दाल रोटी चावल सदियों से नारी ने इसे पका पका कर राज्य किया हैं , दिलो पर , घरो पर। आज नारी बहुत आगे जा रही हैं सब विधाओं मे पर इसका मतलब ये नहीं हैं कि वो अपना राज पाट त्याग कर कुछ हासिल करना चाहती हैं। रसोई की मिलकियत पर से हम अपना हक़ तो नहीं छोडेगे पर इस राज पाट का कुछ हिस्सा पुरुषो ने होटल और कुछ घरो मे भी ले लिया हैं।

हम जहाँ जहाँ ये वहाँ वहाँ

Friday, November 14, 2008

रेसिपी पोस्ट करे

इस ब्लॉग पर काफी दिन से कोई रेसिपी नहीं आयी हैं । कुछ विधियां पोस्ट करे सदस्य भी और जो जुड़ना चाहे वो मेल करे या कमेन्ट मे अपना ईमेल दे

Saturday, November 1, 2008

अरहर की दाल एक व्यंजन अनेक

दाल अरहर यूपी स्टाइल जाडे मे
एक कटोरी अरहर की दाल को कुकर मे डाल कर इतना पानी डाले की डाल पूरी तरह भीग जाए और एक अंगुल पानी ऊपर रहे । इसमे हल्दी एक चुटकी और नमक स्वाद अनुसार डाले । अब इसको तक़रीबन ५ मिनट तक प्रेशर कुक करे । इसके बाद कुकर का ढक्कन और प्रेशर हटा दे और इस दाल को धीमे आंच पर गाढा होने दे । अगर पानी कम हो तो बढ़ा दे पर दाल गाढ़ी होनी जरुरी हैं । गाढी होने की निशानी हैं की रखने के बाद उपरी सतह पर पानी नहीं आना चाहीये । करीब १० मिनट मे एक कटोरी दाल गाढ़ी हो जाती हैं ।
दाल का छौक
आधी कटोरी देसी घी तेज गरम करे और इसमे एक प्याज बारीक कटा हुआ डाले । प्याज गोल्डन हो जाए तो उसमे अंदाज से कला जीरा डाले । अब इसमे २ - ३ साबुत सूखी लाल मिर्च डाले और पकाए । लाल मिर्च के ऊपर की डंडी मत तोडे । लाल मिर्च एक दम फूल जायेगी ।
अब गाढ़ी की हुई गरम गरम दाल मे ये छोंक लगाए और गरम गरम परोस कर खाए ।

दाल अरहर यूपी स्टाइल गर्मी मे
लखनऊ मे गर्मी मे जब अरहर की दाल बनाई जाती हैं तो उसमे कैरी यानि कच्चे आम की गुठली जरुर डाली जाती हैं । ऊपर दी गयी विधि मे जब आप दाल को प्रेशर कुक करने के लिये चढाते हैं तो उसी समय एक कच्चे आम की गुठली उसमे डाल दे । पानी की मात्रा बढ़ा दे क्युकी खट्टा आम डाल देने की वजह से डाल को पकने मे ज्यादा समय लगेगा ।
बाकी पूरी विधि ऊपर की तरह ही होगी । खाते समय इस गुठली को चूस चूस कर खाने का अपना अलग मज़ा हैं ।

दाल अरहर ढाबा स्टाइल या दाल फ्राई
आधा कटोरी अरहर की दाल और आधा कटोरी चने की दाल को कढाई मे हल्के घी मे भुन ले दो से तीन मिनट तक । अरहर कर चने की दाल को कुकर मे डाल कर इतना पानी डाले की दाल पुरी तरह भीग जाए और अंगुल पानी ऊपर रहे । इसमे हल्दी एक चुटकी और नमक स्वाद अनुसार डाले । अब इसको तक़रीबन ३ मिनट तक प्रेशर कुक करे । कुकर की स्टीम तुंरत निकाल दे ।
दाल का छौक
आधी कटोरी देसी घी तेज गरम करे और इसमे एक बारीक कटा हुआ टमाटर और एक बारीक कटा हुआ प्याज और दो तीन हरीमिर्च बारीक कटी डाल कर पकाए । अब इसमे पानी का छीटा दे बहुत सावधानी से क्योकि कभी कभी लपट उठ जाती हैं { कभी ऐसा हो जाए तो तुंरत गैस बंद कर दे और कच्चा प्याज डाल दे लपट बंद हो जाएगी } फिर इसमे एक चुटकी खाने वाला सोडा डाले ।
एक मिनट के बाद पकी हुई दाल इस छौक मे डाल दे और धीमे आंच पर ७-८ मिनट तक खोलने दे .और फिर दो चम्मच देसी घी तेज गर्म कर के उसमे १/२ चम्मच पीसी लाल मिर्च डाले और तुंरत दाल मे डाल कर परोसे ।
क्यूटी की दाल
१/२ कटोरी अरहर दाल और १/२ कटोरी छिलका उर्द की दाल कुकर मे डाल कर इतना पानी डाले की दाल पूरी तरह भीग जाए और 3 अंगुल पानी ऊपर रहे । इसमे हल्दी एक चुटकी और नमक स्वाद अनुसार डाले । अब इसको तक़रीबन ५ मिनट तक प्रेशर कुक करे . कुकर खोल कर दाल को मथानी से मैथ ले
दाल का छौक
घी तेज गरम कर के उसमे लहसन २ जवा , प्याज बारीक कटा हुआ , हिंग एक चुटकी , साबुत लाल मिर्च डाले और इस छौक को दाल मे डाले

