दाल रोटी चावल सदियों से नारी ने इसे पका पका कर राज्य किया हैं , दिलो पर , घरो पर। आज नारी बहुत आगे जा रही हैं सब विधाओं मे पर इसका मतलब ये नहीं हैं कि वो अपना राज पाट त्याग कर कुछ हासिल करना चाहती हैं। रसोई की मिलकियत पर से हम अपना हक़ तो नहीं छोडेगे पर इस राज पाट का कुछ हिस्सा पुरुषो ने होटल और कुछ घरो मे भी ले लिया हैं।

हम जहाँ जहाँ ये वहाँ वहाँ

Friday, October 24, 2008

ज़िम्मिकंद की पकोड़ी

आज कल ज़िम्मिकंद खूब आता हैं और हमारे याहाँ दिवाली पर इसकी पकोड़ी जरुर बनती हैं । सोचा इस बार आप सब भी बनाए इस लिये ये छोटी रेसिपी दे रही हूँ ।

ज़िम्मिकंद उबाल ले । और उबालने के बाद उसका मोटा छिलका चाकू से छिल कर अलग कर दे और ज़िम्मिकंद के छोटे छोटे टुकडे { १/४ इंच मोटे और २ इंच चकोर अंदाज से } कर ले ।

एक बड़ी कटोरी चावल सेला रात को भिगो कर रख दे और पीस ले मोटा मोटा । इसको गाढा रखे ।

इसमे नमक , हल्दी , पीसी लाल मिर्च डाले और फेट ले ।

कढाई मे सरसों का तैल गरम करे और जब धुआं निकालने लगे तो गैस कम कर दे ।

अब ज़िम्मिकंद के टुकडो को चावल के मिक्स मे डाले और ज़िम्मिकंद मे चावल लपेट कर कढाई मे डाले ।

ये टुकडे आपस मे चिपक जाते हैं तलते समय सो कोई बात नहीं है जब पक जाए तो एक प्लेट मे टिशु पेपर पर इनको निकाल कर अलग अलग करे ।

हर्रे धनिये की चटनी के साथ बहुत मज़ा आता हैं खाने मे ।

टिप

अगर ये पकोड़ी आप किसी ऐसे व्यक्ति को खिलाना चाहते हैं जिसको दांतों मे प्रॉब्लम होते हैं तो चावल को बारीक पीस कर बनाए वरना ये बहुत कडे बनते हैं {और वही असली मज़ा भी देते हैं} पर घर के बुजुर्गो के लिये खाना बहुत मुश्किल होता हैं ।

Tuesday, October 21, 2008

बनाना नट्स -----कुछ मीठा हो जाए



सामग्री:


पका केला--------------------१


पिस्ता बादाम-----------------१००ग्राम
दूध-------------------------१००ग्राम(या अपनी स्वादानुसार)


घी या तेल-------------------२-३ चम्मच


इलायची--------------------३-४


किसमिस-------------------सजाने के लिए थोडी सी


विधि:


पिस्ता बादाम को कुछ देर पानी मे भिगो दे अब उसके छिलके निकाल कर कद्दूकस कर ले थोडी सी मेहनत तो लगेगी लेकिन यकीं मानिए मेहनत का फल बहुत ही स्वादिस्ट होगा.....


हाँ तो आगे बढ़ते है अब एक पेन मे घी या तेल गरम करे और उसमे कद्दूकस किए हुए बादाम को धीमी आंच पर भुने १० मिनट तक अब इसमे पके केले को छोटे छोटे टुकडों मे डाले जैसे की केला aउर बादाम बिल्कुल अच्छी तरह से मिल जाए इसके बाद आई दूध और इलायची मिलाने की बारी थोडी देर पकाने के बाद चीनी डाले और कुछ देर तक अच्छी तरह पकाइए जैसे की मिश्रण थोड़ा गाधा हो जाए अब आंच से उतार कर इसे खाने वाले बर्तन मे निकल लें और ऊपर से किसमिस से सजायें, इसे फ्रिज मे कुछ देर ठंडा कर ले तब इसे खाने का मजा और भी ज्यादा हो जाता है


वैसे तो यह रेसिपे मैंने केले और पिस्ता बदाम को ख़तम करने के लिए बनायी थी पर मुझे और मेरे पति को इसका स्वाद इतना अच्छा लगा की इसके फोटोस लेकर पोस्ट कर रही हूँ आजमाइए जरूर ...कुछ मीठा लाइफ मे होना ही चाहिए :)


Monday, October 20, 2008

नारियल बर्फी

नारियल बर्फी
सामग्री : खोया - ५० ग्राम , नारियल खिसकर -
२५ ग्राम , शक्कर - २५ ग्राम ,
घी - स्टील की थाली पर लगाने जितना -
केसर : ३ - ४ पत्ती गुनगुने दूध में भिगोकर
रीत : खोया हाथ से अच्छी तरह मिला कर एक कढाई
में हल्की आंच पर , चलाते हुए , धीमी आंच पर , पकाएं -
उसे सुफेद ही रहने दे --
अब , नारियल खिसा हुआ मिला लें -
१ मिनट तक - फ़िर , आंच से उतार लें --
शक्कर और केसर मिला लें
फ़िर घी लगी थाल पर अच्छी तरह बिछा लें -
चौकोर टुकड़े काट लें --
लीजिये, नारियल बर्फी , दीपावली के भोग के लिए
महालक्ष्मीजी जी को भोग लगाने के लिए तैयार है !