दाल रोटी चावल सदियों से नारी ने इसे पका पका कर राज्य किया हैं , दिलो पर , घरो पर। आज नारी बहुत आगे जा रही हैं सब विधाओं मे पर इसका मतलब ये नहीं हैं कि वो अपना राज पाट त्याग कर कुछ हासिल करना चाहती हैं। रसोई की मिलकियत पर से हम अपना हक़ तो नहीं छोडेगे पर इस राज पाट का कुछ हिस्सा पुरुषो ने होटल और कुछ घरो मे भी ले लिया हैं।

हम जहाँ जहाँ ये वहाँ वहाँ

Monday, November 17, 2008

लौकी एक नए रूप में...

लौकी कहते हैं कि मरीजों कि सब्जी है, पर इसको अगर अलग तरीके से बनाया जाय तो इसका स्वाद ही नहीं स्वरूप भी बहुत अच्छा लगता है. चलिए फिर इसको आजमा कर देखा ही जाय कि चोखी लौकी कैसे बने....

सामग्री:
१ लौकी अगर में पतली हो तो अच्छा होगा.
५ चम्मच बड़ा वाला बेसन
१ चम्मच पिसी धनियाँ
१/२ चम्मच हल्दी
१/२ चम्मच लाल मिर्च कुटा हुआ
१/२ चम्मच पिसी खटाई
४ चम्मच तेल जो भी आप प्रयोग करती हों.
नमक स्वाद के अनुसार

विधि:
लौकी का छिलका उतर कर उसके गोल - गोल पतले पटेल टुकड़े कर लें. अच्छी तरह से धोकर पानी निकल दें. अब लौकी को एक थाली में फैला ले और उसके ऊपर उपरोक्त सामग्री बुरकते जाएँ और मिलाते चलें , जब तक कि पेस्ट लौकी में अच्छी तरह से लिपट न जाए.
अब नॉन-स्टिंग कढाई में तेल डालकर लौकी डालें और उसको इस तरह से चलायें कि तेल पूरी तरह से मिल जाए इसके बाद ढक कर १० मिनट तक पकाएं. इसके बाद खोल कर उसको हलकी आंच पर धीरे-धीरे भूनती रहे जिसके कि पेस्ट का चिपचिपापन बिलकुल खत्म हो जायेगा और लौकी पेस्ट के साथ भुनकर ब्राउन रंग कि हो जायेगी. इसके ऊपर हरा धनियाँ डालकर सर्व करें और फिर हमें भी बताएं कि हमारी यह रेसिपी पसंद आई या नहीं.

4 comments:

Rachna Singh said...

दाल रोटी चावल ब्लॉग पर आप का स्वागत हैं रेखा जी . इतनी बढ़िया और आसन रेसिपी बताई हैं आप ने . जरुर बनाएगे .

रंजू भाटिया said...

हाँ यह बहुत अच्छी बनती है अक्सर बनाती हूँ .इस तरह से गोल बैंगन भी बनाये जाए तो वह और भी अच्छे लगते हैं ...स्वागत है आपका रेखा जी यहाँ

mehek said...

waah ek naya tarika mila lauki banane ka shukriya

Anita kumar said...

good one, will definitely try..welcome to this blog