दाल रोटी चावल सदियों से नारी ने इसे पका पका कर राज्य किया हैं , दिलो पर , घरो पर। आज नारी बहुत आगे जा रही हैं सब विधाओं मे पर इसका मतलब ये नहीं हैं कि वो अपना राज पाट त्याग कर कुछ हासिल करना चाहती हैं। रसोई की मिलकियत पर से हम अपना हक़ तो नहीं छोडेगे पर इस राज पाट का कुछ हिस्सा पुरुषो ने होटल और कुछ घरो मे भी ले लिया हैं।

हम जहाँ जहाँ ये वहाँ वहाँ

Monday, March 30, 2009

छोले के कटलेट

एक कटोरी काबुली चने ( उबाल कर ) ,
एक बडा प्याज बारीक कटा हुआ,
दो हरी मिर्च बारीक कटी हुई,
हरा धनिया कटा हुआ एक बडा चम्मच,
नमक (स्वादानुसार ),
लालमिर्च धनिया पाउडर, जीरा पाउडर, प्रत्येक एक चाय का चम्मच
ब्रेड 2 स्लाइस
विधी
ब्रेड को मसल लें । छोलों को मैश कर लें । अब सारी सामग्री को मिलाकर उसके मन पसंद आकार के कटलेट्स बना लें । निर्लेप फ्राय पैन में कटलेटस् को रख कर चारों तरफ से तेल छोड कर शैलो फ्राय करें ।दोनों तरफ से सुनहरा होने पर गरमागरम पेश करें । साथ मे सॉस या चटनी हो तो क्या बात है ।
एक राज की बात, आप इसमें रात के बचे छोलों का भी उपयोग कर सकती हैं ।

2 comments:

Dr.Bhawna Kunwar said...

बहुत बढिया ...जरूर बानायेंगे ...पर नवरात्र के बाद ही बना सकेगें... :)thanks

mamta said...

अरे आज ही सुबह हमने छोले खाए । पहले पढ़ा होता तो कटलेट भी बना लेते ।