दाल रोटी चावल सदियों से नारी ने इसे पका पका कर राज्य किया हैं , दिलो पर , घरो पर। आज नारी बहुत आगे जा रही हैं सब विधाओं मे पर इसका मतलब ये नहीं हैं कि वो अपना राज पाट त्याग कर कुछ हासिल करना चाहती हैं। रसोई की मिलकियत पर से हम अपना हक़ तो नहीं छोडेगे पर इस राज पाट का कुछ हिस्सा पुरुषो ने होटल और कुछ घरो मे भी ले लिया हैं।

हम जहाँ जहाँ ये वहाँ वहाँ

Wednesday, January 30, 2013

लौकी या कद्दू के छिलके की सूखी चटनी




लौकी की या कद्दू की सब्जी बनाने से पहले छिलका उतार कर ना फेकें । इसकी स्वादिष्ट चटनी बनायें जो खिचडी या दाल चावल के साथ खूब जमती है ।

सामग्री
तेल २ चम्मच, हरी मिर्च बारीक कटी हुई २, तिल १ चम्मच, राई एक चुटकी, हींग एक चुटकी ,नमक स्वादानुसार ।
लौकी या कद्दू को धो कर उसका छिलका कद्दूकस कर लें । इसे सुखा लें । कढाई या फ्राय पैन में २ चाय के चम्मच तेल डालें । तेल गर्म होने पर राई तथा तिल डाल कर चटकायें अब कद्दूकस किया हुआ सूखा छिलका डालें, और हरी मिर्च डाल कर खूब चलायें । नमक डालें और चटनी को कुरकुरा होने तक भूनें ।
स्वदिष्ट सूखी चटनी तैयार ।