दाल रोटी चावल सदियों से नारी ने इसे पका पका कर राज्य किया हैं , दिलो पर , घरो पर। आज नारी बहुत आगे जा रही हैं सब विधाओं मे पर इसका मतलब ये नहीं हैं कि वो अपना राज पाट त्याग कर कुछ हासिल करना चाहती हैं। रसोई की मिलकियत पर से हम अपना हक़ तो नहीं छोडेगे पर इस राज पाट का कुछ हिस्सा पुरुषो ने होटल और कुछ घरो मे भी ले लिया हैं।

हम जहाँ जहाँ ये वहाँ वहाँ

Tuesday, May 6, 2008

पाव भाजी

पाव भाजी
हम बंबई से हैं तो आइए आप को बंबई की हर दिल अजीज पाव भाजी खिलाते हैं। अक्सर कैलरी गिनने वाले लोग इससे बचते हैं पर हम आप को बता रहे हैं लो कैल पाव भाजी इसके लिए लिजिए
1 किलो उबले हुए और मसले हुए आलू
250 ग्राम फ़ूल गोभी( उबाल लिजिए)
250 ग्राम मटर( हल्के से उबाल लिजिए)
एक मुठ्ठी पत्ता गोभी
2 प्याज(बारीक कटे हुए)
2 शिमला मिर्च(बारीक कटी हुई)
6-7 टमाटर( पीस लें)
मसाला-
मसाला- पाव भाजी मसाला(एवरेस्ट/एम टी आर का य जो आप को पसंद हो)
जीरा- 1/2 छोटा चम्मच
नमक- सवादानुसार
लाल चटनी के लिए-
15-18 कलियां लहसुन की कलियां
8-10 साबुत लाल मिर्च
कड़ाही में 2 बड़े चम्मच तेल गरम कीजिए, उसमें पहले जीरा डालें, जब वो लाल हो जाए तो प्याज और फ़िर शिमला मिर्च डाल कर चला लें। अब उसमें डालिए पाव भाजी मसाला(2/3 बड़े चम्मच), इसे भी चलाइए। जब ये दोनों थोड़ा भुन जाए तो इसमें बाकी की सब सब्जियां हाथ से ही मसल कर डालिए। अब इसमें नमक लाल मिर्च पाउडर डालें (अपने अंदाज से), खूब चलाइए जब तक पूरा मसाला मिक्स न हो जाए। अब इसमें पानी डालिए जब तक ये कड़ी के जैसा पतला न हो जाए। अब इसमें पिसे हुए टमाटर मिलाइए और उबलने दीजिए।
दूसरी कड़ाही में 1 चम्मच तेल गरम करें। उसमें गीला पिसा हुआ लहसुन और लाल मिर्च फ़्राई करें। जब लहसुन की गंध निकल जाए या कम हो जाए तो इस चटनी को उबलती पाव भाजी में मिला दें। और एक दो उबाले और आने दे। उसके बाद गैस बंद और इसे थोड़ा सा ठंडा कर लें। गैस बंद करते ही जब इसे किसी डिश में खाली करें ऊपर से अमुल बटर डालें (अंदाजे से) और बारीक कटा हरा धनिया। तवे पर सिके पाव के साथ परोसें। लो कैल करने के लिए आप चाहें तो आलू कम कर पत्ता गोभी की मात्रा बड़ा सकते हैं।

6 comments:

Anonymous said...

तवे पर सिके पाव के साथ परोसा पाने पहुँच रहे हैं । नमस्ते।

Anonymous said...

mae is receipe ko bahut din sae bananaa chahtee the ab turant try karugee

mamta said...

hummm मुंह मे पानी आ गया।

लावण्यम्` ~ अन्तर्मन्` said...

मैँ पाव भाजी मेँ पत्ता गोभी और फूल गोभी नहीँ डालती - सिमला मिर्च भी आखिर मेँ, डालती हूँ और बाकी सब्जियाँ ग्रीन बीन्स, गाजर, हरी मटर आलु उबले और मेश किये हुए , प्याज्, लहसुन और बादशाह पाव भाजी मसाला निहायत जरुरी है और अँत मेँ ढेर सारा हरा धनिया और छोटे बेकरी के ब्रेड --( Toasted on the same Skillet = tawa !)
स्नेह्,
-- लावण्या

रंजू भाटिया said...

बहुत बढ़िया जी ..पाव भाजी मेरे घर में भी खूब बनती है और खूब पसंद भी की जाती है हाँ चटनी कभी नही बनायी जो आपने इस में बताई है इस बार उसके साथ बनायेंगे शुक्रिया अनिता जी इसको यहाँ शेयर करने के लिए :)

Anita kumar said...

धन्यवाद दोस्तों। अफ़लातून जी स्वागत है आप का हमारी किचन में