दाल रोटी चावल सदियों से नारी ने इसे पका पका कर राज्य किया हैं , दिलो पर , घरो पर। आज नारी बहुत आगे जा रही हैं सब विधाओं मे पर इसका मतलब ये नहीं हैं कि वो अपना राज पाट त्याग कर कुछ हासिल करना चाहती हैं। रसोई की मिलकियत पर से हम अपना हक़ तो नहीं छोडेगे पर इस राज पाट का कुछ हिस्सा पुरुषो ने होटल और कुछ घरो मे भी ले लिया हैं।

हम जहाँ जहाँ ये वहाँ वहाँ

Sunday, June 29, 2008

" चटपटी औरेंज फ्राईज़ विद मूली के पत्ते की चटनी "

बेसन एक कटोरी
नमक स्वाद अनुसार
मिर्च लाल पिसी स्वाद अनुसार
एक गड्डी हरा पुदीना खूब बारीक कटा हुआ
हरी मिर्च ५-६ बारीक कटी हुई
४ चम्मच धारा
६ चम्मच सरसों का तैल
२ चम्मच चाट मसाला

बेसन , पुदीना , हरी मिर्च , लाल मिर्च , नमक और धारा को एक बर्तन मे डाल कर सख्त सख्त आटा गूँध ले । पानी बस उतना डाले जो इन सब चीजों को आपस मे मिक्स करने मे सही लगे । आटा गूंधने के बाद एक संतरे जैसी गोल बाँल बना ले ।
एक बर्तन मे पानी उबाले , जब पानी उबलने लगे तो बेसन की बाँल उस मे डाल दे और तब तक पकने दे जब तक बाँल अपने आप पानी के ऊपर ना तैरने लगे । इस विधि मे पानी का उबलना बहुत जरुरी हैं नहीं तो बाँल फट जायेगा । बाँल जब पाक़ जाए तो उसको पानी से निकल कर एक टिशू पेपर पर सूखने दे । जब ये ठंडा हो जाए तो संतरे की आकार मे इसकी फांके काट ले ।
एक नॉन स्टिक कढाई को गरम करके उसमे सरसों का तैल डाले और जब तैल से धुआँ निकालने लगे तो बाँल की फाके उसमे डाल दे । अब ब्राउन होने तक सेके और फिर प्लेट मे निकाल ले । इसके ऊपर अब २ चम्मच चाट मसाला डाले और गरम गरम " चटपटी औरेंज फ्राईज़ " परोसे ।


देसी नाम देना हो तो इन्हे बेसन के गट्टे भी कहते हैं !!!!!!!!! बस थोड़ा वैरिअशन कर लिया हैं मैने अपने विदेशी मेहमानों के लिये जिन्हे मिंट यानी पुदीना बहुत पसंद हैं । पुदीने की चटनी की जगह मे इसको मूली के पत्तो की चटनी के साथ खिलाती हूँ । मूली के पत्तो की चटनी बिल्कुल वैसे ही बनती हैं जैसे आप पुदीने या धनिये की चटनी बनते हैं पर स्वाद बहुत अलग होता हैं ।

5 comments:

डा. अमर कुमार said...

इ्सकी सब्ज़ी भी बनायें,
और...बंगला तरीके से सरसों का झोल बनायें ।

आनन्द आने की गारंटी मेरी !

मीनाक्षी said...

मेहमानों के लिए एक और नई डिश.. बनाने और खाने के बाद बताएँगे कि कैसा लगा अभी तो मुहँ में पानी आ रहा है.. :)

मुनीश ( munish ) said...

sundar! i appreciate the way u write.

रंजू भाटिया said...

बेसन के गट्टे तो खूब बनाती हूँ पर इस तरह नही अब की बार यूँ बना कर देखते हैं ..वैसे जब मेथी का मौसम हो तो इन को मेथी के स्वाद में भी बना कर देखे ..

Poonam Misra said...

आज शाम को चाय के साथ यही बनाना है.धन्यवाद इसा रेसिपी के लिए .