Monday, October 27, 2008

आशा हैं मिठाई पसंद आएगी



सब को दिवाली की शुभकामना , आशा हैं मिठाई पसंद आएगी कैसी लगी जरुर बताये और पूजा करके भोग लगा कर ही खाये

Friday, October 24, 2008

ज़िम्मिकंद की पकोड़ी

आज कल ज़िम्मिकंद खूब आता हैं और हमारे याहाँ दिवाली पर इसकी पकोड़ी जरुर बनती हैं । सोचा इस बार आप सब भी बनाए इस लिये ये छोटी रेसिपी दे रही हूँ ।

ज़िम्मिकंद उबाल ले । और उबालने के बाद उसका मोटा छिलका चाकू से छिल कर अलग कर दे और ज़िम्मिकंद के छोटे छोटे टुकडे { १/४ इंच मोटे और २ इंच चकोर अंदाज से } कर ले ।

एक बड़ी कटोरी चावल सेला रात को भिगो कर रख दे और पीस ले मोटा मोटा । इसको गाढा रखे ।

इसमे नमक , हल्दी , पीसी लाल मिर्च डाले और फेट ले ।

कढाई मे सरसों का तैल गरम करे और जब धुआं निकालने लगे तो गैस कम कर दे ।

अब ज़िम्मिकंद के टुकडो को चावल के मिक्स मे डाले और ज़िम्मिकंद मे चावल लपेट कर कढाई मे डाले ।

ये टुकडे आपस मे चिपक जाते हैं तलते समय सो कोई बात नहीं है जब पक जाए तो एक प्लेट मे टिशु पेपर पर इनको निकाल कर अलग अलग करे ।

हर्रे धनिये की चटनी के साथ बहुत मज़ा आता हैं खाने मे ।

टिप

अगर ये पकोड़ी आप किसी ऐसे व्यक्ति को खिलाना चाहते हैं जिसको दांतों मे प्रॉब्लम होते हैं तो चावल को बारीक पीस कर बनाए वरना ये बहुत कडे बनते हैं {और वही असली मज़ा भी देते हैं} पर घर के बुजुर्गो के लिये खाना बहुत मुश्किल होता हैं ।

Tuesday, October 21, 2008

बनाना नट्स -----कुछ मीठा हो जाए



सामग्री:


पका केला--------------------१


पिस्ता बादाम-----------------१००ग्राम
दूध-------------------------१००ग्राम(या अपनी स्वादानुसार)


घी या तेल-------------------२-३ चम्मच


इलायची--------------------३-४


किसमिस-------------------सजाने के लिए थोडी सी


विधि:


पिस्ता बादाम को कुछ देर पानी मे भिगो दे अब उसके छिलके निकाल कर कद्दूकस कर ले थोडी सी मेहनत तो लगेगी लेकिन यकीं मानिए मेहनत का फल बहुत ही स्वादिस्ट होगा.....


हाँ तो आगे बढ़ते है अब एक पेन मे घी या तेल गरम करे और उसमे कद्दूकस किए हुए बादाम को धीमी आंच पर भुने १० मिनट तक अब इसमे पके केले को छोटे छोटे टुकडों मे डाले जैसे की केला aउर बादाम बिल्कुल अच्छी तरह से मिल जाए इसके बाद आई दूध और इलायची मिलाने की बारी थोडी देर पकाने के बाद चीनी डाले और कुछ देर तक अच्छी तरह पकाइए जैसे की मिश्रण थोड़ा गाधा हो जाए अब आंच से उतार कर इसे खाने वाले बर्तन मे निकल लें और ऊपर से किसमिस से सजायें, इसे फ्रिज मे कुछ देर ठंडा कर ले तब इसे खाने का मजा और भी ज्यादा हो जाता है


वैसे तो यह रेसिपे मैंने केले और पिस्ता बदाम को ख़तम करने के लिए बनायी थी पर मुझे और मेरे पति को इसका स्वाद इतना अच्छा लगा की इसके फोटोस लेकर पोस्ट कर रही हूँ आजमाइए जरूर ...कुछ मीठा लाइफ मे होना ही चाहिए :)