दाल रोटी चावल सदियों से नारी ने इसे पका पका कर राज्य किया हैं , दिलो पर , घरो पर। आज नारी बहुत आगे जा रही हैं सब विधाओं मे पर इसका मतलब ये नहीं हैं कि वो अपना राज पाट त्याग कर कुछ हासिल करना चाहती हैं। रसोई की मिलकियत पर से हम अपना हक़ तो नहीं छोडेगे पर इस राज पाट का कुछ हिस्सा पुरुषो ने होटल और कुछ घरो मे भी ले लिया हैं।

हम जहाँ जहाँ ये वहाँ वहाँ

Monday, November 30, 2009

आलू के पापड़ के समोसे

आलू के पापड
छुकी हुई हरी मटर
बारीक कटा हरा धनिया
बारीक कटी हरी मिर्च
छुकी मटर मे से पानी बिल्कुल निकाल दे और इस मे बारीक कटी हरी मिर्च और धनिया मिला कर मेष कर ले । नमक और पिसी काली मिर्च स्वाद अनुसार डाले ।

जितना बड़ा पापड़ हैं उसी डायामीटर के मुहं वाला एक बर्तन ले कर उसमे पानी गरम करे । इसके ऊपर एक बारीक छेड़ वाली छन्नी रख दे उस छन्नी पर पापड़ रख कर स्टीम दे । स्टीम उतनी ही दे जितने मे पापड मुलायम हो जाए । अब इस पापड को चकले या बोर्ड पर दो भागो मे काट दे । एक एक भाग मे समोसे के शेप का आकार बनाए और उसमे मटर का मसाला भर दे । इसके मुंह को बंद करने के लिये मेदे को पानी मे घोल ले । दो मिनट सूखने दे और तुरंत तल ले ।

आज कल आवला मिल रहा हैं उसकी चटनी के साथ परोसे , गरमा गर्म समोसे आलू के पापड के ।

अगर दाल के पापड़ ले तो उसमे मटर के साथ उबला आलू भी मिक्स कर ले


आलू के पापड सबसे स्वादिष्ट बनारस मे बनते हैं १२" के वृत्त के और काफी मोटे भी होते हैं । दिल्ली मे भी ये आप को कई दुकानों पर मिल जायेगे ।

Sunday, August 16, 2009

दाल रोटी चावल ब्लॉग के लिये विधियाँ आमन्त्रित हैं ।

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Sunday, July 5, 2009

बाजरा खिचडी


बाजरा खिचङी

एक कटोरी बाजरा
आधी कटोरी मुँग व चना दाल
थोङा नमक

बाजरा धो कर पानी निकाल दें। कुछ देर गिला रहने दें।
कुकर में दालें व एक गिलास पानी डाल कर गैस पर चढा दें।
एक सीटी लगवा कर गैस बंद कर दें।
बाजरा मिक्सी में डाल कर चलाऐं, दरदरा कर के निकाल लें।
पानी मिला कर कुकर में दाल दें, दाल व दरदरे बाजरे को एक गिलास
पानी डाल कर अच्छी तरह मिलाऐं। गैस पर रख कर एक सीटी लगवाऐं।
अब गैस धीमी कर के आधा घंटा पकाऐं।
स्टीम कम होने पर ढक्कन खोल कर चम्मच से अच्छी तरह मिला कर
मक्खन के साथ गरम-गरम परोसें।

Friday, July 3, 2009

स्मूथी : एक स्वादिष्ट पेय

आजकल के मौसम के हिसाब से एक बेहतरीन पेय बताता हूँ. मजेदार, स्वास्थवर्धक और बहुत कम कैलोरी.

स्मूथी

सामग्री: (दो गिलास के हिसाब से)

१० स्ट्राबेरी

१०-१२ काले अंगूर

१ गिलास दही

६ काजू

६ अखरोट के आधे टुकड़े

६ बादाम

१ चम्मच शक्कर


स्ट्राबेरी और अंगूर को चॉपर में ग्रेट कर लिजिये. जूस नहीं निकलाना है. बस, छोटे छोटे कतरे होकर एक दूसरे से मिल जाये. दही को लस्सी जैसे फेंट लिजिये थोड़ा गाढ़ा सा. इसमें मिठास के लिए एक चम्मच शक्कर मिला दिजिये या यदि चाहें, तो एक चम्मच शहद डाल दें. काजू, अखरोट और बदाम के छोटे छोटे टुकड़े कर दिजिये चाहे तो चॉपर में ही.

अब स्ट्राबेरी और अंगूर का मिक्स दो गिलासों में नीचे भर दें. उस पर से दही का मिक्स डालें और काजू अखरोट और बदाम के मिक्स का उस पर छिड़काव कर दें. पेय तैयार.


इसे चम्मच से खायें.

मस्त है ब्रेकफास्ट के लिए और फिलिंग भी. लंच तक एकदम तरोताजा रखेगा.

Tuesday, June 23, 2009

एक टिप दही बड़े बनाने हो तो बहुत काम आती हैं

जब भी उर्द की दाल के दही बड़े बनाने हो तो रात मे दाल भिगोते समय ही उसमे खाने वाला सोडा मिला दे । सुबह दाल
को धो कर पीस ले । इस प्रकार से बड़े मे तैल कभी नहीं भरेगा ।

Sunday, June 21, 2009

एक बहुत उपयोगी टिप

अगर आप को तरी वाली सब्जी का रंग एक दम लाल चाहिये और आप तीखा कम खाते हैं तो मसाले मे हल्दी के साथ एक चुटकी भर खाने वाला सोडा मिला ले । अब जब आप मसाला भुनेगे तो एक दम लाल होगा और तरी भी लाल बनेगी ।

Tuesday, June 16, 2009

ग्वार पाठे की खट्टी-मीठी सब्जी






ऎसा नही की राजस्थान से खाली हाथ आये हैं आपके लिये लाये हैं ग्वारपाठे की खट्टी-मीठी सब्जी।
तो लीजिये बनाने के लिये तैयार हो जाईये...
ग्वार पाठा एक हर्ब ही नही एक स्वादिष्ट सब्जी भी बन सकता है जिसे आप खुशी-खुशी किसी भी समय पर बना सकते हैं...:)

