दाल रोटी चावल सदियों से नारी ने इसे पका पका कर राज्य किया हैं , दिलो पर , घरो पर। आज नारी बहुत आगे जा रही हैं सब विधाओं मे पर इसका मतलब ये नहीं हैं कि वो अपना राज पाट त्याग कर कुछ हासिल करना चाहती हैं। रसोई की मिलकियत पर से हम अपना हक़ तो नहीं छोडेगे पर इस राज पाट का कुछ हिस्सा पुरुषो ने होटल और कुछ घरो मे भी ले लिया हैं।

हम जहाँ जहाँ ये वहाँ वहाँ

Thursday, July 3, 2008

ऑमलेट

जरा दो अंडे ले लो मुर्गी के. प्याज छोटे छोटे कुतर लो. हरी मिर्च काट लो. शिमला मिर्च कुतर लो. टमाटर काट लो. मशरुम हो तो उसे भी भेद डालो छोटा छोटा. टमाटर के टुकडे थोडे से. नमक मिर्च और काली मिर्च स्वादानुसार. फेंटो न भाई सबको. जब झाग सा उठने लगे तब हम पिक्चर में आते हैं ...कुछ ठंडा दूध,,,,दो अंडे के लिये आधा कप...उस मिक्स में डाल दो..फिर फेंटो और फ्राईंग पैन चढा दो. तेल डालो, तड़ तड़ होने तक गरम होने दो फिर लो हीट करके मिक्स पलटा दो...जब नीचे से लाल होने लगे तब पलटा दो...फिर चेक करते रहो..जैसे ही ब्राऊन हो जाये नीचे से...निकाल लो...चाहो तो धनिया कुतर के डाल देना. स्वाद बढ़ जायेगा वरना भी बढ़िया ही रहेगा.

खेल पूरा दूध का है फल्फ देने में...

अब गरमागरम टोश्ट पर बटर और साथ मे टेमोटो केचअप परोसो और मुझे धन्यवाद दो...मेहमान से वाहवाही पाने के लिये.


नमस्कार

फिर मिलेंगे.............

समीर लाल ’समीर’

26 comments:

लावण्यम्` ~ अन्तर्मन्` said...

समीर भाई ,
डाँट का असर हुआ दीखे है -
आप आये तो सही :)
और रेसीपी भी खूब लिखी
-शुक्रिया जी
-लावण्या

Udan Tashtari said...

रचना दी की डांट के आगे कौन टिक पाया है, फिर हमारी और अजित भाई की क्या बिसात. :)

Anonymous said...

समीर जी की यह भी खासियत है - वाह भाई वाह।

नीरज गोस्वामी said...

समीर जी खुशबू ही बता रही है स्वाद जोरदार है...अब ये बताईये की ख़ुद बनाने का खतरा मोल लूँ या आप बनाकर खिलाने वाले हैं?
नीरज

कुश said...

अब अगर आमलेट ऊडन तश्तरी स्टाइल में बनेगा तो बढ़िया ही होगा.. मगर हम ठहरे शुद्ध शाकाहारी तो आमलेट में लहसुन प्याज ना डालेंगे..

Anonymous said...

चलिए आप ने रेकुएस्ट मान कर आमलेट बनाया , शुक्रिया . अगर आप दूध की जगह पानी डाल कर बनाये तो बहुत हल्का बनता हैं , एक अंडे मे २ छोटी चम्मच पानी का रेशियो . कुछ कैलोरी कम होजाती हैं . पर आप कहा मानते हैं !!!!!!!!!!! और डाटने का अधिकार तो आप ने "दी " कह कर पहले दिन ही दे दिया अब भाभी जी को प्रेम पाती लिख कर दूध का दूध और पानी का पानी करवाना पडेगा . अगली विधि का इन्तेज़ार हैं . थैंक्स

Anonymous said...

कुश ठहरे शुद्ध शाकाहारी तो आमलेट में लहसुन प्याज ना डालेंगे..
शाकाहारी आमलेट क्या बात हैं !!!!!!!!!!

Anonymous said...

ye omalet to bahut badhiya aur lajat dar lag raha hai:)

Anil Pusadkar said...

rasoi me main jaata nahi aur ghar me omlette banta nahi magar main khata jarur hun.padh kar lag raha hai aapke style se udantashtari ke aakar ka omlette banakar ya banwakar khaye bina raha nahi jayega

Arun Arora said...

शाकाहारी यानी बिना प्याज और लहसुन के मुर्गा बनने की विधी चलेगी क्या ?

annapurna said...

यह आमलेट क्या सिर्फ़ मुर्गी के ही अण्डे का बनता है ? क्या शाकाहारी अण्डे का नहीं बनता ? वैसे बनाने की विधि उड़न तश्तरिया है तो शायद शुतुर्मुर्ग के अण्डे का ज्यादा लज़ीज़ बनेगा…

ALOK PURANIK said...

