दाल रोटी चावल सदियों से नारी ने इसे पका पका कर राज्य किया हैं , दिलो पर , घरो पर। आज नारी बहुत आगे जा रही हैं सब विधाओं मे पर इसका मतलब ये नहीं हैं कि वो अपना राज पाट त्याग कर कुछ हासिल करना चाहती हैं। रसोई की मिलकियत पर से हम अपना हक़ तो नहीं छोडेगे पर इस राज पाट का कुछ हिस्सा पुरुषो ने होटल और कुछ घरो मे भी ले लिया हैं।

हम जहाँ जहाँ ये वहाँ वहाँ

Wednesday, February 25, 2009

चाय कॉफी

कॉफी
लोग अपने दिन की शुरूआत कॉफी से करते तो है पर उन्हे उसके फायदे तथा नुकसान का पता नहीं है या फिर करना ही नहीं चाहते कोई बात नहीं हम आपको इसके फायदे तथा नुकसान की जानकारी देंगे। कॉफी के फायदे तथा नुकसान
*कॉफी में पाये जाने वाले तत्व
कैफीन-वजन घटाने में मदद करती है अगर यही कॉफी की मात्रा बढा दी जाये तो ये हमारी नींद हराम कर देगी।पेट में गड़बडी़ या फिर बेचैनी का कारण भी बन सकती है।
*कॉफीमें पाये जानेवाले मैग्नीशम-मेटाबॉलिज्म , हड्डियों का विकास तथा मांसपेशियों में होनेवाले संकुचन व प्रसरण में अहम भूमिका निभाते है।
कॉफी में पाये जाने वाले नियासिन-थोडी मात्रा में लें तो पाचनतंत्र को सही रखता है नसों तथा त्वचा में होने वाली प्रक्रिया में सहायक होता है।

* कॉफी में जो कैफीन होता है वो वास्तव में याददाश्त बढ़ाती है, स्मृति से जुड़ी तंत्रिका कोशिकाओं के भागों को बढ़ाकर कैफीन तंत्रिका तंत्र में कैल्शियम स्तर में वृद्धि करती है, जो भूली बिसरी बातों को याद दिलाने में मदद करती है।
*कॉफी कार्यक्षमता को बढ़ाने में मदद करती है।
*वैज्ञानिक एक अरसे से कॉफी पर अध्ययन करते आ रहे है उनका मत है कि कॉफी के कई फायदे हैं।
*कॉफी दमे के मरीजों के लिये फायदे मंद है। ये दमे के तीव्र प्रभाव को कम करती है।
*.यदि आप किसी काम में व्यस्त हैं, तो दो कप कॉफी आपकी एकाग्रता को बनाये रखती है।
* यदि भोजन के बाद कॉफी लेते हैं, तो आपका आलस और नींद दूर भगाती है। आपके मूड को भी अच्छा बना देती है।
* रात की शिफ्ट में काम करने वालों के लिये कॉफी बूस्टर का काम करती है। रात की शिफ्ट में कार्य करने वालों की कार्य क्षमता को बढ़ाती है।
*कॉफी का सेवन गर्भावस्था में कम ही करना चाहिये। परंतु एक आधा कप कॉफी ले सकती है।
*एक कप कॉफी का असर 6से8 घंटे तक रहता है इस कारण दिन भर में दो कप कॉफी तो आप पी ही सकते हैं जो फायदे मंद हो सकती है। परंतु फायदे के चक्कर में इससे अधिक नहीं।
*इस्तेमाल की गई कॉफी को पौधों में डालें इससे उनमें कीडे नहीम लगेंगें।
(किई भी चीज अधिक मात्रा में नुकसान दायक होगी)