सामग्री--चार लोगों के लिये
ग्वारपाठे की मोटे दल वाली फ़ांकें(जिसे पत्तियाँ या तना भी कह सकते है जिसके दोनो तरफ़ काँटे होते हैं)---2
देशी घी- 2 छोटे चम्मच
अजवाईन--- 1 छोटा चम्मच
हींग-- 1/6 छोटी चम्मच
गुड़ अथवा चीनी---25 ग्राम( 1/2 कफ पानी में भिगो दें)
मिर्च----1 छोटा चम्मच
हल्दी---1/2 छोटा चम्मच
धनियां---2 छोटे चम्मच
अमचूर---2 छोटे चम्मच
नमक---दो छोटे चम्मच







बनाने की विधि---
सबसे पकले ग्वारपाठे की दोनो फ़ाँके अच्छी तरह से छील लीजिये,
उनके छोटे-छोटे टुकड़े कर दीजिये
उन टुकड़ों को एक पतीले में पानी भर कर डाल दीजिये
उनमें डेढ़ चम्मच नमक व चुटकी भर हल्दी भी मिला दीजिये
उन टुकड़ों को पंद्रह मिनिट तक ऎसे ही पड़ा रहने दीजिये
उनके रंग में थोड़ा बदलाव होगा व लार की मात्रा भी कम हो जायेगी
अब ग्वारपाठे के टुकडो़ को पानी से अच्छी तरह धोकर कुछ देर छलनी में रहने दीजिये
एक कड़ाही में दो चम्मच देशी घी डालिये
घी के गर्म होने पर उसमे अजवाईन,हींग डालिये
जैसे ही बघार आने को तैयार हो जाये धुले हुए ग्वारपाठे के टुकड़े कड़ाही में छोड़ दीजिये
बचा हुआ आधा चम्मच नमक,हल्दी,धनिया,गरम मसाला डाल कर मिलाईए
पाँच मिनिट बाद पक जाने पर गुड़ अथवा चीनी जो पानी में घुल गया होगा सब्जी में छोड़ दीजिये
अमचूर डाल कर अच्छी तरह से पकाईये
रंग और स्वाद ही नही यह सब्जी लाजवाब बनेगी...जैसे चाहे खाईये
रोटी या पराँठे के साथ या ऎसे ही आप भी अँगुलियां चाटते रह जायेंगे।
सुनीता शानू

Tuesday, May 12, 2009

मछली - दिल और दिमाग के लिए फायदेमन्द

आज के युग में बढ़ते मानसिक तनाव को दूर करने के लिए भोजन में मछली बहुत फायदेमन्द है. मछली में 'ओमेगा 3' नाम का फैटी ऐसिड और प्रोटीन दिल और दिमाग के लिए तो अच्छा है ही, आँखों के लिए भी लाभकारी है
आज की मछली 'ब्लैक पोमफ्रेट' है.... जिसे 'बटरफिश' कहा जाता है। इस मछली में विटामिन ए , डी और बी के साथ साथ बी 12 भी होता है जो नर्वस सिस्टम को ठीक रखता है। आँखों , बालों और त्वचा के लिए भी बहुत फायेदेमन्द है।

मछली की चमक और समुद्री गन्ध का अर्थ है कि वह ताज़ा है... पकाने से पहले अच्छी तरह से धो लें.




स्वादानुसार अदरक लहुसन का पेस्ट, नमक, हल्दी, लाल मिर्च मिला लें.




पेस्ट को कटी हुई मछली पर अच्छी तरह से लगाएँ .







मछली की स्किन पर भी मसाला अच्छी तरह से लगाएँ...खाने में स्किन स्वादिष्ट होती है.





30 मिनट से 45 मिनट तक मसाला लगी मछली को फ्रिज में रख दें.



मछली तलने से 10 मिनट पहले बाहर निकाल रखें...फ्राइपेन में तेल उतना ही डालें जिसमें एक हिस्सा पक सके। पहले स्किन वाली साइड को अच्छी तरह से तले।
अब धीरे से मछली को पलट दें.. ध्यान रखें कि टूटने न पाए... बीच बीच में देखते रहें कि हल्के लाल रंग के होने पर फौरन गैस बन्द कर दें और सर्विंग प्लेट में रखें।

सर्विंग प्लेट में हरे पत्ते बिछाकर मछली को रखें... हरे पत्तों में धनिया, पुदीना, पार्सले ,चोलाई और प्याज़ और लहुसन के पत्ते रखें.. उबले हुए चावल के साथ गर्मागर्म परोसें.

Thursday, May 7, 2009

मूंगफली का नमकीन

वैसे तो ये बजा़र में आम मिलता है पर बहुत ज्यादा मिर्च होती है । इसे घर में आप अपने हिसाब से बना सकते है ।
सामग्री
एक कप मूंगफली के दाने
आधा कप बेसन
एक कप तेल तलने के लिये
नमक, मिर्च, स्वादानुसार
चाट मसाला एक बडा चम्मच
चावल का आटा एक बडा चम्मच
बेसन में चावल का आटा मिला लें । नमक मिर्च और एक बडा चम्मच गरम तेल डाल कर पकोडे के घोल की तरह बना लें । मूंगफली को नमक वाले पानी में (एक कप पानी में १ चम्मच नमक) थोडी देर भिगो कर कपडे पर फैला दें ।. अब मूगफली के दाने पकोडे के घोल में डालकर गरम तेल में तलें । दाने दालते हुए सावधानी से एक एक कर छुट्टे छुट्टे डालें और तल कर कागज पर निकाल लें । सारे दाने तलने पर इसमें चाटमसाला बुरक कर पेश करें और खुद भी मजा ले।

