दाल रोटी चावल सदियों से नारी ने इसे पका पका कर राज्य किया हैं , दिलो पर , घरो पर। आज नारी बहुत आगे जा रही हैं सब विधाओं मे पर इसका मतलब ये नहीं हैं कि वो अपना राज पाट त्याग कर कुछ हासिल करना चाहती हैं। रसोई की मिलकियत पर से हम अपना हक़ तो नहीं छोडेगे पर इस राज पाट का कुछ हिस्सा पुरुषो ने होटल और कुछ घरो मे भी ले लिया हैं।

हम जहाँ जहाँ ये वहाँ वहाँ

Wednesday, January 30, 2013

लौकी या कद्दू के छिलके की सूखी चटनी




लौकी की या कद्दू की सब्जी बनाने से पहले छिलका उतार कर ना फेकें । इसकी स्वादिष्ट चटनी बनायें जो खिचडी या दाल चावल के साथ खूब जमती है ।

सामग्री
तेल २ चम्मच, हरी मिर्च बारीक कटी हुई २, तिल १ चम्मच, राई एक चुटकी, हींग एक चुटकी ,नमक स्वादानुसार ।
लौकी या कद्दू को धो कर उसका छिलका कद्दूकस कर लें । इसे सुखा लें । कढाई या फ्राय पैन में २ चाय के चम्मच तेल डालें । तेल गर्म होने पर राई तथा तिल डाल कर चटकायें अब कद्दूकस किया हुआ सूखा छिलका डालें, और हरी मिर्च डाल कर खूब चलायें । नमक डालें और चटनी को कुरकुरा होने तक भूनें ।
स्वदिष्ट सूखी चटनी तैयार ।

7 comments:

प्रवीण पाण्डेय said...

वाह..उसका भी सदुपयोग..

dr.mahendrag said...

आम के आम , गुठली के दाम ,दूसरी बात कि खाली दाल या खाली सब्जी की समस्या से भी छुटकारा इस हेतु आपका शुक्रिया

A.G.Krishnan said...

WAAAAAAAAAH

Vinay said...

नव संवत्सर की हार्दिक बधाई और शुभकामनाएँ!!

धीरेन्द्र अस्थाना said...

in chhilkon ko chawal ke peethe ke sath fry krke bhi use karte hain.

Ankur Jain said...

बेहद सुंदर प्रस्तुति......

virendra sharma said...

shukriyaa शुक्रिया संकेत करें आपकी कौन सी ब्लॉग पोस्ट नवीनतम है कौन सा ब्लॉग सक्रीय है। ॐ शान्ति। ये चटनी भी बड़ी सुस्वादु निकरी (निकली ).