शाकाहारी आमलेट कईसे बनाते हैं, सो बतावें।

Anonymous said...

अहा !!उडनतश्तरीजी का आमलेट इधर बना और उधर उडनतश्तरी की तरह छू मन्तर हो गया.स्वागत है आपका और आपकी उडनतश्तरी छाप रेसिपीज़ का.

Anita kumar said...

मान गये जी आप हमसे अच्छा आमलेट बनाते हैं , साथ में अपनी आमलेट बनाते हुए की फ़ोटो भी लगा दी होती तो रेसिपी में चार चांद लग जाते और हम भी केनेडा की किचन देख लेते, खैर अगली रेसीपी के साथ लगा दीजिएगा। वैसे आप के और अजीत भाई के किचन में घुसते ही उत्सव सा माहौल बन गया है, टिप्पणियां बता रही हैं। प्लीज किचन में लगे रहिए।

अजित वडनेरकर said...

जय हो महाराज !!
खुशबू यहां तक पहुंच रही है। रचना जी ने तो दूध का दूध और पानी का पानी कर दिया ।

अजित वडनेरकर said...

जय हो महाराज !!
खुशबू यहां तक पहुंच रही है। रचना जी ने तो दूध का दूध और पानी का पानी कर दिया ।

मीनाक्षी said...

सुना ही नहीं,आजमाई हुई बात है कि पुरुष रसोई घर में हों तो खाना स्वादिष्ट बनता ही है फिर क्यों न लुत्फ उठाएँ... इसी तरह से और भी नए नए स्टाइल की विधियों का इंतज़ार है...

Anonymous said...

abki bar aese hi banayege.

रंजू भाटिया said...

वाह आज तो ""समीर भोजनालय "'खुल ही गया ..पर हम तो शाकाहारी हैं ..कुछ हमारे लिए भी बनाए न ..यह वैसे हम बच्चो को बना कर खिला देंगे ...यूँ आपकी मेहनत पर पानी नही फेरेंगे :)

शोभा said...

समीर जी
आमलेट तो मैं नहीं खाती फिर भी आपने बनाया तो अच्छा लगा। किसी दिन कुछ शाकाहारी भी खिलाइए तो मज़ा आए।

बलबिन्दर said...

दाल, रोटी, चावल के साथ उड़नतश्तरिया ऑमलेट!
मज़ा आ गया।

Anonymous said...

शाकाहारी रंजू और शोभा आप के लिये पद्मा की रसोई और अजित स्मिता का साँझा चूल्हा हैं , समीर की रसोई मे ना झांके !!!!!!!!!!

Udan Tashtari said...

चिन्ता न करें. अभी तो शुरुवात है. शाकाहारी नाश्ता भी कराया जायेगा. फिर दोनों तरह का लन्च और फिर डिनर, ड्रिंक्स सब कुछ तो बाकी है. काहे परेशान हो रहे हैं. :)

Alpana Verma said...

udan tashtari ''' Ka yah ruup bhi dekha aaj....:D
bahut achchey Sir!!!!

डा० अमर कुमार said...

आदरणीय समीर भाई,

जान की अमान पाऊँ, तो मैं मूढ़मति भी कुछ पूछ लूँ ? कुछ बुनियादी सवाल है, मुर्ग़ी, बत्तख या शुतुरमुर्ग़ के अंडे से मेरा कोई बहस नहीं । अंडा तो अंडा, क्या हिंदू ..क्या मुसलमान ?

बस एक लघु सी शंका है, पहले वह निवृत करें !
यह तो बताया नहीं कि अंडे कच्चे रहेंगे या उबाल कर लिये जायें ।यदि उबाल कर प्रयुक्त करें, तो पहले उबाल कर छीलें या छील कर उबालें ?

मैंने पैन वगैरह तैयार कर रखा है,बस आपकी प्रतीक्षा है । क्या करें, बेसिक से शुरु करने की ट्रेनिंग मिली हुई है, सो पूछने का साहस कर रहा हूँ !

Udan Tashtari said...

यार भाई डॉक्टर साहब

मुझे तो लगता है आप रहने ही दो. जब भूख लगे, बता देना- हम आकर बना जायेंगे. मान लो, यह अंडे का टंटा हम सुलझा भी दें तब पूछोगे कि दूध गाय का लूँ या भैंस का या ऊँटनी का.

फिर आधा कप दूध के लिए कप की साईज का मसला ऊठाओगे.

आप मरीज संभालो, खाना हम स्पलाई कर देंगे मगर पढ़िये और टिपियाये जरुर. क्या पता कब का सीखा कब काम आ जाये.

साधुवाद जो आपने इतना मन लगाकर सीखने का प्रयास किया. :)