Sunday, April 19, 2009

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Saturday, April 4, 2009

कूटू के आटे की पकोड़ी

कूटू के आटे की पकोड़ी बहुत ही आसानी से बन जाती हैं

सामग्री
कूटू का आटा २५० ग्राम
सेंधा नमक स्वाद अनुसार
कुटी लाल मिर्च स्वाद अनुसार
उबले आलू २ बीच की साइज़ के
बारीक कटे आलू { जैसे बेसन की पकोड़ी के होते हैं } ४
बारीक कटी हरी मिर्च ४
कुटू के आटे मे उबले आलू मेष करके मिला ले । इसमे नमक और मिर्च डाल कर पानी डाले और बेसन की तरह घोल बना ले । घोल मे बहुत पानी नहीं पडेगा , पॅन केक या दोसे की तरह गाढा घोल बनेगा । अब इस घोल मे कटा हुआ आलू और हरी मिर्च डाले और

फिर कढाई मे धारा डाल कर तेज गरम करे । इस तेज गरम धारा मे आप कुटू की पकोड़ी तल ले । इस पकोड़ी का स्वाद बिल्कुल अलग होता हैं ।

कुटू के घोल की पॅन केक भी बहुत बढिया बनती हैं ।

कल रामनवमी पर बनायी थी पकोड़ी सो आज ब्लॉग पर रेसिपी सहेज दी

Monday, March 30, 2009

छोले के कटलेट

एक कटोरी काबुली चने ( उबाल कर ) ,
एक बडा प्याज बारीक कटा हुआ,
दो हरी मिर्च बारीक कटी हुई,
हरा धनिया कटा हुआ एक बडा चम्मच,
नमक (स्वादानुसार ),
लालमिर्च धनिया पाउडर, जीरा पाउडर, प्रत्येक एक चाय का चम्मच
ब्रेड 2 स्लाइस
विधी
ब्रेड को मसल लें । छोलों को मैश कर लें । अब सारी सामग्री को मिलाकर उसके मन पसंद आकार के कटलेट्स बना लें । निर्लेप फ्राय पैन में कटलेटस् को रख कर चारों तरफ से तेल छोड कर शैलो फ्राय करें ।दोनों तरफ से सुनहरा होने पर गरमागरम पेश करें । साथ मे सॉस या चटनी हो तो क्या बात है ।
एक राज की बात, आप इसमें रात के बचे छोलों का भी उपयोग कर सकती हैं ।

Saturday, March 28, 2009

ग्लोबल अर्थ आर { GLOBAL EARTH HOUR }


शनिवार २८ मार्च २००९
समय शाम के .३० बजे से रात के .३० बजे
घर मे चलने वाली हर वो चीज़ जो इलेक्ट्रिसिटी से चलती हैं उसको बंद कर दे
अपना वोट दे धरती को ग्लोबल वार्मिंग से बचाने के लिये
पूरी दुनिया मे शनिवार २८ मार्च २००९ समय शाम के .३० बजे से रात के .३० बजे

ग्लोबल अर्थ आर { GLOBAL EARTH HOUR } मनायेगी और वोट देगी अपनी धरती को
इस विषय मे ज्यादा जानकारी यहाँ उपलब्ध हैं

Tuesday, March 10, 2009

बनाए , खाये और बताये कैसी लगी , होली की बधाई .






होली पर ये मिठाई आप को जरुर अच्छी लगेगी । बनाए , खाये और बताये कैसी लगी , होली की बधाई .

Saturday, March 7, 2009

होली पर खोया { मावा } के लड्डू

होली पर खोया { मावा } के लड्डू
एक बहुत ही कम समय मे बनने वाली रेसेपी

खोया / किलो
चीनी / किलो
पीसी इलायची

खोये को बारीक बारीक तोड़ ले या कदूकस कर ले चीनी पीस ले अब खोया और चीनी आपस मे मिला ले इस मिक्सचर मे पिसी इलायची डाले और छोटे छोटे लड्डू बनाएलड्डू बन जाए तो एक प्लेट मे सजा ले और उसके ऊपर चांदी का वर्क लगा दे ।


होली शुभ हो आप सब को

होली या फागुन
लाये बस हँसी ठिठोली
अबीर गुलाल से रंग जाये
सबके मन और तन
दूर हो कालिमा आतंक कि
होली के रंगों से
बस यही हैं कामना
मेरे मन की

Wednesday, March 4, 2009

स्वादिष्ठ तथा पौष्टिक नाश्ता

-आलू के पराठे अधिक स्वादिष्ट बनाने हो तो आलू के मिश्रण में थोडी सी कसूरी मेथी मिला लें।
-बादाम का छिलका आसानी से उतारना हो तो उसे कुछ देर गरम पानी में भिगादें।
-किसी भी कारणवश सेब को पहले से काटकर रखना पड रहा हो तो उसपर नींबू निचोड दें ताकि काला न पडे।
-बरसात के दिनों में मिर्च पावडर खराब न हो इसके लिये उसमें जरा सी हींग डालकर रख दें ।
-चोकर युक्त आटा की रोटी ,दही का नाश्ता कॉलेस्ट्रॉल,उच्चरक्तचाप जैसी समस्या में लाभप्रद है ।अंकुरित अनाज को नाश्ते में ,सर्वप्रथम स्थान दें।
फलफ्रूट लें इन सबसे शरीर को रेशा मिलता है जिससे हमारी धमनियां
चौडी हो जाती है तथा रक्त सुचारू रूप से प्रवाह होता है ।वसा कम तथा कैलोरीज से भरा नाश्ता करें ।हर समय कुछ न कुछ खाते रहने की आदत न बनायें

Sunday, March 1, 2009

मोमोस

मोमोस बनाऐं--
सामान--आधा कप मैदा,एक कप ऑयल ,नमक ,
विधि --सब सामाग्री को मिलाकर गूंध लेंअब छोटी -छोटी लोई बनाकर पूडियां बेलें एक तरफ रख दें।
स्टफिंग -थोडी सी पत्तागोभी,गाजर ,अदरक,कद्दूकस करें ।बारीक प्याज तथा लहसुमन ,एक टी स्पून सोयासोस ,एक टी स्पून चिली सास,नमक,काली मिर्च।
विधि-एक पैन में तेल गरम करके सब सब्जियां डालकर व मसाले डालकर भून लें।अब इसे बेली हुई पूडियों में भरकर मनपसंद आकार दें ।दस मिनट भाफ में पकायें । लीजिये आपके मोमोस तैयार ।अब इसे लाल या हरि चटनी के साथ परोसें।

