tag:blogger.com,1999:blog-4968849018581252135.post3058272541563728485..comments2023-11-05T15:17:35.758+05:30Comments on दाल रोटी चावल: साबूदाने की खिचडीरचनाhttp://www.blogger.com/profile/03821156352572929481noreply@blogger.comBlogger9125tag:blogger.com,1999:blog-4968849018581252135.post-88426981737852771532008-05-11T18:26:00.000+05:302008-05-11T18:26:00.000+05:30तरुण जी इतनी लंबी रेसिपी देने के लिए धन्यवाद, बस म...तरुण जी इतनी लंबी रेसिपी देने के लिए धन्यवाद, बस मेरी मंद बुद्धी को समझ नहीं आया कि क्या बनाया गया, सामग्री तो समझ आ गयी, पर विधी और क्या बना वो नहीं समझ में आया। फ़िलोस्फ़ी मेरा विषय नहीं था।Anita kumarhttps://www.blogger.com/profile/02829772451053595246noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4968849018581252135.post-2976223677249693132008-05-11T09:58:00.000+05:302008-05-11T09:58:00.000+05:30जय श्री गुरुवे नमःसोचो जिसने तुम्हें सुंदर सृष्टि ...जय श्री गुरुवे नमःसोचो जिसने तुम्हें सुंदर सृष्टि दी , जो किसी भी प्रकार से स्वर्ग से कम नहीं है , आश्चर्य ! वहां नर्क (Hell) भी है । क्यों ? नर्क हमारी कृतियों का प्रतिफलन है । हमारी स्वार्थ भरी क्रियाओं मैं नर्क को जन्म दिया है । हमने अवांछित कार्यों के द्वारा अपने लिए अभिशाप की स्थिति उत्पन्न की है । स्पष्ट है कि नर्क जब हमारी उपज है , तोइसे मिटाना भी हमें ही पड़ेगा । सुनो कलियुग में पाप की tarun mishrahttps://www.blogger.com/profile/01826953709612768979noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4968849018581252135.post-65998000375398296002008-05-10T23:03:00.000+05:302008-05-10T23:03:00.000+05:30दोनों बेहतरीन-आजकल एक साबूदाना चाईनिज वाला भी मिलत...दोनों बेहतरीन-आजकल एक साबूदाना चाईनिज वाला भी मिलता है बाजार में. भारत में भी. उसे शायद एक घंटे भिगोने से ही काम बन जाता है.<BR/><BR/>बढ़िया है.<BR/><BR/>-----------------------------------<BR/>आप हिन्दी में लिखते हैं. अच्छा लगता है. मेरी शुभकामनाऐं आपके साथ हैं, इस निवेदन के साथ कि नये लोगों को जोड़ें, पुरानों को प्रोत्साहित करें-यही हिन्दी चिट्ठाजगत की सच्ची सेवा है. <BR/>एक नया हिन्दी चिट्ठा Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4968849018581252135.post-44992994308692044652008-05-10T23:00:00.000+05:302008-05-10T23:00:00.000+05:30mast mast khup chanmast mast khup chanAnonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4968849018581252135.post-21228131887072350312008-05-09T20:50:00.000+05:302008-05-09T20:50:00.000+05:30आहा अब तो सोमवार को उपवास करना ही पड़ेगा...बहुत बढ...आहा अब तो सोमवार को उपवास करना ही पड़ेगा...बहुत बढीया रेसिपी हैं जी...सुनीता शानूhttps://www.blogger.com/profile/11804088581552763781noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4968849018581252135.post-65023083657640384352008-05-09T18:45:00.000+05:302008-05-09T18:45:00.000+05:30अरे वाह ! ये दोनोँ ही मेरी पसँदीदा चीजेँ हैँ -- ला...अरे वाह ! <BR/>ये दोनोँ ही मेरी पसँदीदा चीजेँ हैँ -<BR/>- लावण्यालावण्यम्` ~ अन्तर्मन्`https://www.blogger.com/profile/15843792169513153049noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4968849018581252135.post-20918435339312855362008-05-09T18:00:00.000+05:302008-05-09T18:00:00.000+05:30बहुत ही बढ़िया ..दोनों बहुत अच्छी हैंबहुत ही बढ़िया ..दोनों बहुत अच्छी हैंरंजू भाटियाhttps://www.blogger.com/profile/07700299203001955054noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4968849018581252135.post-7550738976810405062008-05-09T17:09:00.000+05:302008-05-09T17:09:00.000+05:30खिचिडी और फलों की चाट दोनों ही मस्त है।खिचिडी और फलों की चाट दोनों ही मस्त है।mamtahttps://www.blogger.com/profile/05350694731690138562noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4968849018581252135.post-36500029109391548002008-05-09T16:58:00.000+05:302008-05-09T16:58:00.000+05:30गर्मियों में ठण्डे , रसीले फल खाने का नायाब नुस्खा...गर्मियों में ठण्डे , रसीले फल खाने का नायाब नुस्खा बताया आपने.सबूदाना खिचडी महीने में एक-दो बार अवश्य ही बनती है हमारे यहां.Ila's world, in and outhttps://www.blogger.com/profile/13648932193142137941noreply@blogger.com