देर तक अच्छी तरह पकाइए जैसे की मिश्रण थोड़ा गाधा हो जाए अब आंच से उतार कर इसे खाने वाले बर्तन मे निकल लें और ऊपर से किसमिस से सजायें, इसे फ्रिज मे कुछ देर ठंडा कर ले तब इसे खाने का मजा और भी ज्यादा हो जाता है


वैसे तो यह रेसिपे मैंने केले और पिस्ता बदाम को ख़तम करने के लिए बनायी थी पर मुझे और मेरे पति को इसका स्वाद इतना अच्छा लगा की इसके फोटोस लेकर पोस्ट कर रही हूँ आजमाइए जरूर ...कुछ मीठा लाइफ मे होना ही चाहिए :)


Monday, October 20, 2008

नारियल बर्फी

नारियल बर्फी
सामग्री : खोया - ५० ग्राम , नारियल खिसकर -
२५ ग्राम , शक्कर - २५ ग्राम ,
घी - स्टील की थाली पर लगाने जितना -
केसर : ३ - ४ पत्ती गुनगुने दूध में भिगोकर
रीत : खोया हाथ से अच्छी तरह मिला कर एक कढाई
में हल्की आंच पर , चलाते हुए , धीमी आंच पर , पकाएं -
उसे सुफेद ही रहने दे --
अब , नारियल खिसा हुआ मिला लें -
१ मिनट तक - फ़िर , आंच से उतार लें --
शक्कर और केसर मिला लें
फ़िर घी लगी थाल पर अच्छी तरह बिछा लें -
चौकोर टुकड़े काट लें --
लीजिये, नारियल बर्फी , दीपावली के भोग के लिए
महालक्ष्मीजी जी को भोग लगाने के लिए तैयार है !

Saturday, October 4, 2008

फ्यूजन बैंगन

सामग्री –
आधा किलो गोल छोटे या लंबे बैंगन
(इनकी अंदाज से चौथाई इंच मोटी स्लाइसेज कर लें )
सोय सॉस ४ बडे चम्मच
चिली सॉस १ चम्मच
१ प्याज छोटा बारीक कटा हुआ
लहसन ४ कली पिसी हुई
टमाटर का सॉस १ ब़डा चम्मच
नमक अंदाज से
लाल मिर्च ½ चम्मच
तेल ४ बडे चम्मच

पहले बैंगन की स्लाइसेज को नमक मिर्च लगाकर रख लें । अब एक बडे फ्राय पैन में थोडा तेल डालकर उसमें ये स्लाइसेज गोलाकार सजादें । मध्यम आंच पर रख कर ढक दें २-३ मिनिट में देख कर स्लाइसेज को पलट दें । जब दोने तरफ से सिक जायें तो पैन में से निकाल लें इसी तरह सारी स्लाइसेज फ्राय करलें ।
अब उसी पैन में बचा तेल डाल कर उसमें कटा प्याज और लहसन डालें। प्याज जब
पारदरशी सा हो जाये तो उसमें सारे सॉस डाल दें। थोडा नमक भी डालें उसके बाद बैंगन डाल कर अचछा सा चलायें २ मिनिट बाद उतार कर परोसें । रोटी या पराठे के साथ खायें ।
यह बैंगन हमने सैनडियागो में एक चायनीज रेस्तरॉँ में खाया था वापस आकर बना कर देखा तो बहुत पसंद आया सोचा क्यूं न आप के साथ शेअर करूं ।

Saturday, September 27, 2008

पालक पनीर


मिक्सी मे पालक १०० ग्राम ,
१ छोटा टमाटर ,
१ छोटा प्याज पीस ले







कढाई मे धारा डाले और २ सूखी लाल मिर्च , जीरा और मेथी दाना दाल कर चटकाऐ.






अब इसमे एक टमाटर कांट कर डाले और कसूरी मेथी की कुछ पत्तियाँ डाले और पकाए







१५० ग्राम पनीर ले







पनीर के टुकडो को कढाई मे डाले
और २ मिनट तक फ्राई करे
और इसमे स्वाद अनुसार हल्दी , नमक ,
पिसी लाल मिर्च और पिसा धनिया डाले और हल्का सा भूने



अब इसमे पीसी हुई पालक + टमाटर +प्याज डाले और उतनी देर पकाए जितनी दे बाद नीचे का चित्र खीचा गया है







पालक पनीर परसने के लिये तैयार है

Sunday, September 21, 2008

लौकी के कोफ्ते

बड़ा डर टाइप लग रहा है, एक नौसिखिया बेचलर एक्सपर्ट लोगों की मंडली में शामिल हो कर विधि बता रहा है॥ दिल में 'धरती फट जाए और मैं इसमे समा जाऊँ', वैसे वाली फीलिंग आ रही है!
खैर, ओखली में सर दिया तो मूसल से क्या डरना।

सामग्री:
लौकी
बेसन
आलू (आवश्यक नहीं)
प्याज २ बारीक कटे हुए
टमाटर २ छोटे छोटे कटे हुए (टमाटर की प्यूरी हो तो और बेहतर)
हल्दी पीसी १/२ चम्मच
धनिया पिसा २ चम्मच
लाल मिर्च पीसी १/४ चम्मच
नमक स्वाद अनुसार


लौकी को छील कर ६ इंच के टुकड़े कर लें। इसको उबाल लीजिये, कुकर की एक सीटी काफ़ी होगी। ठंडा कर के इसके बीज निकाल दीजिये। (मैं ऐसे करता हूँ, आप चाहें तो बीज निकालने के बाद उबलने के लिए रखिये, बस टुकड़े बड़े होने चाहिए नहीं तो आगे थोडी मुश्किल हो सकती है.)

