दाल रोटी चावल सदियों से नारी ने इसे पका पका कर राज्य किया हैं , दिलो पर , घरो पर। आज नारी बहुत आगे जा रही हैं सब विधाओं मे पर इसका मतलब ये नहीं हैं कि वो अपना राज पाट त्याग कर कुछ हासिल करना चाहती हैं। रसोई की मिलकियत पर से हम अपना हक़ तो नहीं छोडेगे पर इस राज पाट का कुछ हिस्सा पुरुषो ने होटल और कुछ घरो मे भी ले लिया हैं।

हम जहाँ जहाँ ये वहाँ वहाँ

Tuesday, September 9, 2008

जीतेंद्र चौधरी जी के लिये केक

आज जीतू भाई यानी जीतेंद्र चौधरी जी का जन्मदिन हैं । उनको सालगिरह बहुत बहुत मुबारक हो । हिन्दी ब्लोगिंग मे मुझे वही लाये थे सो ये केक उनके लिये हैं । हम सब की शुभकामनाये हमेशा उनके साथ हैं । आशा हैं केक पसंद आयेगा

Monday, September 8, 2008

वेजिटेबल पकोरा

आज की रेसिपी की बात ही खास है....इसे आप सुबह या शाम के नास्ते मे ले सकते है...यह नमकीन है, चटपटी है लेकिन है बिना लहसुन या प्याज के| है न मजेदार बात....अब आइये बनाने की विधि जानते है|

सामग्री :
-घोल के लिए
मैदा--------------१/२ कप
सूजी--------------२-३ चम्मच
नमक-------------स्वादानुसार
- पकोरा के लिए
अपनी पसंद की सब्जिया जैसे की
फूल गोभी, गाजर, बिन्स, शिमलामिर्च, उबले आलू (सब थोडी थोडी मात्रा मे)
हरी मिर्च--------------२ से ३
नमक-----------------स्वादानुसार
लाल मिर्च पाउडर-----थोडी सी
हल्दी-----------------थोडी सी
अदरक पेस्ट----------१ चम्मच
जीरा पाउडर ---------१ से २ चम्मच

विधि:
मैदा, सूजी, नमक को मिला कर एक घोल तैयार कर ले| घोल ना ही बहुत पतला हो और ना ही बहुत गाढा|
अब अपनी पसंद की सब्जियों को थोड़े बड़े आकर मे काट ले और इसे ५-८ मिनट तक पानी मे उबाल ले (इससे सब्जियाँ थोडी नरम हो जायेंगी)| अब सब्जियों को ठंडा करके कद्दूकस(ग्रेट) करले और उबले हुए आलू के साथ अच्छी तरह मिला ले| अब इस मे नमक,हल्दी, अदरक पेस्ट, हरी मिर्च, लाल मिर्च पाउडर, जीरा पाउडर भी अच्छी तरह मिला ले| एक कडाही मे तेल गरम होने के लिए रख दे|अब इस तैयार मिश्रण से छोटे छोटे गोले बना ले| हर गोले को मैदे के घोल मे डुबो कर अच्छी तरह लपेट ले और मध्यम आंच पर पकोरे की तरह छान ले| इस तरह आपके वेजिटेबल पकोरे तैयार हो जायेंगे|
इस बार मै कोई फोटो नही लगा पायी इसके लिए खेद है| लेकिन मुझे उम्मीद है की आप सबको यह रेसिपी लाजबाब लगेगी|