दाल रोटी चावल सदियों से नारी ने इसे पका पका कर राज्य किया हैं , दिलो पर , घरो पर। आज नारी बहुत आगे जा रही हैं सब विधाओं मे पर इसका मतलब ये नहीं हैं कि वो अपना राज पाट त्याग कर कुछ हासिल करना चाहती हैं। रसोई की मिलकियत पर से हम अपना हक़ तो नहीं छोडेगे पर इस राज पाट का कुछ हिस्सा पुरुषो ने होटल और कुछ घरो मे भी ले लिया हैं।

हम जहाँ जहाँ ये वहाँ वहाँ

Thursday, May 15, 2008

साउदी शैम्पेन





गर्मी के मौसम में अरब देश का यह शीतल पेय गज़ब की ठंडक देता है. दोपहर हो, शाम हो या रात के डिनर का वक्त हो, कभी भी पिया जा सकता है.




नॉन एल्कोहलिक बीयर या एप्पल जूस ------ 500 ml

7अप या अंगूर का जूस ---------------------- 300 ml

सोडा वाटर ----------------------------------- 200 ml

नीम्बू का रस -------------------------------- एक बड़ा चम्मच

सेब के कटे हुए फीते छिलके के साथ --------- आधा सेब

संतरे के कटे हुए फीते छिलके के साथ ------- आधा संतरा

पोदीने के 10-12 पत्ते अच्छ तरह धुले हुए --- कुछ बारीक कटा हुआ और कुछ साबुत पत्ते

सभी जूस पहले एक घण्टे के लिए फ्रिज में रख कर अच्छी तरह ठण्डे कर लेने चाहिए. बर्फ डालने से स्वाद खराब होने का डर रहता है.

सर्व करने से कुछ देर पहले ही सभी सामग्री को एक जग में डाल दें. कटे हुए फल और पोदीना भी डाल दें. सर्व करने के लिए शैम्पेन गिलास न हों तो शीशे के लम्बे गिलासों में सर्व करें.

सजावट के लिए नीम्बू के फीते काट कर गिलास के रिम पर लगा दें और पोदीने के साबुत पत्ते ऊपर से डाल कर सर्व करें.

10 comments:

Unknown said...

तस्वीर का असर है या गर्मी का...सीधा ग्लास उठा कर पीने का मन कर रहा है।

Asha Joglekar said...

जितनी ठंडी रेसिपी उतना ही असरदार चित्र् , भई मजा आ गया ।

लावण्यम्` ~ अन्तर्मन्` said...

साउदी की गरमी हो
या अन्य कहीँ की -
शीतल पेय ...
तो पसँदीदा ही रहेँगेँ,
मीनाक्षी जी,
साउदी की
दूसरी रेसीपी भी दीजियेगा..
-- लावण्या

अजित वडनेरकर said...

भई वाह, सोमवार को वीकली ऑफ है। इसकी आज़माइश की जाती है। साऊदी में न सही, अपन तो इसमें वोदका मिला ही सकते है :)

Udan Tashtari said...

नॉन अल्हकोलिक पढ़कर, फोटो देखी..मन मन में वोडका/जीन की मिलावट की और टिप्पणी करने बैठ गये....फोटो का आभार. बाकि एक दिन डिट्टो फोटो जैसा हम अपने हिसाब से बना लेंगे और अजीत भाई को बुला लेंगे. :) हा हा!!!

मीनाक्षी said...

बेजी, आप तो आज ही घर आ सकती है लेकिन बाकि मित्रों को कुछ समय लग सकता है.
अजित जी और समीर जी आप बिल्कुल सही कह रहे हैं.
लावण्या जी , जल्दी ही हम साउदी और इरान की भी रेसिपी पोस्ट करेंगे.

Ila's world, in and out said...

दिलोदिमाग को ठंडक मिल गई.चित्र देखते ही बिटिया पीछे पड एगई है तुरन्त बनाने के लिये.पतिदेव तो अजित जी और उडनतश्तरीजी का नुस्खा आजमाये बिना नहीं मानेंगे.

रंजू भाटिया said...

वाह पढ़ के ही ठंड पड गई इसको तो ..यहाँ आज जबरदस्त गर्मी है ..शाम होने को है भेल के साथ यह शरबत आज कुछ तो ठंडक दे ही जायेगा .और ऐसी मजेदार रेस्पी का इंतज़ार रहेगा मीनाक्षी जी :)

Rachna Singh said...

i tried it it was good thanks

mamta said...

वाह मीनाक्षी जी हम तो यही कहेंगे ठंडा-ठंडा कूल-कूल । :)

मजा आ गया देख और पढ़ कर।
अब ट्राई करेंगे फ़िर बताएंगे।