दाल रोटी चावल सदियों से नारी ने इसे पका पका कर राज्य किया हैं , दिलो पर , घरो पर। आज नारी बहुत आगे जा रही हैं सब विधाओं मे पर इसका मतलब ये नहीं हैं कि वो अपना राज पाट त्याग कर कुछ हासिल करना चाहती हैं। रसोई की मिलकियत पर से हम अपना हक़ तो नहीं छोडेगे पर इस राज पाट का कुछ हिस्सा पुरुषो ने होटल और कुछ घरो मे भी ले लिया हैं।

हम जहाँ जहाँ ये वहाँ वहाँ

Monday, April 28, 2008

पौष्टिक हरयाली कोफ्ते

पालक २५० ग्राम
टमाटर ४
प्याज २
हरीमिर्च २
अदरक , लहसुन स्वाद अनुसार
पनीर २५० ग्राम
मैदा ४ बडे चम्मच
हल्दी , नमक , पीसी लाल मिर्च , पिसा धनिया स्वाद अनुसार
ताजी मलाई एक बड़ा चम्मच
देसी घी एक छोटा चम्मच
तलने के लीये आयल
पनीर को बारीक करके इस मे मेदा मिला ले । चुटकी भर नमक डाले और फिर इसके छोटे छोटे गोल कोफ्ते बना कर तल ले । तलने से पहले आयल खूब तेज होना चाहिये पर कोफ्ते डाल ने से पहले गैस धीमे कर दे और कोफ्ते धीमे आंच पर सेके । गोल्डेन ब्राउन होने तक । पहले एक ही कोफ्ता सेके अगर वह सेकते समय छितर जाए तो पनीर मे मेदा और डाले । कोफ्ते मे मैदा जितनी कम होगी कोफ्ते उतने ही सॉफ्ट होगे ।
पालक को २ कटोरी पानी मे उबाल ले और पानी से निकाल कर मिक्सी मे पीसे । पानी अलग रखे । प्याज और टमाटर को अदरक , हरी मिर्च , पीसे धनिये , हल्दी , लहसुन के साथ पीसे ।
एक पेन मे २ बड़ी चम्मच सरसों का तैल डाले गरम होने पर प्याज और टमाटर और मासले का मिक्स इसमे डाले और भूने , जब मिक्स लाल हो जाए और तैल छोड़ दे तो इसमे पीसी पालक डाल दे और सारे मसाले और पालक को आपस मे खूब मिला दे । अब आपने जो पालक का पानी अलग रखा था उसको इसमे डाले और अंदाज से नमक डाले । एक उबाल आने तक पकाए । इसमे अब पनीर के कोफ्ते डाल दे । एक चम्मच देसी घी और एक चम्मच ताजी मलाई डाल कर एक उबाल आने दे ।
पौष्टिक हरयाली कोफ्ते बिरयानी के साथ बहुत स्वादिष्ट लगते हैं ।
अब एक टिप
जिन लोगो को भी सरसों के तैल मे स्मेल आती हो वह या तो तैल को खूब गरम करके उसमे २ बूंद नीबू डाल दे और फिर उसको इस्तेमाल करे या डिश बनने के बाद मलाई या देसी घी बहुत ज़रा सा डाल दे । सरसों का तैल सेहत के लिया अच्छा होता
है ।

9 comments:

mamta said...

वाह रचना जब पढने मे बढ़िया लग रहे है हरियाली कोफ्ते तो खाने मे तो स्वादिष्ट होंगे ही।

रंजू भाटिया said...

आज तो यहाँ सब हरा भरा हो गया ..बनाने पड़ेंगे यह ..और टिप बहुत काम की है रचना

लावण्यम्` ~ अन्तर्मन्` said...

रचना जी हरियाली कोफ्ते भी अवश्य बनाकर देखूँगी yummy लग रही है आपकी रेसेपी :)
-- लावण्या

Udan Tashtari said...

चलिये, अभी कनाडा लौटे हैं..खाना बनाने की ड्यूटी फिर से शुरु-इस रेसिपि से बड़ा आराम लग जयेगा. :) मदद के लिये आभार.

Aruna Kapoor said...

Hariyaali koften!....maine banaaye aur achchhi-khasi tarif bhi bator lee!...dhanyawaad Rachanaji!!

Anonymous said...

amrita
thanks sae kaam nahin chalaegaa blog join karae

महेन्द्र श्रीवास्तव said...

वाह जी, अगले रविवार को यही व्यंजन तैयार किया जाएगा।

Unknown said...

ab in ka number banane ka aa hi gaya samjho thanks for ....


jai baba banaras....

vijay kumar sappatti said...

मुझे तो पढकर ही मुह में पानी आ गया , कोई मुझे कुरिएर कर दे !!