मैदा आधा किलो
चीनी पीसी एक छोटी चम्मच
नमक दो चुटकी
बैकिंग पाउडर एक छोटी चम्मच
खाने वाला सोडा दो चुटकी
दही दो छोटी चम्मच
ड्राई ईस्ट एक चम्मच
घी या धारा 2 बड़ी चम्मच
गरम पानी
मैदा , चीनी , नमक , बैकिंग पाउडर , खाने वाला सोडा , सबको आता छानने वाली छन्नी से एक साथ एक परात मे छान ले । एक बर्तन मे आधा कप पानी खौला ले और उसमे ड्राई ईस्ट डाल कर घोल बनाले । अब छाने हुए आटे मे ये ईस्ट का घोल , दही और घी या धारा डाल कर , गरम पानी से आटा गुंध ले । आटा सख्त गुंधे । एक बर्तन मे ये गुंधा हुआ आटा गोला बनाकर रखदे और ऊपर से घी या धारा का हाथ लगा दे और इस आटे पर हल्का सा पानी का छीटा दे दे , बहुत हल्का । फिर इस आटे को एक कपडे से ढँक कर रख दे और लगभग ६ घंटे अगर गर्मी का मौसम हो तो और १२ घंटे अगर सर्दी का मौसम हो तो , इसको फूलने दे ।
इस के बाद इस आटे को दुबारा गुंधे बिना पानी लगाए । इस बार गूंधते समय खूब ताकत लगाये , इसको मुक्का मार मार कर गूंधना पड़ता हैं ।
एक बार ये आटा तैयार हो जाए तो आप इसी आटे से
लच्छा पराठा
भटूरा
कुलचा
नॉन
और तंदूरी रोटी
सब बना सकते हैं । कई बार जब एक ही समय मे भोजन मे विविधता , अलग अलग लोगो की पसंद से देनी होती हैं तो ये आटा बहुत उपयोगी सिद्ध होता हैं ।
कुछ लोगो को बेलने मे असुविधा होती हैं इस खमण वाले आटे को , उन सबको इस को दुबारा गूंधने के बाद १५ मिनट के लिये इसे फ्रीज मे रख देना चाहीये , बेलना बहुत आसन हो जायेगा । प्लीज़ फ्रीज़र मे मत रख दे ।
आशा है इस प्रकार से आप की डाइनिंग टेबल पर विविधता बढ़ जायेगी । बनाए जरुर ।
10 comments:
बहुत खूब.... इसी आटे को शायद पिज़ा के बेस के रूप मे भी प्रयोग कर सकते है....बनाने के बाद ज़रूर बताएँगे...
waah sunday ka masala mil gayaa aaj toh , perfect timing
वाह यह तो गुड आइडिया है जी ...शुक्रिया ..इस ४ इन वन का ..:)
बहुत अच्छी रेसिपी है। ट्राई करने की कोशिश करूंगा।
बहुत अच्छी रेसिपी लग रही है। ट्राई करने की कोशिश करूंगा।
Many thanks for this 4 in one base ata.
Veru good suggestive recipe -
thank you Rachna ji
Good Idea for instant making of food. I ll try to prepare it soon.......but no guarantee of taste
बहुत बढिया.यहाँ मैं आपकी कुछ मदद तो नहीं कर पाऊँगा लेकिन टेस्ट करने कभी कभी आ जाया करुँगा.अच्छा प्रयास हैं इसे जारी रखिये.
न जाने क्यों खाना बनाना और खिलाना पत्नी का शौक हो गया है... जिसका मैं और घर के सदस्य लाभ उठा रहे हैं. शायद इसे नारी होने की विवशता कहें कि उसे अन्नपूर्णा की उपाधि लेनी पड़ी है.
हमें तो अब तक खाकर सराहना करना ही आया है.... आपकी पोस्ट को पत्नी ने पढने की हामी भर दी है. आज से आपकी भक्ष्य पोस्टों को पढने की दारोमदारी उनकी हुई.
Post a Comment