लौकी को मुट्ठी में दबाकर पानी निकाल दीजिये (यह पानी फेकने के बजाये आता गूथने के काम में उपयोग कीजिये) इस दबाई हुई लौकी में नमक, मिर्च मिला लीजिये। अब आप चाहे तो उबले और मैश किए हुए आलू मिला सकते हैं। बेसन मिलाइए जब तक आप इस मिश्रण से छोटे छोटे गोले नहीं बना पाते। गोले थोड़े ठोस होने चाहिए, ये न हो कि ग्रेविटी से ये गोल से चपटे हो जाएं!

इन गोलों को तेल में तल लीजिये जब तक ये भूरे-लाल न हो जाएं।

तेल गर्म कीजिये, प्याज सुनहरे होने तक भून लीजिये (चुटकी भर नमक डालने से यह प्रक्रिया तेज़ हो जाती है!) टमाटर (या टमाटर की प्यूरी ४ चम्मच) और बाकी मसाले डाल कर दो मिनिट पकाइए. ग्रेवी अच्छी सी हो तो मज़ा ही कुछ और होता है! पानी ज़्यादा मत डालियेगा।

अब इस ग्रेवी में तले हुए गोले डाल दीजिये। थोड़ी देर तक ढक कर पकने दीजिये जिससे ग्रेवी का स्वाद इन के अन्दर तक समा जाए।

लौकी के कोफ्ते बन गए :)

(कुछ गलती हुई हो तो नादान समझ कर माफ़ कीजियेगा। इसको बेहतर बनाने के तरीके आपको पता ही होंगे, वो भी बताइयेगा.)

Thursday, September 18, 2008

एक परम स्वादिष्ट कविता "अरहर की दाल"

कोई व्यंजन विधि नहीं लाया हूं. आप लोगों के वास्ते हिन्दी के वरिष्ठ कवि श्री इब्बार रब्बी की एक कविता पेश है, जिसे पढ़कर मुंह के स्वादतंतु उत्तेजना की चरम अवस्था को प्राप्त होने लगते हैं और जब तक आप अरहर की दाल को रब्बी साहब की तरह नहीं खा लेते, आपका चित्त अशान्त रहेगा:

अरहर की दाल

कितनी स्वादिष्ट है
चावल के साथ खाओ
बासमती हो तो क्या कहना
भर कटोरी
थाली में उड़ेलो
थोड़ा गर्म घी छोड़ो
भुनी हुई प्याज़
लहसन का तड़का
इस दाल के सामने
क्या है पंचतारा व्यंजन
उंगली चाटो
चाकू चम्मच वाले
क्या समझें इसका स्वाद!

मैं गंगा में लहर पर लहर
खाता डूबता
झपक और लोरियां
हल्की-हल्की
एक के बाद एक थाप
नींद जैसे
नरम जल
वाह रे भोजन के आनन्द
अरहर की दाल
और बासमती
और उस पर तैरता थोड़ा सा घी!

(रचनातिथि: अट्ठारह जनवरी १९८२)

सूजी की खीर

kheer

एक बार मन किया कि इस फोटो को कहीं लगा कर पहेली बूझने को कहूँ कि क्या है?
क्या आपने सूजी का हलुआ बनाया है. सबको खिलाने के बाद और खुद खा लेने के बाद भी बच गया.
एक बेहतरीन डिश बताते हैं. उन्हीं मेहमानों को जिन्हें नाश्ते में हलुआ खिलाया था. खाने के साथ डिजर्ट में सूजी की खीर खिलवाओ.
करना क्या है?
हलुए को लेकर एक पेपर टावेल में थोड़ा दबा कर उसका घी कम लेवें, जितना संभव हो. फिर उसे किनारे रख लें.
एक भगोने में दूध गरम करने चढ़ा दें हल्की आंच पर. धीरे धीरे गुलाबी होने दें उस दूध को. हल्का गुलाबी होने पर यह हलुआ उसमें डाल दें. सबके साथ दूध में मिलाकर चलाते रहें. कई बार टुकडे बन जाते हैं, उन्हें गरम होते होते दो चम्मच के बीच में दबा कर तोड़ दें. अंत में केसर की थोड़ी सी मात्रा-फिर, परोसने के लिए जिस स्टाईल में चाहें.
आशा है, सरलतम डिजर्ट पसंद आया होगा

