दाल रोटी चावल सदियों से नारी ने इसे पका पका कर राज्य किया हैं , दिलो पर , घरो पर। आज नारी बहुत आगे जा रही हैं सब विधाओं मे पर इसका मतलब ये नहीं हैं कि वो अपना राज पाट त्याग कर कुछ हासिल करना चाहती हैं। रसोई की मिलकियत पर से हम अपना हक़ तो नहीं छोडेगे पर इस राज पाट का कुछ हिस्सा पुरुषो ने होटल और कुछ घरो मे भी ले लिया हैं।
इस डिश को हमारे यहाँ "धोखा " ही कहते हैं । बहुत स्वादिष्ट बनते हैं । रंजना इस मे कोई धोखा नहीं हैं हाँ डिश नाम ही धोखा हैं । देखे शायद कोई और कुछ रौशनी डाल सके
अरे ! ये भी भाप से बना हुआ भी स्वादिष्ट ही लगता होगा ! एक एक से बढकर एक नई बानगीयोँ के नाम और विधि सीख रहे हैँ यहाँ -- अनिता जी , आपका धन्यवाद .. जो एक पूरी " पाक विशारदोँ की टीम " उपस्थित हो गई है जिसमेँ पुरुषोँ की टिप्पण्णीयोँ से ये भी मालूम हो रहा है कि, उनका नोलेज भी विस्तृत है -- जैसे अरुण भाई ने " दुल्हे " के बारे मेँ लिखा ! अब, दुल्हे को भी तो बारात मेँ शामिल कीजिये ..:-)) -- लावण्या
धोखा नाम शायद इसलिए पड़ा है क्यूंकि इसमे mutton से मिलता-जुलता स्वाद आता है। हो सकता है इसी लिए इसे धोखा कहा जाता है। पुराने ज़माने मे जिन दिनों मे नॉन-वेज खाना नही खाया जाता होगा उन दिनों इसी से लोग काम चलाया करते होंगे। :)
There is a recipe that Bengalis make from chana dal paste(with salt,ginger,green chillies and a little fresh coconut),steaming it and then cutting into pieces,frying them and adding them to a gravy. It is called "Dhoka'r Dalna". And yes, it is made usually on the days when they cannot eat non veg food. :)
9 comments:
विधि तो मजेदार है पर इसका नामा धोखा क्यों है ? यह नही समझ में आया ..:) विधि तो मजेदार है इस में कोई धोखा तो नही :)
इस डिश को हमारे यहाँ "धोखा " ही कहते हैं । बहुत स्वादिष्ट बनते हैं । रंजना इस मे कोई धोखा नहीं हैं हाँ डिश नाम ही धोखा हैं । देखे शायद कोई और कुछ रौशनी डाल सके
अरे ! ये भी भाप से बना हुआ भी स्वादिष्ट ही लगता होगा !
एक एक से बढकर एक नई बानगीयोँ के नाम और विधि सीख रहे हैँ यहाँ -- अनिता जी , आपका धन्यवाद ..
जो एक पूरी " पाक विशारदोँ की टीम " उपस्थित हो गई है जिसमेँ पुरुषोँ की टिप्पण्णीयोँ से ये भी मालूम हो रहा है कि, उनका नोलेज भी विस्तृत है --
जैसे अरुण भाई ने " दुल्हे " के बारे मेँ लिखा !
अब, दुल्हे को भी तो बारात मेँ शामिल कीजिये ..:-))
-- लावण्या
हमारे घर में अक्सर बनता है यह-बड़ा स्वादिष्ट होता है/
खूब खाया है धोखा और आज भी खाते है।
धोखा नाम शायद इसलिए पड़ा है क्यूंकि इसमे mutton से मिलता-जुलता स्वाद आता है। हो सकता है इसी लिए इसे धोखा कहा जाता है। पुराने ज़माने मे जिन दिनों मे नॉन-वेज खाना नही खाया जाता होगा उन दिनों इसी से लोग काम चलाया करते होंगे। :)
अच्छा इसका नाम धोखा है.......?
वाह ऐसा धोखा तो हमने कभी नहीं खाया , अब खायेगें भी और खिलायेगे भी
There is a recipe that Bengalis make from chana dal paste(with salt,ginger,green chillies and a little fresh coconut),steaming it and then cutting into pieces,frying them and adding them to a gravy. It is called "Dhoka'r Dalna".
And yes, it is made usually on the days when they cannot eat non veg food. :)
ये तो वाकई धोखा है, दालें भिगो दी गई हैं कल धोखे की तैयारी है!
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