Wednesday, February 25, 2009

चाय कॉफी

कॉफी
लोग अपने दिन की शुरूआत कॉफी से करते तो है पर उन्हे उसके फायदे तथा नुकसान का पता नहीं है या फिर करना ही नहीं चाहते कोई बात नहीं हम आपको इसके फायदे तथा नुकसान की जानकारी देंगे। कॉफी के फायदे तथा नुकसान
*कॉफी में पाये जाने वाले तत्व
कैफीन-वजन घटाने में मदद करती है अगर यही कॉफी की मात्रा बढा दी जाये तो ये हमारी नींद हराम कर देगी।पेट में गड़बडी़ या फिर बेचैनी का कारण भी बन सकती है।
*कॉफीमें पाये जानेवाले मैग्नीशम-मेटाबॉलिज्म , हड्डियों का विकास तथा मांसपेशियों में होनेवाले संकुचन व प्रसरण में अहम भूमिका निभाते है।
कॉफी में पाये जाने वाले नियासिन-थोडी मात्रा में लें तो पाचनतंत्र को सही रखता है नसों तथा त्वचा में होने वाली प्रक्रिया में सहायक होता है।

* कॉफी में जो कैफीन होता है वो वास्तव में याददाश्त बढ़ाती है, स्मृति से जुड़ी तंत्रिका कोशिकाओं के भागों को बढ़ाकर कैफीन तंत्रिका तंत्र में कैल्शियम स्तर में वृद्धि करती है, जो भूली बिसरी बातों को याद दिलाने में मदद करती है।
*कॉफी कार्यक्षमता को बढ़ाने में मदद करती है।
*वैज्ञानिक एक अरसे से कॉफी पर अध्ययन करते आ रहे है उनका मत है कि कॉफी के कई फायदे हैं।
*कॉफी दमे के मरीजों के लिये फायदे मंद है। ये दमे के तीव्र प्रभाव को कम करती है।
*.यदि आप किसी काम में व्यस्त हैं, तो दो कप कॉफी आपकी एकाग्रता को बनाये रखती है।
* यदि भोजन के बाद कॉफी लेते हैं, तो आपका आलस और नींद दूर भगाती है। आपके मूड को भी अच्छा बना देती है।
* रात की शिफ्ट में काम करने वालों के लिये कॉफी बूस्टर का काम करती है। रात की शिफ्ट में कार्य करने वालों की कार्य क्षमता को बढ़ाती है।
*कॉफी का सेवन गर्भावस्था में कम ही करना चाहिये। परंतु एक आधा कप कॉफी ले सकती है।
*एक कप कॉफी का असर 6से8 घंटे तक रहता है इस कारण दिन भर में दो कप कॉफी तो आप पी ही सकते हैं जो फायदे मंद हो सकती है। परंतु फायदे के चक्कर में इससे अधिक नहीं।
*इस्तेमाल की गई कॉफी को पौधों में डालें इससे उनमें कीडे नहीम लगेंगें।
(किई भी चीज अधिक मात्रा में नुकसान दायक होगी)

चाय का एक प्याला कितना निराला
चाय हमारे जीवन का अनिवार्य हिस्सा बन गया है। मगर फिर भी हम इसे कभी-कभी खास बनाते हैं। यही चाय जब हर्बल टी का रूप ले लेती है तो वह हमारी सेहत के लिये मददगार होती है।
चाय को कई तरह से गुणकारी बनाया जा सकता है।
*हर्बल टी- चाय में अदरक, इलायची, लौंग काली मिर्च जैसी चीजें डाल दी जाय तो चाय के गुण सौ गुणा बढ़ जाते हैं।
*अश्वगंधा टी— कहते हैं अगर कोई चाय में अश्वगंधा डालकर चाय इस्तेमाल करें तो आप में हार्स पावर जैसी शक्ति आ जाती है। शारीरिक, मानसिक क्षमता बढ़ती है। तनाव से मुक्ति मिलती है। स्मरण शक्ति बढ़ती है। ब्रेन ट्यूमर में फायदेमंद है।
*मुलेठी टी- चाय बनाते समय अदरक इलायची का प्रयोग तो आप करते ही हैं उसी तरह मुलेठी पीसकर उसे चाय के साथ उबालें सर्दियों में ये बहुत फायदेमंद है आवाज में निखार आता है। गले की खराश ठीक होती है। अल्सर व लिवर जैसी समस्याओं में लाभप्रद है।अदरक के साथ बनाई जाये तो इसकी गुणवत्ता बढ जाती है तथा डायबिटीस वालों के लिये अदरक की चाय रामबाण का काम करती है. .
1. दिन में दो कप चाय ओवेरियन कैंसर से बचाती है।
2. तीन चार कप हमें स्किन कैंसर से बचाती है।
3. आर्थराटिस रोगी के लिये ग्रीन टी फायदेमंद है।
4चाय में पाये जाने वाले पपॉलीफिनॉल्स खून में कॉलेस्ट्राल के स्तर को कम करने में मदद करता है।
*हरी चाय पीकर आप अपने पर एक तरह का उपकार करेंगें।सूर्यकी अल्ट्रावायलेट किरणें तथा पर्यावरण में मौजूद कैमिकल त्वचाकी कोशिकाओं की संरचना को गंभीर नुकसान पहुंचाते हैं जिससे कम उम्र में भी तथा असमय झुर्रियों की वजह से बुढापे की झलक दिखाता है जिसे चाय में मौजूद एंटीओक्सीडेंट सूर्यकी अल्ट्रावायलेट किरणों के कुप्रभाव को कम करती है त्वचा को जवान रखने में मदद करती है ।टीबैग या फिर बिना दूध की चाय पियें ।गरम पानी तीन चार मिनट के लिये हरी चाय या टी बैग डालकर छोड़ देंफिर जरा सा दूध डालकर पियें इससे त्वचा जवान बनी रहेगी
(जरूरत से ज्यादा कोई भी चीज नुकसान करती है)

