मिर्ची हरी हो या लाल , हमें पता है उसका गुन ..किसी भी बानगी में उसकी अहमियत रसोई पकानेवाला जानता ही है , खानेवाला भी खूब पहचानता है !
विश्व में मिर्चों के कई प्रकार होते हैं। पहले हरी मिर्च ही पेड़ पे दीख्लाई देती है और धूप में वही धीरे धीरे लाल हो जाती है । हां , साग सब्जी , तरकारी बेचनेवाले अकसर इसे मसाले के तौर पर , हरे धनिया , अदरख , नीम्बू , लहसुन , पुदीना वगैरह के साथ बेचते हैं।
हरी मिर्च का एक प्रकार है सिमला मीर्च या केप्सीकम जो अब तो कई विविध रंगों में पाई जाती है। लाल, पीला, केसरी, बैंगनी और हरा रंग मुख्यत: पाये जाते हैं ।
ऐसे ही रंगों को यहां एक दिन मैं ले आयी और मेरे अमरीकन दामाद और समधी हमारे घर पहली बार भोजन पर आ रहे थे उनके लिए ये डिश, यूँ ही, अपने आप बनायी जिस को बहुत पसंद किया गया और सराहा गया ।
तो सामग्री नोट करें : रंग बिरंगी मिर्च
सिमला मिर्च : (यथासंभव) हरी, लाल, पीली, केसरी व बैंगनी रंगों की --
अगर ये सारे रंग आप को ना मिलें तो भी सिर्फ हरी सिमला मिर्च का उपयोग करके भी आप इसे बना पायेंगें हां , वो इतनी ज्यादह रंगीन डिश , शायद ना लगे -- सभी सिमला मिर्चों को ठीक बीच में काट लें , सीड्स और रेशों को निकाल कर , भीतर के हिस्सों को साफ कर लें -
अन्य सामग्री : उबले आलू, मेश किए हुए, ( २ या ३ ) , पोहे , उबले चावल, मक्के के दाने, हरा धनिया, गाजर के हलवे के लिए जैसी आप छीनते हैँ वैसी , गाजर , तैयार रखें , नमक , हरी मिर्च पीसी हुई, २ नीम्बू के रस , गरम मसाला , जीरे धनिये का पाउडर।
विधि : हरी सिमला मिर्च के दो भाग किये टुकडोँ में, पोहे में सारे मसाले मिलाकर भर दीजिये
लाल सिमला मिर्च में, मक्के के दानों में सारे मसाले मिलाकर भरिये
केसरी सिमला मिर्च में, चावल के साथ सारे मसाले मिलाकर भरिये
बैंगनी सिमला मिर्च में उबले आलू मसाले मिलाकर भर दीजिये ।
अब एक बड़ी सी बेकिंग डिश में, नीचे ओलीव आयल या अन्य तेल लगा कर , सारे भरे हुए मिर्चों केBb को सजा लें , ऊपर
थोडा सी चीज़ ग्रेट कर के लगा लें , और २० मिनिट तक अवन में, बेक कीजिये। गरमा गरम परोसें ..और आनंद लीजिये।
अब सुनिए - भारत के आसाम प्रांत की एक मिर्च है जिसका नाम है , "
भूत जोलोकीया " वही दुनिया की सबसे तीखी मीर्च है !
ये बात पता
लगाई है न्यू मेक्सिको स्टेट यूनिवर्सिटी ने !
इसे गीनीज़ बुक ऑफ़ वर्ल्ड रेकोर्ड में दर्ज किया गया है। भूत जोलोकिया ने " रेड सावीना " नामक मेर्च की नस्ल को मात दी है और पहले नंबर पर अपनी जगह बना ली है । मीर्च कितनी, तीखी और तेज है उसका टेस्ट
" स्कोवील हीट युनिट " या (SHUs), से की जाती है जिसमें " भूत जोलोकिया " १ लाख " स्कोवील हीट युनिट " या (SHUs), " स्कोवील हीट युनिट " या (SHUs), तक पहुँच गयी जो " रेड सावीना " की , ५ ७ ७ ,000se तीव्रता से दुगुनी क्षमता रखती है
डॉ पाल बोस्लंद , डायरेक्टर हैं " चिल्ली पेप्पर इन्स्टीस्टुट न्यू मेक्सिको स्टेट यूनिवर्सिटी " के डिपार्टमेन्ट ऑफ़ प्लांट एवं एन्वाय्रोमेन्टल साइँस के जिन्होंने २००१ में " भूत जोलोकीया " के दाने अपनी भारत यात्रा के दौरान हासिल किए । "भूत जोलोकीया का अंग्रेज़ी नाम है - घोस्ट चिल्ली ! तीन साल अपनी अनुसंधान और परीक्षण के बाद उन्हें इसके बीज पर्याप्त मात्रा में मिले जिसके तहत ये खोज सामने आ पायी --