Monday, September 15, 2008

दम आलू गोभी पनीर

आलू ४ छील कर चाकू से गोद ले
मध्यम आकार का फूल गोभी डंठल हटा कर बिना कटा
पनीर के ४ मोटे मोटे पीस
प्याज २
टमाटर २
हरीमिर्च २
हल्दी पीसी १/२ चम्मच
धनिया पिसा २ चम्मच
लाल मिर्च पीसी १/४ चम्मच
नमक स्वाद अनुसार
सफ़ेद मक्खन २ चम्मच
देसी घी 1 चम्मच
सरसों का तैल ४ बड़ी चम्मच
गोभी और आलू को कुकर मे डाल कर इतना पानी डाले की सब्जियाँ पानी के अंदर हो । अब इनको २-३ मिनट तक प्रेसुरे कुक करे और तुंरत स्टीम निकल कर पानी से निकल ले । पानी को फेके नहीं ।
मिक्सी मे सब मसाले , टमाटर , प्याज और हरी मिर्च डाल कर एक पेस्ट बना ले ।
एक नॉन स्टिक कढाई मे सरसों का तैल गरम करके ये मसाला उसमे डाले । इसको हल्का सा भूने ज्यादा नहीं क्यो की ये सब्जी पकने तक अपने आप भुन जाता हैं ।
अब इसमे बीच मे गोभी और चारो तरफ़ से आलू डाले और पनीर के पीस भी ।
इसमे सफ़ेद मक्खन डाले ताकि रंग गोल्डन हो जाए ।
इसके बाद इसमे अंदाज से vegitable stock यानी वो पानी जिसमे आपने गोभी और आलू उबाले थे डाले । पानी बहुत कम डाले ताकि सब्जी मे करारा पन रहे ।
अब इसको ढक्कन लगा कर उतनी देर पकाए जितना समय का अन्तराल आप को चित्रों मे दिये गए टाइम पर दिख रहा हैं । !!!!!
गोभी , आलू और पनीर को एक बार ही पलटे ताकि क्रिस्प रहे ।
अब इसमे देसी घी डाले और परसे ।
आसान हैं , समय भी नहीं लगता !!!!!!!

Tuesday, September 9, 2008

जीतेंद्र चौधरी जी के लिये केक

आज जीतू भाई यानी जीतेंद्र चौधरी जी का जन्मदिन हैं । उनको सालगिरह बहुत बहुत मुबारक हो । हिन्दी ब्लोगिंग मे मुझे वही लाये थे सो ये केक उनके लिये हैं । हम सब की शुभकामनाये हमेशा उनके साथ हैं । आशा हैं केक पसंद आयेगा

Monday, September 8, 2008

वेजिटेबल पकोरा

आज की रेसिपी की बात ही खास है....इसे आप सुबह या शाम के नास्ते मे ले सकते है...यह नमकीन है, चटपटी है लेकिन है बिना लहसुन या प्याज के| है न मजेदार बात....अब आइये बनाने की विधि जानते है|

सामग्री :
-घोल के लिए
मैदा--------------१/२ कप
सूजी--------------२-३ चम्मच
नमक-------------स्वादानुसार
- पकोरा के लिए
अपनी पसंद की सब्जिया जैसे की
फूल गोभी, गाजर, बिन्स, शिमलामिर्च, उबले आलू (सब थोडी थोडी मात्रा मे)
हरी मिर्च--------------२ से ३
नमक-----------------स्वादानुसार
लाल मिर्च पाउडर-----थोडी सी
हल्दी-----------------थोडी सी
अदरक पेस्ट----------१ चम्मच
जीरा पाउडर ---------१ से २ चम्मच

विधि:
मैदा, सूजी, नमक को मिला कर एक घोल तैयार कर ले| घोल ना ही बहुत पतला हो और ना ही बहुत गाढा|
अब अपनी पसंद की सब्जियों को थोड़े बड़े आकर मे काट ले और इसे ५-८ मिनट तक पानी मे उबाल ले (इससे सब्जियाँ थोडी नरम हो जायेंगी)| अब सब्जियों को ठंडा करके कद्दूकस(ग्रेट) करले और उबले हुए आलू के साथ अच्छी तरह मिला ले| अब इस मे नमक,हल्दी, अदरक पेस्ट, हरी मिर्च, लाल मिर्च पाउडर, जीरा पाउडर भी अच्छी तरह मिला ले| एक कडाही मे तेल गरम होने के लिए रख दे|अब इस तैयार मिश्रण से छोटे छोटे गोले बना ले| हर गोले को मैदे के घोल मे डुबो कर अच्छी तरह लपेट ले और मध्यम आंच पर पकोरे की तरह छान ले| इस तरह आपके वेजिटेबल पकोरे तैयार हो जायेंगे|
इस बार मै कोई फोटो नही लगा पायी इसके लिए खेद है| लेकिन मुझे उम्मीद है की आप सबको यह रेसिपी लाजबाब लगेगी|

Thursday, September 4, 2008

आलू एग्ग फ्राई

आलू ४ बड़े छिल कर काट ले । काटने के लिये पहले सीधा आधा करे और फिर एक एक की चार चार टुकडे कर ले
टमाटर २ बडे , जैसे आलू काटा हैं वैसे ही टमाटर भी काट ले पर बिना छिले ।
प्याज २ बडे छिल कर काट ले जैसे आलू काटा हैं ।
हरीमिर्च ४ बड़ी लम्बी लम्बी कटी हुई ।
सब्जी अगर सम एक सी कटी हो तो उसका परोसते समय "लुक" बहुत अच्छा लगता हैं और "प्रोफेशनल कुकिंग " का "लुक " भी देता हैं ।
हल्दी एक छोटी चम्मच
पिसा धनिया ४ चोटी चम्मच
कुटी { पीसी नहीं } लाल मिर्च १/२ छोटी चम्मच { या स्वाद अनुसार }
नमक स्वाद अनुसार
ताज़ी मलाई ३ छोटे चम्मच
अंडे २ या अपनी जरुरत और खाना खाने वालो की संख्या के हिसाब से
धारा ४ बडे चम्मच
हरा धनिया या पुदीना या दोनों बारीक कटा हुआ अंदाज से बुरकने के लिये

