
सामग्री: (दो गिलास के हिसाब से)
१० स्ट्राबेरी
१०-१२ काले अंगूर
१ गिलास दही
६ काजू
६ अखरोट के आधे टुकड़े
६ बादाम
१ चम्मच शक्कर
स्ट्राबेरी और अंगूर को चॉपर में ग्रेट कर लिजिये. जूस नहीं निकलाना है. बस, छोटे छोटे कतरे होकर एक दूसरे से मिल जाये. दही को लस्सी जैसे फेंट लिजिये थोड़ा गाढ़ा सा. इसमें मिठास के लिए एक चम्मच शक्कर मिला दिजिये या यदि चाहें, तो एक चम्मच शहद डाल दें. काजू, अखरोट और बदाम के छोटे छोटे टुकड़े कर दिजिये चाहे तो चॉपर में ही.
अब स्ट्राबेरी और अंगूर का मिक्स दो गिलासों में नीचे भर दें. उस पर से दही का मिक्स डालें और काजू अखरोट और बदाम के मिक्स का उस पर छिड़काव कर दें. पेय तैयार.
इसे चम्मच से खायें.
मस्त है ब्रेकफास्ट के लिए और फिलिंग भी. लंच तक एकदम तरोताजा रखेगा.
Tuesday, June 23, 2009
एक टिप दही बड़े बनाने हो तो बहुत काम आती हैं
जब भी उर्द की दाल के दही बड़े बनाने हो तो रात मे दाल भिगोते समय ही उसमे खाने वाला सोडा मिला दे । सुबह दाल
को धो कर पीस ले । इस प्रकार से बड़े मे तैल कभी नहीं भरेगा ।
को धो कर पीस ले । इस प्रकार से बड़े मे तैल कभी नहीं भरेगा ।
Sunday, June 21, 2009
एक बहुत उपयोगी टिप
अगर आप को तरी वाली सब्जी का रंग एक दम लाल चाहिये और आप तीखा कम खाते हैं तो मसाले मे हल्दी के साथ एक चुटकी भर खाने वाला सोडा मिला ले । अब जब आप मसाला भुनेगे तो एक दम लाल होगा और तरी भी लाल बनेगी ।
Tuesday, June 16, 2009
ग्वार पाठे की खट्टी-मीठी सब्जी

ऎसा नही की राजस्थान से खाली हाथ आये हैं आपके लिये लाये हैं ग्वारपाठे की खट्टी-मीठी सब्जी।
तो लीजिये बनाने के लिये तैयार हो जाईये...
ग्वार पाठा एक हर्ब ही नही एक स्वादिष्ट सब्जी भी बन सकता है जिसे आप खुशी-खुशी किसी भी समय पर बना सकते हैं...:)
बनाने की विधि---
सबसे पकले ग्वारपाठे की दोनो फ़ाँके अच्छी तरह से छील लीजिये,
उनके छोटे-छोटे टुकड़े कर दीजिये
उन टुकड़ों को एक पतीले में पानी भर कर डाल दीजिये
उनमें डेढ़ चम्मच नमक व चुटकी भर हल्दी भी मिला दीजिये
उन टुकड़ों को पंद्रह मिनिट तक ऎसे ही पड़ा रहने दीजिये
उनके रंग में थोड़ा बदलाव होगा व लार की मात्रा भी कम हो जायेगी
अब ग्वारपाठे के टुकडो़ को पानी से अच्छी तरह धोकर कुछ देर छलनी में रहने दीजिये
एक कड़ाही में दो चम्मच देशी घी डालिये
घी के गर्म होने पर उसमे अजवाईन,हींग डालिये
जैसे ही बघार आने को तैयार हो जाये धुले हुए ग्वारपाठे के टुकड़े कड़ाही में छोड़ दीजिये
बचा हुआ आधा चम्मच नमक,हल्दी,धनिया,गरम मसाला डाल कर मिलाईए
पाँच मिनिट बाद पक जाने पर गुड़ अथवा चीनी जो पानी में घुल गया होगा सब्जी में छोड़ दीजिये
अमचूर डाल कर अच्छी तरह से पकाईये
रंग और स्वाद ही नही यह सब्जी लाजवाब बनेगी...जैसे चाहे खाईये
रोटी या पराँठे के साथ या ऎसे ही आप भी अँगुलियां चाटते रह जायेंगे।
सामग्री--चार लोगों के लिये
ग्वारपाठे की मोटे दल वाली फ़ांकें(जिसे पत्तियाँ या तना भी कह सकते है जिसके दोनो तरफ़ काँटे होते हैं)---2