Tuesday, February 24, 2009

गुलकंद

(गुलाब से बना टॉनिक)
स्त्री हो या पुरूष सबके सौंदर्य का एक अनूठा टॉनिक है गुलकंद जो गुलकंद खाता है वो गुलाब सा हो जाता है ।
बनाने की विधि –दो तीन अंजली भर कर गुलाब की ताजी व खुली पंखुडियॉं लें ,अब कांच की बडे मुंह की बोतल लें इसमें थोडी पंखुडियां डालें अब चाय का बडा चम्मच चीनी डालें फिर पंखुडियां फिर चीनी अब एक छोटा चम्मच पिसी छोटी इलायची तथा पिसा सौंफ डालें फिर उपर से पंखुडियां डालें फिर चीनी इस तरह से डब्बा भर जाने तक करते रहें इसे धूप में रख दें आठ दस दिन के लिये बीच- बीच में इसे चलाते रहें चीनी पानी छोडेगी और उसी चीनी पानी में पंखुडियां गलेंगी। (अलग से पानी नहीं डालना है) पंखुडियां पूरी तरह गल जाय यानि सब एक सार हो जाय ।लीजिये तैयार हो गया आपका सौंदर्य बढाने व बनाने वाला टॉनिक गुलकंद।

Friday, February 20, 2009

खट्टे ढोकले

सामग्री – तीन कप चावल, एक कप उडद धुली, आधा कप खट्टा दही, हरी मिर्च, अदरक का पेस्ट, तीन चौथाई चम्मच सोड़ा बाय कार्ब, हींग, काली मिर्च, हरी धनिया।

विधि- चावल, दाल अलग-अलग भिगोएं, सुबह पीस लें। इस मिश्रण में खट्टा दही डालें एवं गरम पानी डालें। गाढ़ा पेस्ट बनाएं। छह-सात घंटे के लिए रख दें। खमीर के लिए। खमीर उठ जाए, तो सोड़ाबाय कार्ब, हींग, अदरक, मिर्च, नमक, मिला दें और फिर फेंटे। एक थाली पर रिफाइंड लगाकर किनारे वाले बर्तन में पेस्ट डाल दें। ऊपर से काली मिर्च बुरक दें। दस मिनट तक भाप में पकाएं। ऊपर से हरी धनिया डाल दें। बनने के बाद चाहें तो घिसा नारियल घिस कर डाल सकते है।

अधिक जानकारी के लिए http://www.healandhealth.com/ पर जायें।

Monday, February 16, 2009

एनिमिक होने पर क्या खायें

एनिमिक होने पर क्या खायें-एनिमिया यानि खून की कमी शरीर में हो जाती है ।इसके कई कारण हो सकते है जैसे लंम्बी बीमारी ,मलेरिया,स्त्रियों मे अधिक माहवारी स्त्राव का होना ,इससे हिमोग्लोबिन का स्तर कम हो जाता है और चेहरे की चमक जाती रहती है ऐसे में आयरन युक्त भोजन का सेवन करना चाहिये आयरन फल,अनाज ,सब्जियों में पाया जाता है जैसे केला ,शहद ,सेब,खुमानी,बादम ,पालक, बथुआ,चौलाई,ब्रोकली
सोयाबीन तथा सूरजमुखीके बीज (तेल के रूप में) हराप्याज,तिल ,गुड,चुकंदर,खजूर,किशमिश,अंजरीर,कच्चा केला,ये सभी आयरन के स्त्रोत हैं ।इन्हें व्यंजन के रूप में भी इस्तेमाल कर सकते हैं सब्जी ,सलाद रोटी ,चीले तथा पास्ता बच्चों को दे सकते हैं ।सोयाबीन से बना पनीर तोफू का व्यंजन बनायें----
सोयाबीन का पनीर तोफू बाजार में आसानी से मिलता है इसकी सब्जी तथा सलाद बनाये हम यहाँ सलाद बनाने जा रहे है
*सौ ग्रा.तोफू
*आधी छोटी कटोरी अंकुरित मूंग
*थोडा सा कटा हरा प्याज
*नमक,नींबू,सफेद या काली मिर्च पावडर
*बारीक कटी चुकंदर
सभी चीजों को एक कांच के बर्तन में मिला दें अब स्वादानुसार नमक ,मिर्च,नींबू मिलायें इसे मौसम के अनुसार चाहे तो फ्रिज मेंठंडा करके खायें या फिर तुरंत खाये परंतु बनाकर यूं ही अधिक देर के लिये न छोड कर रख दें ये सलाद आयरन से भरपूर है जो एनिमिक लोगों के लिये बहुत फायदे मंद है ।
,सोयाबीन का आटा-(रोटी,परांठे,तथा चीलें बनायें)
इन सभी के लिये चाहिये
*दो बडे च्ममच बेसन
*दो बडे च सोयाबीन आटा
*चुटकी भर हल्दी
*अजवाइन
*हरी कटी प्याज व मिर्च ,अब बनाइये और खाईये तथा खिलाइये ,ये तीनों ही चीजे आयरन से भरपूर होगी कारण सोयाबीन आटा है जो बाजार में आसानी से मिलता है।
कच्चे केले की सब्जी—
*चार कच्चे केले
*चुटकी भर अजवाइन,हींग
*छोटा चम्मच आधा हल्दी,एक छो.चम्म.मिर्च पावडर ,डेढ चम्म,धनिया पावडर
*आधा च.अमचूर पावडर,स्वादानुसार नमक
विधि-केले को उबाल करछील कर छोटे छोटे टुकडे कर काट लें इन्हें गरम तेल(सोयाबीन ,सूरजमुखीतेल) हींग तथा अजवाइन का तडका डालकर थोडा फ्राई करेंअब इसमें सब मसाले डालकर भूनें तथा स्वादानुसार नमक डालें यदि इसे और भी स्वादीष्ट बनाना चाहती हैं तो हाफ बॉइल्ड हरी मटर भी डाल सकती हैंचाहे तो तरी वाली सब्जी बनायें या सूखी दोंनों ही रूप में ये आयरन से भरपूर व्य़ंजन होगा।
अधिक जानकारी के लिए http://www.healandhealth.com/ पर जायें।