कुकर गरम करे और उसमे धारा डाले । धारा गरम हो जाए तो उसमे प्याज डाले । प्याज दाल कर तुंरत आलू और हरी मिर्च डाले । २-३ मिनट इसको धारा मे फ्राई करे और जैसे ही प्याज का रंग गोल्डन हो जाए टमाटर डाल दे । दो मिनट तक टमाटर को नरम होने दे और फिर इस मे नमक , मिर्च , धनिया और हल्दी डाले । अब इसमे मलाई डाले । मासले डालने के बाद इसको चलाए और ४ चम्मच पानी डाले । दो मिनट बाद इसमे इतना बस पानी डाले की सब सब्जी पानी के अंदर हो जाए । कुकर मे प्रेशर लगा कर २ सीटी दे या आप जिस विधि से पकाते हो उतने समय पकाए जिसमे आलू गल जाए ।
तुंरत स्टीम निकाले और एक नॉन स्टिक कढाई को गरम करके सब्जी को उसमे डाले । अब जैसे ही इसमे बुलबुले उठने लगे इसमे अंडे तोड़ कर डाले जैसे आप एग्ग फ्राई बनाते हैं । गैस बिल्कुल धीमी रखे और कढाई का ढक्कन बंद कर दे । ३-४ मिनट बाद ढक्कन खोले और कटा हुआ धनिया या पुदीना डाले और परसे ।

Saturday, August 30, 2008

चावल के मोदक या स्वीट राइस डंपलिंग


सामग्री :

चावल का आटा १ कटोरी
पानी २ कटोरी
एक चुटकी नमक
घी २ चम्मच
भरावन के लिये
कसा हुआ कच्चा नारियल २ कटोरी
दूध १ कप
चीनी डेढ कटोरी ( गुड भी ले सकते हैं )
इलायची पाउडर आधा चम्मच
काजू के टुकडे १०-१२
किसमिश १०-१२

कसा नारियल, चीनी और दूध मिलाकर एक कढाई में गैस पर रख कर पहले तेज आच पर गरम करें जब गाढा होने लगे तो आंच कम कर दीजीये सूखने तक चलाते रहिये । नीचे उतार कर इलायची और काजू तथा किशमिश मिला लें । भरावन तैयार हुआ ।

अब पानी उबलने को रखें, उबाल आनेपर आधी कटोरी पानी अलग रख लें । बचे पानी में नमक और घी डालें ।अब गैस बंद करें और धीरे धीरे चावल का आटा डाल कर चलाते रहें । गुथे हुए आटे की तरह होना चाहिये जरूरत होने पर अलग रखे पानी मे से थोडा पानी मिलायें । अब गेस फिर से जला लें । और ढक्कन रख कर
भाप आने दें । ३-४ मिनिट बाद गैस पर से उतार लें । थोडा कम गरम रहते हुए

एक बार अचछी तरह गूंथ कर छोटी गोली बना कर हाथ पर फैला लें, हाथ में घी लगा लें उस से आसानी रहेगी । जितना हो सके उतना पतला फैलाएं । फिर उस पर एक चम्मच भरावन रख कर सब तरफ से इकट्ठा कर मंदिर के कलश की तरह ऊपर से बंद करें । ऐसे सारे मोदक बना कर फिर एक बार स्टीम करें। इसके लिये कुकर में नीचे पानी डाल कर उस पर एक छलनी रखें और उस पर एक साफ कपडा गीला कर के फैला दें अब सारे मोदक इस पर रख कर ढक्कन लगा दें, ८ से १० मिनिट स्टीम करें । एक थाली में सजा कर श्री गणेश का भोग लगायें । ।

Friday, August 29, 2008

जापानी खाना चित्रों मे

जापान मे काम की भागम भाग मे लोग घरो मे खाना ना बना कर बाहर ही खाना खाते हैं । सुबह सवेरे नहा धो कर ७.३० बजे तैयार हो कर घर से निकले , अपनी पसंद का खाना चुना , कैफे मे गए , आर्डर दिया , खाना खाया , पैसे दिये और दफ्तर के लिये दौड़ लगाई । वही शाम को वापसी पर या तो खाना खाया या पेक कराया और घर वापिस । न बर्तन धोने का झंझट ना पकाने की परेशानी क्युकी इतना काम हैं की खाना केवल प्रक्रिया हैं पेट पूजा की ।

और खाना आर्डर करना निहायत आसन , आप को अंदर जा कर मेनू कार्ड देखने की जरुरत नहीं होती , सब कुछ पक कर जैसा लगेगा , बाहर शो विण्डो मे सजा होता हैं । आप बस अपनी जेब देखे , जितने येन { जापानी करंसी } आप के पास हैं उसके हिस्साब से खाने के नीचे लिखे हुए दाम को काउंटर पर रखे और अपनी पसंद का खाना खाये ।

कुछ चित्र हैं आप लोगो के लिये , मुंह मे पानी आ जाता हैं इनको देख कर जबकि ये असली नहीं हैं वरन रेप्लिका हैं असली खाने के