देशी घी- 2 छोटे चम्मच
अजवाईन--- 1 छोटा चम्मच
हींग-- 1/6 छोटी चम्मच
गुड़ अथवा चीनी---25 ग्राम( 1/2 कफ पानी में भिगो दें)
मिर्च----1 छोटा चम्मच
हल्दी---1/2 छोटा चम्मच
धनियां---2 छोटे चम्मच
अमचूर---2 छोटे चम्मच
नमक---दो छोटे चम्मच
ग्वारपाठे की मोटे दल वाली फ़ांकें(जिसे पत्तियाँ या तना भी कह सकते है जिसके दोनो तरफ़ काँटे होते हैं)---2
देशी घी- 2 छोटे चम्मच
अजवाईन--- 1 छोटा चम्मच
हींग-- 1/6 छोटी चम्मच
गुड़ अथवा चीनी---25 ग्राम( 1/2 कफ पानी में भिगो दें)
मिर्च----1 छोटा चम्मच
हल्दी---1/2 छोटा चम्मच
धनियां---2 छोटे चम्मच
अमचूर---2 छोटे चम्मच
नमक---दो छोटे चम्मच
बनाने की विधि---
सबसे पकले ग्वारपाठे की दोनो फ़ाँके अच्छी तरह से छील लीजिये,
उनके छोटे-छोटे टुकड़े कर दीजिये
उन टुकड़ों को एक पतीले में पानी भर कर डाल दीजिये
उनमें डेढ़ चम्मच नमक व चुटकी भर हल्दी भी मिला दीजिये
उन टुकड़ों को पंद्रह मिनिट तक ऎसे ही पड़ा रहने दीजिये
उनके रंग में थोड़ा बदलाव होगा व लार की मात्रा भी कम हो जायेगी
अब ग्वारपाठे के टुकडो़ को पानी से अच्छी तरह धोकर कुछ देर छलनी में रहने दीजिये
एक कड़ाही में दो चम्मच देशी घी डालिये
घी के गर्म होने पर उसमे अजवाईन,हींग डालिये
जैसे ही बघार आने को तैयार हो जाये धुले हुए ग्वारपाठे के टुकड़े कड़ाही में छोड़ दीजिये
बचा हुआ आधा चम्मच नमक,हल्दी,धनिया,गरम मसाला डाल कर मिलाईए
पाँच मिनिट बाद पक जाने पर गुड़ अथवा चीनी जो पानी में घुल गया होगा सब्जी में छोड़ दीजिये
अमचूर डाल कर अच्छी तरह से पकाईये
रंग और स्वाद ही नही यह सब्जी लाजवाब बनेगी...जैसे चाहे खाईये
रोटी या पराँठे के साथ या ऎसे ही आप भी अँगुलियां चाटते रह जायेंगे।
सुनीता शानू
Tuesday, May 12, 2009
मछली - दिल और दिमाग के लिए फायदेमन्द
आज के युग में बढ़ते मानसिक तनाव को दूर करने के लिए भोजन में मछली बहुत फायदेमन्द है. मछली में 'ओमेगा 3' नाम का फैटी ऐसिड और प्रोटीन दिल और दिमाग के लिए तो अच्छा है ही, आँखों के लिए भी लाभकारी है
आज की मछली 'ब्लैक पोमफ्रेट' है.... जिसे 'बटरफिश' कहा जाता है। इस मछली में विटामिन ए , डी और बी के साथ साथ बी 12 भी होता है जो नर्वस सिस्टम को ठीक रखता है। आँखों , बालों और त्वचा के लिए भी बहुत फायेदेमन्द है।
मछली की चमक और समुद्री गन्ध का अर्थ है कि वह ताज़ा है... पकाने से पहले अच्छी तरह से धो लें.
स्वादानुसार अदरक लहुसन का पेस्ट, नमक, हल्दी, लाल मिर्च मिला लें.
मछली तलने से 10 मिनट पहले बाहर निकाल रखें...फ्राइपेन में तेल उतना ही डालें जिसमें एक हिस्सा पक सके। पहले स्किन वाली साइड को अच्छी तरह से तले।
अब धीरे से मछली को पलट दें.. ध्यान रखें कि टूटने न पाए... बीच बीच में देखते रहें कि हल्के लाल रंग के होने पर फौरन गैस बन्द कर दें और सर्विंग प्लेट में रखें।
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