चाय का एक प्याला कितना निराला
चाय हमारे जीवन का अनिवार्य हिस्सा बन गया है। मगर फिर भी हम इसे कभी-कभी खास बनाते हैं। यही चाय जब हर्बल टी का रूप ले लेती है तो वह हमारी सेहत के लिये मददगार होती है।
चाय को कई तरह से गुणकारी बनाया जा सकता है।
*हर्बल टी- चाय में अदरक, इलायची, लौंग काली मिर्च जैसी चीजें डाल दी जाय तो चाय के गुण सौ गुणा बढ़ जाते हैं।
*अश्वगंधा टी— कहते हैं अगर कोई चाय में अश्वगंधा डालकर चाय इस्तेमाल करें तो आप में हार्स पावर जैसी शक्ति आ जाती है। शारीरिक, मानसिक क्षमता बढ़ती है। तनाव से मुक्ति मिलती है। स्मरण शक्ति बढ़ती है। ब्रेन ट्यूमर में फायदेमंद है।
*मुलेठी टी- चाय बनाते समय अदरक इलायची का प्रयोग तो आप करते ही हैं उसी तरह मुलेठी पीसकर उसे चाय के साथ उबालें सर्दियों में ये बहुत फायदेमंद है आवाज में निखार आता है। गले की खराश ठीक होती है। अल्सर व लिवर जैसी समस्याओं में लाभप्रद है।अदरक के साथ बनाई जाये तो इसकी गुणवत्ता बढ जाती है तथा डायबिटीस वालों के लिये अदरक की चाय रामबाण का काम करती है. .
1. दिन में दो कप चाय ओवेरियन कैंसर से बचाती है।
2. तीन चार कप हमें स्किन कैंसर से बचाती है।
3. आर्थराटिस रोगी के लिये ग्रीन टी फायदेमंद है।
4चाय में पाये जाने वाले पपॉलीफिनॉल्स खून में कॉलेस्ट्राल के स्तर को कम करने में मदद करता है।
*हरी चाय पीकर आप अपने पर एक तरह का उपकार करेंगें।सूर्यकी अल्ट्रावायलेट किरणें तथा पर्यावरण में मौजूद कैमिकल त्वचाकी कोशिकाओं की संरचना को गंभीर नुकसान पहुंचाते हैं जिससे कम उम्र में भी तथा असमय झुर्रियों की वजह से बुढापे की झलक दिखाता है जिसे चाय में मौजूद एंटीओक्सीडेंट सूर्यकी अल्ट्रावायलेट किरणों के कुप्रभाव को कम करती है त्वचा को जवान रखने में मदद करती है ।टीबैग या फिर बिना दूध की चाय पियें ।गरम पानी तीन चार मिनट के लिये हरी चाय या टी बैग डालकर छोड़ देंफिर जरा सा दूध डालकर पियें इससे त्वचा जवान बनी रहेगी
(जरूरत से ज्यादा कोई भी चीज नुकसान करती है)

Tuesday, February 24, 2009

गुलकंद

(गुलाब से बना टॉनिक)
स्त्री हो या पुरूष सबके सौंदर्य का एक अनूठा टॉनिक है गुलकंद जो गुलकंद खाता है वो गुलाब सा हो जाता है ।
बनाने की विधि –दो तीन अंजली भर कर गुलाब की ताजी व खुली पंखुडियॉं लें ,अब कांच की बडे मुंह की बोतल लें इसमें थोडी पंखुडियां डालें अब चाय का बडा चम्मच चीनी डालें फिर पंखुडियां फिर चीनी अब एक छोटा चम्मच पिसी छोटी इलायची तथा पिसा सौंफ डालें फिर उपर से पंखुडियां डालें फिर चीनी इस तरह से डब्बा भर जाने तक करते रहें इसे धूप में रख दें आठ दस दिन के लिये बीच- बीच में इसे चलाते रहें चीनी पानी छोडेगी और उसी चीनी पानी में पंखुडियां गलेंगी। (अलग से पानी नहीं डालना है) पंखुडियां पूरी तरह गल जाय यानि सब एक सार हो जाय ।लीजिये तैयार हो गया आपका सौंदर्य बढाने व बनाने वाला टॉनिक गुलकंद।