Wednesday, August 27, 2008

कलकत्ता का चुरमुर


यहाँ दुबई में बैठे बैठे जब भी कलकत्ता की याद आती है ,तब साथ ही याद आता है चुरमुर ,पुचका का स्वाद जो की हमेशा से ही मेरी कमजोरी रही है। इसलिए चुरमुर अब घर में ही बनाना शुरू कर दिया है जो इतना मुश्किल भी नहीं है ...
इसके लिए पहले रात भर भिगोये हुए लाल चने उबाल लें,आलू भी उबाल कर अलग रख लें. बेसन की पकोडियां तल कर ,गुड की डली से मीठे बने पानी में भिगो दें. पानी में गुड कम से कम २ डली डालें , ताकि पानी अच्छे से मीठा हो जाए ,फ़िर उसमे पकोडियां भिगो दें .इमली पेस्ट में थोडी चीनी डाल कर अलग रख लें .तली हुई पापडी और बारीक कटी हुई धनिया पत्ती भी अलग रख लें .अब एक बर्तन में आलू और उबला लाल चना mash करें , उसमे मीठे पानी में भीगोई हुई पकोडियां mash करें , बचा हुआ मीठा पानी भी थोड़ा मिला लें , इसमे नमक ,काला नमक , पीसा हुआ भुना जीरा , चाट मसाला और पीसी हुई लाल मिर्च पाउडर मिलाएं .इमली पेस्ट मिलाएं ,१ निम्बू का रस डालें , और पापडी चूर कर डाल दें .तुंरत serve करें , ताकि पापडी नरम ना पड़े .ऊपर से धनिया पत्ती बुरका दें .इस चाट का असली मज़ा पत्तल से बनी हुई कटोरियों में चाट चाट कर खाने में ही आता है .

Tuesday, August 26, 2008

मटर की कचौरी


मैं आज अपनी सबसे हिट रेसेपी दे रही हूँ जो की परिवार वालों को इतनी पसंद है कि जब भी कचौड़ी बनाती हूँ ,किसी से ,बनने तक के समय का सब्र नहीं होता ,और हर २ मिनट में सब चौके में आकर देख जाते हैं कि कितनी बन गई.......
इसके लिए पहले मुलायम मटर को उबाल कर दरदरा पीस लें . फ्रोजेन मटर की पैकेट का भी उपयोग कर सकते हैं ; ये उबले हुए ही मिलते हैं और इन्हे सिर्फ़ दरदरा पीसने की जरुरत होती है . एक कढाई में सौंफ और जीरा का छौंक डाले ,और मटर सेंकें .१५ मिनट में मटर की नमी सूख जायेगी .इसमे स्वादानुसार नमक , हल्का गरम मसाला डालें और सेंकें .आँच बंद कर के इसमे काला नमक डाले ,जिससे नमक की खुशबू बनी रहेगी .फिर मैदा गूँथ लें . २ कप मैदे में ,करीबन १\२ कप तेल और १ छोटा चम्मच नमक डालते हैं. गूथें मैदे में से रोटी जितनी की लोई लें और उसे अच्छी तरह चपटा कर के मटर भरे .इस मटर भरे लोई को अच्छी तरह पानी लगे हाथों से सील करना है नहीं तो ये तलते समय फट जाएँगी और मटर बाहर आ जाएगा . सारी कचौड़ियों को अच्छी तरह सील कर के बिल्कुल कम आँच पर तलनी हैं...... नहीं तो तेज़ आँच पर तलने से कचौड़ी अन्दर से कच्ची रह जायेगी और बाहर से पकौडी की तरह फूल जायेगी . कम आँच में तलने से करीबन १० मिनट लग जाते हैं.रंग आने पर उतार लें , और धनिये की हरी चटनी के साथ परोसें।

Saturday, August 23, 2008

जन्माष्टमी का प्रसाद

सामग्री
1-छोटी इलायची -एक छोटा चम्मच
2-सोंठ - एक छोटा चम्मच
3-शुद्ध देशी घी - एक बड़ा चम्मच
4-कुट्टू का आटा - 250 ग्राम
5-धनियाँ (पिसी हुयी) - 150 ग्राम
6-चीनी का बूरा - 300 ग्राम
7-पंच-मेवा (सूखा नारियल, चिरौंजी, किशमिश, छुहारा एवं मखाना) -100 ग्राम
विधि
सर्वप्रथम पंच-मेवों को 'मणियाँ' लें (अर्थात मणि की तरह छोटे-छोटे टुकड़े कर लें) अब चीनी की तीन तार की चाशनी बना कर उसे ठंडा कर लें फिर उसे पीस लें ( चीनी का बूरा तैयार है )। तत्पश्चात् शुद्ध देशी घी को गर्म करके कुट्टू का आंटा धीरे-धीरे गुलाबी होने तक भून लें । फिर इसमें पिसी हुयी धनियाँ डाल कर पॉँच मिनट तक और भूनें। फिर इसमें छोटी इलायची और सोंठ का चूर्ण मिला लें। आँच से उतार कर के चीनी का बूरा भी मिला दें। ठंडा होनें पर पंजीरी को पंच- मेवों से सजा दें । श्री कृष्ण जन्माष्टमी का प्रसाद तैयार है। जय श्री कृष्ण !

