दाल रोटी चावल सदियों से नारी ने इसे पका पका कर राज्य किया हैं , दिलो पर , घरो पर। आज नारी बहुत आगे जा रही हैं सब विधाओं मे पर इसका मतलब ये नहीं हैं कि वो अपना राज पाट त्याग कर कुछ हासिल करना चाहती हैं। रसोई की मिलकियत पर से हम अपना हक़ तो नहीं छोडेगे पर इस राज पाट का कुछ हिस्सा पुरुषो ने होटल और कुछ घरो मे भी ले लिया हैं।

हम जहाँ जहाँ ये वहाँ वहाँ

Sunday, January 17, 2010

थोड़े और अंडे पराठे!

पिछले पोस्ट में आशा जी का 'रोटी का अंडा पराठा' पढ़ा तो पता चला कि अंडा पराठा नाम का भी कोई पराठा होता है! सबसे पहले आशा जी की बतायी हुई विधि से पराठा बनाया और बड़ा मज़ा आया! इसके बाद बड़ी शान से जब श्वेता को बताया कि मैंने अंडा पराठा बनाना सीखा तो उसने कहा कि इसमें क्या बड़ी बात है, उसे भी आता है!

मेरी शान की गर्द का गुबार बैठ गया! बहरहाल मैंने सोचा शायद मेरे जैसे कोई और भी 'अज्ञानी' होंगे जो इस विधि से अनजान होंगे, सो उसने जो तरीका बताया वो मैं यहाँ 'डॉक्युमेंट' कर दूं! (श्वेता कोई बड़ी एक्सपर्ट है नहीं, सो आप लोग इस में इम्प्रूवमेंट कर दीजियेगा)

अंडा फोड़ कर उसमे नमक, मिर्च वगैरह मिला लीजिये. सादा पराठा बनाते वक़्त उसको थोड़ा कम सेकिये। तवे से उतार कर, उसकी परतों के बीच अंडे के मिक्सचर को भर दीजिये। अब वापिस तवे पर डाल कर सेक लीजिये। तब तक सेकिये जब तक पराठा और उसके बीच भरा अंडा दोनों पक ना जाएं। सिंपल! ये विधि श्वेता जी के नाम।

इसके बाद मैंने एक्सपेरिमेंट किये। एक सादे पराठे के ऊपर तेल की तरह से अंडे के मिक्सचर को लगाइए। पलटिये, दूसरी तरफ लगाइए। ये प्रक्रिया २-४ बार दोहराइए! ये एक नया अंडा पराठा बना।

एक और तरीका है। आता गूंथते समय उसमे अंडे के मिक्सचर को डाल कर गूंथिये और नॉर्मल तरीके से पराठा बनाइये! ये एक और किस्म है अंडे पराठे की।

ट्राई करके बताइयेगा कैसे लगे!