किचन टिप्स

*अगर खाने को दोबारा गरम करना हो तो खाने का बरतन उबलते पानी के भगोने मे रखकर ढंक दे कुछ देर मे ताजा हो जायेगा
*बाजार से हरी सब्जी लाकर बिना धोये अखबार मे लपेट कर रख दे खराब नही होगी
*किसी फंशन के बाद बचा हुआ सलाद हो तो उसमेकुछ और सब्जिया मिलाकर पका ले और पावभाजी बना लो।
*कोइ सूखी सब्जी बच गई हो तो उसे मैश करके उसमे अदरक बेसन लहसुन मिलाकर मिक्स वेजीटेबल कोफ्ते या कटलेट बना सकते है
*शिमला मिरच कीसब्जी काटते समय अंदर की बीज को निकाल दे सब्जी स्वादिष्ट बनेगी
*पालक की सब्जी बनाते समय चुटकीभर चीनी डाल दे पालक का रंग काला नही पडेगा
*तरी वाली सब्जी मे पानी ज्यादा हो गया हो तो सूखी ब्रेड का चूरा या बेसन भून कर डाल दे या बारीक वाला सोयाबीन डाल देंतरी गाढी हो गायेगी *
*किचन मे अपने लिये ट्रान्सपिरेट प्लास्टिक का एप्रिन बनाये सब्जियो ,फल फूल या हंसता हुआ चेहरा पेंट करे टयू्ब कलर से इससे आपक कपडे का शो भी बना रहेगा और आपकी कारीगरी भी दिखाई देगी।
8*अगरआपके पास समय कम है तो दो ,तीन समय की रोटी बनाकर वेजीटेबल आयल लगा कर जिप वाले पैकट में रख दे अब खाने से पहले माइक्रोवेव मे गरम कर ले फिर से ताजी हो जायेगी।

Sunday, February 15, 2009

घर मे आइसक्रीम कैसे बना सकते हैं . प्लीज़ बताये

freelancetextiledesigner.daalrotichaawal@blogger.com

आइस्क्रें दिये गए ईमेल आईडी पर आइसक्रीम की रेसेपी पोस्ट करे . पोस्ट आप को अगले दिन दाल रोटी चावल ब्लॉग पर दिखने लगेगी
लिखिये अपनी पंसदीदा विधि और ईमेल करिये
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विधि के नीचे अपना और अपने ब्लॉग का नाम जरुर दे

Saturday, February 14, 2009

पालक और सोयाबीन

अगर आप सोच रहे हैं कि पालक और सोयाबीन का 'क्या' तो पूरी विधि पढ़ने के बाद ख़ुद ही डिसाइड कर लीजियेगा। वैसे इस को बनाना इतना आसान है कि आपका १२ साल का पोता या २६ साल की बेटी या ३५ साल के पति या ७६ साल के दादा जी भी आसानी से बना सकते हैं! (नोट: ये सब लोग एक ही फैमिली के नहीं!)

पालक को बारीक काट लीजिये, बहुत ज़्यादा पतला मत कीजियेगा। चूरे वाला सोयाबीन ले लीजिये। मेरे पास चूरे वाला नहीं था तो मैंने चंक्स वाले न्यूट्रीला को पत्थर से फोड़ कर काम चला किया!

कढाई में थोड़ा सा तेल गर्म कीजिये। अदरक हो तो काट कर डाल दीजिये, पेस्ट भी चलेगा। इसमे कटी हुई पालक और सोयाबीन को रख कर ढक दीजिये। नमक, मिर्च अपने स्वादानुसार डाल दीजिये। पानी डालने की ज़रूरत नहीं है क्यूंकि पालक से जो पानी निकलता है सोयाबीन उससे पक जाता है।

५ मिनिट पकने दें। पकने के बाद आप चाहें तो इसको प्याज के साथ और मसाले डाल कर फ्राई कर सकते है या फ़िर ऐसे ही खा सकते हैं। इसे आप रोटी/पराठे के साथ खा सकते हैं, ब्रेड पर स्प्रेड के रूप में यूज़ कर सकते हैं। हल्का सा दही मिला के देखिये, मुझे तो काफ़ी अच्छा लगा था।

अब आप ही बताओ कि इसका नाम क्या रखा जाए!

Saturday, February 7, 2009

गीली हल्दी का अचार

गीली हल्दी का अचार

एक कटोरी ----कद्दूकस की हुई गीली हल्दी ,एक कटोरी ---हरी मिर्च बारीक़ कटी हुई,चार चम्मस --सौंफ दरदरी कुटी हुई, राई की दाल---चार चम्मस एक चम्मस- हल्दी पावडर,आधा कटोरी मीठा तेल या ,सरसों का तेल,तीन चम्मस नमक,एक चुटकी काला नमक,एक चम्मस जीरा [बिना भुना हुआ]... नीबू का रस

बनाने का तरीका छिली हुई कद्दूकस की हल्दी और कटी हुई हरी मिर्च को ,हल्दी नमक,राई की दाल ,नीबू का रस ,काला नमक ,जीरा पावडर,मिलाकर कांच की बरनी में १२ घंटे के लिए बंद कर धूप मैं रख दें.....दुसरे दिन तेल मैं हिंग और मेथी दाने से तडका देकर ,ठंडा कर के अचार मैं मिक्स कर दें ...अचार तय्यार है तुरत या दो घंटे बाद ..आलू.मेथी या पालक के परांठों के साथ खाइए....नोट...इसे फ्रिज मैं रखे तो ज्यादा दिनों तक चलेगा...हालांकि हल्दी बस अब जाने ही वाली है ...वसंत की शुभकामनाओं के साथ...

