दाल रोटी चावल सदियों से नारी ने इसे पका पका कर राज्य किया हैं , दिलो पर , घरो पर। आज नारी बहुत आगे जा रही हैं सब विधाओं मे पर इसका मतलब ये नहीं हैं कि वो अपना राज पाट त्याग कर कुछ हासिल करना चाहती हैं। रसोई की मिलकियत पर से हम अपना हक़ तो नहीं छोडेगे पर इस राज पाट का कुछ हिस्सा पुरुषो ने होटल और कुछ घरो मे भी ले लिया हैं।

हम जहाँ जहाँ ये वहाँ वहाँ

Saturday, April 4, 2009

कूटू के आटे की पकोड़ी

कूटू के आटे की पकोड़ी बहुत ही आसानी से बन जाती हैं

सामग्री
कूटू का आटा २५० ग्राम
सेंधा नमक स्वाद अनुसार
कुटी लाल मिर्च स्वाद अनुसार
उबले आलू २ बीच की साइज़ के
बारीक कटे आलू { जैसे बेसन की पकोड़ी के होते हैं } ४
बारीक कटी हरी मिर्च ४
कुटू के आटे मे उबले आलू मेष करके मिला ले । इसमे नमक और मिर्च डाल कर पानी डाले और बेसन की तरह घोल बना ले । घोल मे बहुत पानी नहीं पडेगा , पॅन केक या दोसे की तरह गाढा घोल बनेगा । अब इस घोल मे कटा हुआ आलू और हरी मिर्च डाले और

फिर कढाई मे धारा डाल कर तेज गरम करे । इस तेज गरम धारा मे आप कुटू की पकोड़ी तल ले । इस पकोड़ी का स्वाद बिल्कुल अलग होता हैं ।

कुटू के घोल की पॅन केक भी बहुत बढिया बनती हैं ।

कल रामनवमी पर बनायी थी पकोड़ी सो आज ब्लॉग पर रेसिपी सहेज दी

1 comment:

Urmi said...

पहले तो मै आपका तहे दिल से शुक्रियादा करना चाहती हू कि आपको मेरा ब्लोग पसन्द आया ! मै तरह तरह के खाने बनाने की शौकिन रखती हू ! ये दाल कबाब खास बन्गाली खाना है और मै उम्मीद करती हू कि आप जब इसे खायेगे तब आप को बेहद पसन्द आयेगा और इसका लुत्फ़ ज़रूर उठायेगे!
आपने बहुत ही खुबसूरत लिखा है !