Friday, August 22, 2008

दही-बेसन चिला

यूँ तो आप सबने बेसन का चिला बनाया ही होगा| आज मै इसे कुछ अलग तरीके से प्रस्तुत करना चाहती हूँ| अब विधि पढ़ने के बाद मुझे बताइयेगा की आप सबको यह कैसा लगा....तो ये है झटपट तैयार चिला

सामग्री

बेसन------------------१ कप

सूजी------------------१/३ कप
दही-------------------१/२ कप

चावल का आटा------लगभग २ छोटे चम्मच
प्याज-----------------१ छोटे आकर का और बारीक कटा हुआ
नमक-----------------स्वादानुसार
हरी मिर्च-------------२-३ बारीक कटे हुए
धनिया पत्ती----------बारीक कटी हुयी


विधि

१-सबसे पहले बेसन, सूजी,चावल आटा, दही और नमक तो अच्छी तरह से मिला ले|
२-अब थोड़ा पानी और मिलाएं ताकि यह एक घोल जैसा बन जाए (ना ज्यादा पतला ना ज्यादा कडा) अच्छी तरह से फेट लें|
३-अब
बारी है हरी मिर्च, प्याज और धनिया पत्ती मिलाने की| सब अच्छी तरह से मिलाने के बाद इस घोल को १/२ से १ घ० के लिए छोड़ दे|
४-अब
एक तवा को गरम करें और तेल लगाकर घोल/मिश्रण को तवा पर फैलाएं, कुछ देर बाद दूसरी तरफ़ उलट कर तेल लगा कर तल लें|
बस क्या है मजेदार, गरमागरम और नरम-नरम दही-बेसन चिला तैयार है।
अब मर्जी आपकी आप इसे किसी जैम के साथ या फिर, चटपटी चटनी संग खाएं|

Saturday, August 9, 2008

गुजराती खांडवी की रेसिपी

http://www.nestle.in/nestle_kitchen/indian-snack-recipes-khandvi.aspx

ये एक बहुत ही मुश्किल बानगी की सरल रेसेपी लगी है मुझे

इसलिए , यहाँ लिंक दे रही हूँ -

आप भी आजमा कर देखियेगा -

गुजरती खांडवी की रेसिपी है ये - इसे पाटौडी भी कहते हैं -

कढी का गाढ़ा स्वरूप ही है ये और अन्य , बेसन के आटे की बानगी की तरह स्वादिष्ट भी है!

Friday, August 8, 2008

आटा एक और व्यंजन पाँच

मैदा आधा किलो
चीनी पीसी एक छोटी चम्मच
नमक दो चुटकी
बैकिंग पाउडर एक छोटी चम्मच
खाने वाला सोडा दो चुटकी
दही दो छोटी चम्मच
ड्राई ईस्ट एक चम्मच
घी या धारा 2 बड़ी चम्मच
गरम पानी
मैदा , चीनी , नमक , बैकिंग पाउडर , खाने वाला सोडा , सबको आता छानने वाली छन्नी से एक साथ एक परात मे छान ले । एक बर्तन मे आधा कप पानी खौला ले और उसमे ड्राई ईस्ट डाल कर घोल बनाले । अब छाने हुए आटे मे ये ईस्ट का घोल , दही और घी या धारा डाल कर , गरम पानी से आटा गुंध ले । आटा सख्त गुंधे । एक बर्तन मे ये गुंधा हुआ आटा गोला बनाकर रखदे और ऊपर से घी या धारा का हाथ लगा दे और इस आटे पर हल्का सा पानी का छीटा दे दे , बहुत हल्का । फिर इस आटे को एक कपडे से ढँक कर रख दे और लगभग ६ घंटे अगर गर्मी का मौसम हो तो और १२ घंटे अगर सर्दी का मौसम हो तो , इसको फूलने दे ।
इस के बाद इस आटे को दुबारा गुंधे बिना पानी लगाए । इस बार गूंधते समय खूब ताकत लगाये , इसको मुक्का मार मार कर गूंधना पड़ता हैं ।
एक बार ये आटा तैयार हो जाए तो आप इसी आटे से
लच्छा पराठा
भटूरा
कुलचा
नॉन
और तंदूरी रोटी
सब बना सकते हैं । कई बार जब एक ही समय मे भोजन मे विविधता , अलग अलग लोगो की पसंद से देनी होती हैं तो ये आटा बहुत उपयोगी सिद्ध होता हैं ।
कुछ लोगो को बेलने मे असुविधा होती हैं इस खमण वाले आटे को , उन सबको इस को दुबारा गूंधने के बाद १५ मिनट के लिये इसे फ्रीज मे रख देना चाहीये , बेलना बहुत आसन हो जायेगा । प्लीज़ फ्रीज़र मे मत रख दे ।
आशा है इस प्रकार से आप की डाइनिंग टेबल पर विविधता बढ़ जायेगी । बनाए जरुर ।