-विधुल्लता

ताना-बाना

Tuesday, January 27, 2009

गाजर ए गुलजार

सर्दी का मौसम है क्यूं न कुछ मीठा हो जाये ।
सामग्री - गाजर आधा किलो
दूध –आधा लिटर या खोया 150 ग्राम
चीनी- 100 ग्राम
छोटी इलायची 5-6 नग कुटी हुई
काजू किशमिश 7-8 प्रत्येक
गाजर को धो कर छील कर 2 इंच के सिलिंडर के रूप मे काट लें ।
अब प्रत्येक सिलिंडर को बीच से गूदा हटा कर खोखला कर लें
इन सिलिंडरों को उबाल कर पकालें । दूध का खोया बना लें । अब खोये में हलकी सी चीनी मिलाकर
इन सिलिंडरों के बीचमें भरें । चीनी की दो तार की चाशनी बनालें इसी में इलायची डाल दें और भरे
हुए गाजर चाशनी में डालें । गैस पर से हटा लें अब एक प्लेट में गाजरों को गोलाकार रख कर काजू किशमिश से सजादें ।
पेश करें और खुद भी मजा लें । (काश फोटो खींची होती )

Thursday, January 22, 2009

घुघरी

आजकल ज्यादातर जगहों पर जाड़े का मौसम चल रहा है और हरी मटर भी खूब मिल रही है तो क्यूँ घुघरी बना ली जाएइस घुघरी की खासियत ये है की आप इसे सुबह या शाम या जब भी मन हो बस मटर छीलिए और बना लीजिये । :) और हाँ ये बस १०-१५ मिनट मे बन भी जाती है

सामग्री --


हरी मटर के दाने - / किलो
बारीक कटी हुई हरी मिर्च -
बारीक़ कटा हुआ लहसुन --
बारीक़ कटा हुआ हरा धनिया
जीरा --/ चम्मच
oil या देसी घी -- या चम्मच
नमक --स्वादानुसार

विधि--
सबसे पहले हरी मटर को छील लीजिये और फ़िर एक कढाई मे oil या घी डालकर उसमे जीरा डाले फ़िर लहसुन और कटी हुई हरी मिर्च डाले और - सेकंड के लिए भूने जिससे लहसुन थोड़ा लाल हो जाए और फ़िर उसमे हरी मटर के दाने डालकर ढक दीजिये और आंच धीमी कर दीजिये और बीच-बीच मे चलाते रहिये जब मटर का पानी सूखने लगे तो उसमे नमक डाल दीजिये और थोडी देर और पकाइए और बस ऊपर से हरा धनिया डालकर सजा दीजिये हो गई घुघरी तैयार

वैसे हम कभी-कभी घुघरी मे एक आलू भी छोटा-छोटा काट कर डाल देते है :)

है आसान

लावण्या जी अगली पोस्ट मे निमोना के बारे मे लिखेंगे

Wednesday, January 21, 2009

मटर की खीर

२ कप मटर
दुध १ लिटर
चीनी १ १/२ कप (या फिर स्वाद के अनुसार)
ईलायची पाउडर १/२ चम्मच
घी या सादा मक्खन २ चम्मच
सजाने के लिये
मन पसन्द मेवे
  1. मटर उबाल लें, और उसको क्रश कर लें।
  2. कडा़ही मे घी गरम करें। और क्रश्ड मटर को २-३ मिनट हल्की आँच पर भून लें।
  3. अब दुध मिलायें और गाढ़ा होने तक पकायें।
  4. फिर चीनी मिलाकर थोड़ा सा और पकायें।
  5. गैस बन्द करें। अब ईलायची पाउडर मिलायें।
  6. मेवो से सजायें। और गरम या ठंडा खायें। दोनो के स्वाद के अन्तर को भी महसुस करें।
बड़े भईया से यह रेसिपी शेयर कर रही थी तो उन्होने कहा कि, फिर तो इसका खोआ/मावा डालकर हलवा भी अच्छा लगेगा। वैसे मैने अभी तक नही बनाया है हलवा, आप चाहें तो उसे भी ट्राई करें।
--
Dr. Garima Tiwari (B.A.S.M)
Gold medal in Reiki
Specialized in P.K.M (Power key meditation), Face Reading, Aura Reading, Aura healing, Medtational Healing.
Functional Area-
Treatment- mental problems, memory power, respiratory problems, nerve disorder, heart problem, skin problem.
Healing- Environment, Relationship, Infant.
Boosting- Career opportunities, Luck. Wealth.
http://oorjita.blogspot.com (still in progress)

Sunday, January 18, 2009

कॉर्न फ्लेक्स का उपमा

पैसे बचाने के चक्कर में सस्ता कॉर्न फ्लेक्स ले आया। अब मुझे दूध से ज़्यादा प्यार है नहीं, तो अगर कॉर्न फ्लेक्स भी अच्छा न हो, तो मैं उसे खा नहीं सकता। अब हैल्थ भी देखनी है और पसंद-नापसंद भी तो कुछ तो करना ही पड़ेगा न। सो केलोग्स का केले वाला कॉर्न फ्लेक्स लाया जो मुझे अच्छा लगता है :)
अब इस पुराने कॉर्न फ्लेक्स का कुछ तो करना था, सो मैंने इसका उपमा बना डाला। सिंपल होता है।
कॉर्न फ्लेक्स को थोड़ी देर पानी में भिगो दीजिये। करीब १० मिनिट। इसके बाद पानी निकाल दीजिये। वैसे ही जैसे पोहा बनते समय चिवडे के साथ करते हैं। चाहे तो थोड़ा सा मसल लीजिये।

आप इसको पोहा या उपमा कुछ भी बनने के लिए इस्तेमाल कर सकते हैं। बनने के बाद हल्का सा फ्लेवर आता है कॉर्न फ्लेक्स का, उसको छिपाने के लिए सॉस प्रयोग कीजिये या बनाते समय ही नमक वगैरह उचित मात्रा में डाल लीजिये।

अब हम हिन्दुस्तानी हैं, किसी चीज़ को बेकार क्यूँ फेंकेगे, कुछ न कुछ तो हर चीज़ का यूज़ कर ही लेते हैं न!