Saturday, August 2, 2008

कोल्ड नूडलस

आप ने गरमागरम नूडलस तो चाइनीस रेस्टॉरेंट में बैठ कर कई बार खाए होगें, आइए आज आप को खिलाए एकदम ठंडे ठंडे फ़्रिज से निकले हुए कोल्ड नूडलस
सामग्री:
1 पैकेट हाका नूडलस( मैगी नूडलस नहीं चलेगें)
हरी धनिये की चटनी
टोमेटो सॉस
चाट मसाला
नमक स्वादानुसार
भुना हुए जीरे का पाउडर
काली मिर्च पाउडर
नूडलस को आधा तोड़ कर उबलते हुए पानी में डालें, पानी में एक चम्मच तेल और नमक पहले से डाल दें। जब नूडलस तीन चौथाई पक जाएं तो पानी निकाल कर तुरंत ठंडे पानी में डाल लें और फ़िर से पानी निकालने के लिए छलनी में डाल दें। अब इसमें काट कर डालें उबले आलू के छोटे छोटे टुकड़े( जैसे दही के रायते में डालते हैं) , ककड़ी/खीरा के टुकड़े, अनार के दाने, एक मुठ्ठी पत्ता गोभी बारीक कटी हुई, उबले हुए मटर ( एक मुठ्ठी) , 1 गाजर के टुकड़े, 1ट्माटर के टुकड़े, 1/2 शिमला मिर्च के बारीक टुकड़े।
अब इसमें 5 बड़े चम्मच हरी चटनी और 5 बड़े चम्मच टोमेटो सॉस, चाट मसाला, हल्का सा नमक, जीरा पाउडर, हल्की सी काली मिर्च पाउडर डाल कर टॉस कर लें और इसे फ़्रिज में रख दे एक घंटे के लिए, सब मसाले नूडलस में रस जाएगे और अब इसे ठंडा ही खा कर देखिए और बताइए तो कैसी बनी ये चाट्।
हरी चटनी बनाने के लिए लिजीए एक गड्डी हरा धनिया, थोड़ी सी इमली, काला नमक, भुना हुआ जीरा, सादा नमक, काली मिर्च पाउडर, थोड़ी चीनी, 4-5 हरी मिर्च, थोड़ा सा अदरक।

Tuesday, July 29, 2008

चटपटे टोस्ट

४ ब्रेड स्लाइस
४ बडे चम्मच कसा हुआ मोझेरेला चीज़
४ चम्मच हॉट और स्वीट सॉस
बटर अगर पसंद हो
ब्रेड स्लाइस पर थोडा बटर लगाकर हॉट एन्ड स्वीट सॉस लगायें
अब इस पर चीज़ फैला दें ओवन में रखकर ३ से ४ मिनट तक टोस्ट करें
जब चीज़ पिघल जाये गरमागरम खायें और खिलायें यदि ज्यादा चटपटे
चाहें तो काली मिर्च और नमक छिडक कर खायें ।

Saturday, July 26, 2008

सहयोग दे ताकि साँझा चूल्हा जलता रहे ।

दाल रोटी चावल ब्लॉग के लिये विधियाँ आमन्त्रित हैं । इस ब्लॉग पर रेसिपी भेजे अलग अलग प्रान्तों कि ताकि कुछ नयी पुरानी रेसिपी का एक अच्छा ब्लॉग बन सके । सहयोग दे ताकि साँझा चूल्हा जलता रहे ।

Wednesday, July 23, 2008

सूजी का टोस्ट



रोज़ाना सुबह उठते ही मगज़पच्ची करनी पडती है,एक चिर शाश्वत प्रश्न हम सब के सामने आके खडा हो जाता है,"आज क्या नाश्ता बनाया जाये?" तो इसी समस्या से आज सुबह हम भी जूझ रहे थे कि पापा से बात हुई.उन्हें नयी नयी चीज़ें बनाने का और रसोई में नये प्रयोग करने का बहुत शौक है.उन्होंने याद दिलाया कि पिछली बार जब हम तुम्हारे पास दिल्ली आये थे तो तुम्हें सूजी का टोस्ट बना के खिलाया था,आज भी वही बना के खिला दो अपने पति को.मुझे भी दो आसानी हो गई,एक तो ये कि सोचने से निजात मिल गई और दूसरी ये कि ये बहुत ही आसान डिश है.इस टोस्ट में सूजी,दही और सब्ज़ियों की गुणवत्ता शामिल है,साथ ही कैलोरीज़ का कोई झन्झट ही नहीं.तो बनायें सूजी टोस्ट? सामान जुटा लीजिये न फिर?

सामग्री

सूजी ------------ ४ टीस्पून
ताज़ा दही --------- १/२ कप
नमक ----------- अन्दाज़ से
हरी मिर्च ---------एक बारीक कटी हुई
ब्रेड स्लाइस -------------- जितने टोस्ट बनाने हो
टमाटर ----------------- १ बडे आकार का
शिमला मिर्च--------------- १ बडे आकार की
रिफ़ाइन्ड तेल -------------- टोस्ट सेकने के लिये

विधि

एक बर्तन में दही को फ़ेंट कर उसमें सूज़ी मिला लें.अब उसमें नमक और हरी मिर्च मिला लें.एक नॊन स्टिक तवा गर्म करने रख दें.तब तक टमाटर और शिमला मिर्च के बडे बडे टुकडे कर लें.टमाटर का गूदा निकाल दें.गर्म तवे पर थोडा सा तेल फ़ैलायें और उस पर ब्रेड स्लाइस (१ या २-जितना बडा तवा हो) रख दें.जब एक तरफ़ से ब्रेड कुरकुरी और हल्की गुलाबी होने लगे तो ऊपर वाली तरफ़( यानि कि बिना सिकी तरफ़) एक -१/२ चम्मच सूजी का मिश्रण फ़ैलायें और उस पर टमाटर और शिमला मिर्च के टुकडे लगा दें.चम्म्च से इस टोस्ट को हल्का हल्का दबा दें जिससे सब्ज़ी के टुकडे सूजी के मिश्रण में सेट हो जायें.अब धीरे से टोस्ट को पलट दें.मंदी आंच पर तब तक सेकें जब तक शिमला मिर्च और टमाटर के टुकडों पर सिकने के निशान ना आ जायें. दिया गया चित्र आपकी मदद कर देगा कि कितना सेकना है.
रंगबिरंगा,क्रिस्पी सूजी टोस्ट तैयार है.बच्चे भी इसे शौक से खाना चाहेंगे.इसे आप टोमेटो केचप और मस्टर्ड सौस के साथ खायें,चाहे तो हरी चटनी से भी खा सकते हैं.
अब बनाइये ,खाइये और मुझे बताइये कैसा लगा?