Saturday, January 17, 2009

हरी भरी रोटी

रचना जी नमस्कार,
कैसे हैं? उम्मीद करती हूँ, एकदम अच्छी होंगी।
अपनी नयी रेसिपी भेज रही हूँ :) बताईयेगा पसन्द आयी या नही।
मुझे यह रोटी अत्यन्त ही अच्छी लगती है, सम्पूर्ण पौष्टिक भी है। जिनको अपना वजन कम करना हो, वो यह रोटी कम तेल मसाले वाले सब्जी के साथ लें, यह "निगेटिव कैलोरी फूड" का काम मजे से करती है। जब मै वजन कम करने के प्रोग्राम को शुरू किया था तो मेरे रिसर्च पैनल मे लगभग सबने इस रोटी का फायदा लिया, और अब मेरे क्लाईंट्स भी ले रहे हैं। इसका टेस्ट भी सबको पसन्द आता है।
गाजर १ कप कद्दुकस किया हुआ
१ कप हरा प्याज बारीक कटा हुआ
१ कप हरी धनिया बारीक कटी
मटर दाने कुचले हुए आधा कप
१ कप शिमला मिर्च कद्दुकस किया हुआ
नमक स्वादानुसार
काली मिर्च पाऊडर आधा चम्मच
लाल मिर्च पाऊडर स्वादानुसार
आटा एक पाव

सभी सामग्रीयों को आटे मे मिलाकर पानी से गुँथ लें। यह लोना देखने मे ही बहुत सुन्दर लगता है, अब इसकी रोटी या परांठे बन ले, और अपनी मनपसन्द सब्जी के साथ खायें। वैसे मुझे यह "चिली पनीर विद टोमैटो सॉस" के साथ ज्यादा पसन्द है।
बनायें खायें और मुझे बतायें कि आपको कैसी लगी :)

--
Dr. Garima Tiwari (B.A.S.M)
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Friday, January 16, 2009

लिखिये अपनी पंसदीदा विधि

freelancetextiledesigner.daalrotichaawal@blogger.com

ऊपर दिये गए ईमेल आईडी पर अपनी पसंद की रेसेपी पोस्ट करे . पोस्ट आप को अगले दिन दाल रोटी चावल ब्लॉग पर दिखने लगेगी सदस्यों ने काफ़ी विधियां डाली हैं पर बहुत से भारतीये व्यंजन और भी होगे जिनको हम नेट पर एक दुसरे से बाँट सकते हैं भारतीये व्यंजनों के अलावा भी विधियों को जानने की उत्सुकता हैं और वो विधियां जो कम समय मे बनती हो
लिखिये अपनी पंसदीदा विधि और ईमेल करिये
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विधि के नीचे अपना और अपने ब्लॉग का नाम जरुर दे

Wednesday, January 7, 2009

गाजर स्मूदी

नमस्कार
दाल रोटी चावल पर अक्सर आती जाती हूँ, आप सबकी रेहिपी मुझे और घर मे सबको बहूत अच्छी लगती हैं। मै भी अपनी पसंदीदा गाजर स्मूदी भेज रही हूँ। अब नाम क्या रखना है यह सोचा नही, मेरा मतलब तो खाने पीने से है। नामकरण आप खूद ही कर लिजीयेगा।
२ ग्लास बनाने के लिये-
४ मध्यम आकार के गाजर
हरी धनिया (२ चम्मच)
दही १ ग्लास
नमक- स्वाद अनुसार
काली मिर्च पाऊडर- आधा चम्मच
भुने धनिया का पाऊडर- एक चम्मच
सोंठ पाऊडर- १/४ चम्मच
पूदीना पत्ती सजाने के लिये
गाजर साफ करके टुकडे़ कर लें, अब धनिया के साथ उसका पेस्ट बनायें, दही और जरूरत हो तो पानी मिलाये।
स्मूदी मे नमक और सारे मसाले मिलायें। लिजीये मुश्किल से ५ मिनट हेल्दी और टेस्टी स्मूदी तैयार है।
ग्लास मे निकाले और पूदीना पत्ती से सजाकर इसके मजे लें।


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Thursday, January 1, 2009

मूंगफली की चकली !

हमारी रसोई बहुत दिनों से खाली पड़ी है, कुछ नया बन ही नहीं रहा है। चलो नए साल के पहले दिन कुछ तो पका लें और जो यह शुरुआत है वह चलती रहे। भला रसोई कभी सूनी भी रहती है। क्या सब आजकल पार्टी मनाने घर के बाहर ही चले जा रहे हैं।
हमने सोचा कि चलो मुंह मीठा ही कर लिया जाए।

सामग्री:
मूंगफली दाने १०० ग्राम,
शक्कर करीब २०० ग्राम,
देशी घी दो चम्मच

विधि:

मूंगफली दानों को पैन में डाल कर भून लें, बिना घी के ही भूने और फिर उनका छिलका उतार कर एक तरफ रख ले। इसको दोनों ही प्रकार से प्रयोग कर सकते हैं। चाहें तो उसको दरदरा पीस लें या फिर दो टुकड़े हो जाएँ ऐसे कर लें।
पैन में थोड़ा सा पानी और एक चम्मच देशी घी डाल कर गर्म करें और उसमें शक्कर डाल दें, उसको बराबर चलती रहें। शक्कर एकदम घुल जाए तो गैस बंद करके उसमें मूंगफली के दाने डाल कर अच्छी तरह से मिला लें। उसको ,चकले पर देशी घी लगा कर जो पहले से ही तैयार रखेंगे, चकले पर पलट कर बेलन से फैला लें। जीतनी मोटी आप रखना चाहें। वैसे १ या २ सेंटीमीटर मोटी ठीक रहती है।

बस तैयार आपकी स्वीट डिश और आप इसको खाए और खिलाएं । कुछ भी बाहर लेने नहीं जाना । सब घर में है और घर में बना कर खाएं और हमें बस बता लें की कैसी लगी?