Monday, July 21, 2008

मूंग की दाल के चीले

मूंग की दाल के चीले , पनीर की फिलिंग के साथ , चित्र अपनी कथा ख़ुद कह रहे हैं , रेसिपी की जरुरत ही नहीं हैं , इतनी सिंपल और आसन डिश की मिनटों मे बनजाये । दाल रात मे भिगो दे , सुबह पीसे , नमक मिलाये , सही अंदाज से पानी डाले की तवे पर फेला सके । नॉन स्टिक पैन गरम करे , दाल डाले और तवे पर फेला ले , एक तरफ सिक जाए , पलटे , दूसरी तरफ़ सेके , फिर पलटे , अब इस मे नमक मिला कदुक्स किया पनीर डाले । एक तरफ से पलट कर बंद करे । गर्म गरम सर्व करे । अगर आप चाहते हैं की फोटो मे खाना सही पका दीखे तो फोटो आधे पके खाने की ले , पूरा पका खाना , फोटो मे जला हुआ दिखता हैं । ये होता हैं किसी भी किताब मे आयी हुई बढ़िया रेसिपे की फोटो जो हमे ललचाती हैं

Thursday, July 17, 2008

कचूमर

कच्ची अमिया एक
एक छोटी चम्मच सरसों का तैल
नमक , पीसी लाल मिर्च स्वाद अनुसार
एक चुटकी पीसी हल्दी
अमिया को छील ले । अब गुठली अलग करते हुए चारो तरफ़ से टुकडे काट ले । अब इन टुकडो को चकोर छोटे छोटे टुकडो मे काट ले , जितने छोटे आप कर सके । एक कटोरी मे ये टुकडे डाले ऊपर से नमक , हल्दी और पीसी लाल मिर्च डाले फिर सरसों का तैल डाल कर खूब अच्छी तरह मिला ले । बस कचूमर तैयार । पापा को ये बहुत अच्छा लगता था , खिचडी , रोटी , अरहर कि दाल सबके साथ वो इस को बहुत रूचि से खाते थे और बनाते भी ख़ुद ही थे । कुछ यादे वक्त के साथ भी धूमिल नहीं होती

Wednesday, July 16, 2008

बैगन का कच्चा भुर्ता

बैगन का कच्चा भुर्ता
बैगन का भुर्ता तो आप सभी ने कभी न कभी खाया होगा, पंजाबियों में यह काफी खाया जाता है, लेकिन इसका एक और पारम्परिक रूप भी है जिसके बारे में ज्यादातर लोग नहीं जानते और वो है कच्चा भुरता गंगानगर में जब तापमान 50 डिग्री होता है तब तंदूर की गर्मागर्म रोटी के साथ यह ठंडा भुर्ता लंच में खाने का स्वाद ही अलग होता है। इसकी खासियत भी यही है कि इसे ठंडा सर्व किया जाता है।
इस भुर्ते के लिए हमें चाहिए दो मध्यम आकार के बड़े बैगन, (आधा किलो) प्याज एक पाव, टमाटर 200 ग्राम, हरी मिर्च- 3 से 4 खीरा - 1
बैगन को ओवन, तंदूर या गैस बर्नर पर सीधा ही रखकर भूनें, बैगन के बाहर भूनने से पहले तेल लगा लें जिससे वह ठीक से भूनेगा। अब भुने हुए बैगन को ठंडे पानी से भरे हुए भगौने में डालदें और छिलका उतरा लें। अब बैगन बाहर निकाल कर किसी बड़ी प्लेट में डाल कर अच्छी तरह मैश कर लें। मैश करने से पहले चैक कर ले उसमें कीड़े तो नहीं है और अगर बीज बहुत ज्यादा हो तो बीज भी निकाल दें।उधर प्याज, टमाटर , मिर्च और खीरे को बारीक काट लें। अब इन सब को बैगन के साथ मिला लें स्वादानुसार थोड़ा नमक और लाल मिर्च डाल दें। इसी तंदूरी रोटी के साथ ठंडा सर्व करें । इसकी खासियत है कि इसमें तेल बिलकुल नहीं डलता। तो अनीता जी आप बेखौफ इसका आनंद ले सकती हैं।
कुकिंग टाइम- 20 मिनिटसर्व- 4 लोगों के लिए
बैगन के पके हुए भुर्ते ( नार्मल) की रेसिपी अगली बार

Monday, July 14, 2008

अरबी के पत्तो के पतौड़े

ये रेसिपी डॉ मंजुलता जी ने हस्तलिखित दी हैं और लेखिका की मै बेटी हूँ ।

क्लिक करे और बड़ा करके आराम से पढ़ के , प्रिंट निकाल कर , बनाए । तस्वीर नीचे हैं मेरी माता श्री की किचेन की क्योकि ये विधि भी उनकी ही हैं । हम तो खाते हैं पर इस बार खाने से पहले फोटो ले ली । सबसे अच्छी बात हैं की अरबी के पत्ते भी घर के किचेन गार्डन से ही हैं । और अरबी को लखनऊ मे घुइयाँ कहते हैं ओअर दिल्ली के सब्जी वाले इस नाम से नितांत अपरचित हैं ।